Wednesday, 2 March 2016

सफलता प्राप्त करने की विधि – चाणक्य नीति।

सफलता हर किसी को चाहिए, आज कल हर व्यक्ति सिर्फ इसी सफलता को पाने के लिए भागता रहता है। आज की दुनिया में काफी सारे लोग कड़ी मेहनत करते हैं, लेकिन उन्हें अपनी मेहनत के मुकाबले पर्याप्त फल की प्राप्ति नहीं होती है। हरदम मेहनत करने वाले व्यक्ति कभी सफलता को देखते हैं तो कभी उन्हें असफलता से दो चार भी होना पड़ता है। अगर आप हरदम, हरबार सफल होना चाहते हैं तो आपको अपने कर्म से पहले कुछ सवालों के जवाब तैयार रखने होंगें।जानिए आचार्य चाणक्य ने किन छह सवालों का जिक्र किया था।
(1.) समय की पहचान करें :—
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किसी भी काम को करने से पहले हमें समय की पहचान करनी चाहिए। आचार्य चाणक्य का कहना था कि समझदार व्यक्ति सफलता के लिए समय को एक बार जरूर परखता है।
(2.) मित्रों की सही परख रखें :—
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कहते हैं कि शत्रु और मित्र बनाने में कई हिदायतें रखनी पड़ती हैं। हमें मालूम होना चाहिए कि कौन हमारा सच्चा मित्र है और कौन मित्र होने का दिखावा भर कर रहा है। शत्रु तो आपको दूर से नजर आ सकते हैं लेकिन उन मित्रों से आपको खासतौर से बचने की जरूरत होती है जो दोस्त की शक्ल में दुश्मन होते हैं। इस दुविधा से आप पार पा लेते हैं तो सफलता आपके कदम चूमेगी।
(3.) आप कहां हैं किस देश में हैं यह भी जाने :—-
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अगर आप यह जानते हैं कि जहां आप काम करते हैं वह स्थान,शहर, राज्य और देश के हालात कैसे हैं तो आप सफल हैं। कार्यस्थल पर काम करने वाले लोगों के मिजाज को ध्यान में रखते हुए अगर आप काम करेंगे तो असफल होने की संभावनाएं कम हो जाती हैं।
(4.) कमाई और खर्चे का रखें तालमेल :—-
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अगर आप समझदार हैं तो आप जाहिर तौर पर अपनी आय और व्यय का ख्याल रखते ही होंगे। व्यक्ति को अपनी आमदनी देखकर ही खर्च करना चाहिए। जो लोग आय से ज्यादा खर्च करते हैं, वो हमेशा उलझनों में रहते हैं। इसलिए धन संबंधी सुख पाने के लिए कभी भी आय से ज्यादा खर्च नहीं करना चाहिए।
(5.) ध्यान रखें आप किसके मातहत हैं :—
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अगर आप यह बात अच्छे से जानते हैं कि आपका प्रबंधक, कंपनी, संस्थान या आपका बॉस आपसे क्या चाहता है, तो आप न सिर्फ समझदार हैं बल्कि आप सफल भी हैं। ऐसा भान होने पर हम ठीक वैसे ही काम करते हैं जिससे संस्थान को लाभ मिलता है। अगर संस्थान को लाभ होगा तो आपकी सफलता की संभावनाएं भी बढ़ जाती हैं।
(6.) अपनी सामर्थ्य को समझें :—
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अगर आप अपनी सामर्थ्य को अच्छे से जानते हैं तो भी आप सफलता को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। अगर आप वाकई में ऐसे हैं तो आप वही काम हाथ में लेंगे जिसके साथ आप इंसाफ कर पाएंगे। इसके उलट अगर आप अपनी सामर्थ्य से अधिका का काम पकड़ेंगे न सिर्फ आप असफल होंगे बल्कि आपको कार्यस्थल पर भी अपमान का सामना करना पड़ेगा।
[आभार- सनातन संस्कृति And IndiaTV]

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