Sunday, 31 December 2017

ब्रिटेन की आबादी 6.6 करोड़ है।
जिसमें की 26लाख मुस्लिम वोट हैं, मगर इस वक़्त ब्रिटेन में 9 मुस्लिम मेयर हैं।
3000 मस्जिद बन चुकी हैं।
150 शरिया कोर्ट (मुस्लिम कोर्ट) हैं।
50 शरिया काउन्सिल हैं।
78% मुस्लिम औरतें, कोई कार्य नहीं करतीं, मगर मुफ़्त आवास और सभी सरकारी सुविधाएँ प्राप्त कर रही हैं।
63% मुस्लिम मर्द, कोई कार्य नहीं करते मगर आवासीय सुविधायें और सभी सरकारी अनुदान मुफ़्त प्राप्त कर रहे हैं। वहां के सभी मुस्लिम, मुफ़्त सरकारी योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाने के लिए 6-7 बच्चे पैदा कर रहे हैं।
आज ब्रिटेन के सभी स्कूलों में, सिर्फ इन मुस्लिम बच्चों के कारण, सभी बच्चों को 'हलाल मीट' खिलाने को ब्रिटेन जैसा देश मजबूर हो चुका है।
ये आंकड़े उस देश के हैं, जिसने लगभग दुनिया के हर देश पर राज किया है मगर सिर्फ 'लोकतंत्र' के कारण, आज 'इस्लाम' के आगे झुक चुका है। ये 26लाख मुस्लिम लगभग एक ही स्थान या शहर में 'संगठन' के रूप में रह रहे हैं। ये लोग अपना कोई प्रतिनिधि चुनाव में खड़ा कर देते हैं और उसको एक तरफा वोट डाल कर जितवा देते हैं। ✴️✴️
फिर इनका चुना हुआ नेता, ब्रिटेन सरकार से इनको सभी 'अवांछित सुविधायें' देने को बाध्य करता है। ऐसा सरकार द्वारा न किये जाने पर ये लोग एक साथ हड़ताल कर देते हैं। 
सिर्फ 26लाख मुस्लिम आबादी ने आज "ब्रिटेन" जैसे देश को झुकने पर विवश कर दिया है।
मैं आपको ये बात इसलिए बता रहा हूँ कि आज हमारे देश में भी यही स्तिथि बनती जा रही है। मुस्लिम वोट पाने की खातिर चुनी हुई सरकारें, मुस्लिमों को ज्यादा ही पोषित कर रही हैं। बंगाल, केरल, कर्नाटक, जम्मू कश्मीर, और लगभग पुरे भारत में आज यही हाल है।
अभी तक "हिन्दू आबादी" ज्यादा है और मुस्लिम आबादी बिखरी हुई है इसलिए अभी तक भारत कुछ सुरक्षित लग रहा है मगर आने वाले 20 साल के अंदर देश की स्थिति बिलकुल बदल जायेगी।
आज 'मुस्लिम वोट' पाने के लिए लगभग सभी पार्टियां उन्हें काफी फायदे पहुंचा रही हैं मगर कुछ साल बाद, ना इन पार्टियों का वजूद रहेगा और ना ही लोकतन्त्र कोई मायने रखेगा।
जिस दिन मुस्लिम आबादी, हिंन्दू आवादी के आधे पर पहुँच गई, देश का प्रतिनिधित्व पूरी तरह मुस्लिमों के हाथ में होगा। उस दिन ये लोग ईरान, जाम्बिया और थाईलैंड की तरह ही हिंदुस्तान को भी इस्लाम राष्ट्र घोषित करने के लिए प्रदर्शन करेंगे या फिर देश में दंगे करेंगे जैसे पूरी दुनिया में कर रहे हैं।
अगर सरकार ने तुरंत इनकी आबादी को बढ़ने से नही रोका तो 'हिन्दू धर्म' भी इतिहास का हिस्सा बन जाएगा।
वर्तमान सरकार और न्यायालय को चाहिए की तुरन्त चीन की तरह 2 बच्चे से ज्यादा पैदा करने पर सजा का प्रावधान हो ऐसा कानून बनाये।
अन्यथा देश में भयंकर जनसंख्या विस्फोट होगा जो की पूरी तरह देश की आबादी को इस्लाम के आगे घुटने टेकने को मजबूर कर देगा।
आज मुस्लिम लोग हिंदुओं से हर मामले में ज्यादा सरकारी सुविधायें प्राप्त कर रहे हैं। इन्हें मदरसों के लिए सरकारी अनुदान दिया जा रहा है। जबकि लाखों सरकारी स्कुल मौजूद हैं। ये लोग मदरसों में कट्टर मजहबी सोच वाले जेहादी तैयार कर रहे हैं। इन्हें हज के किये भी सरकार पैसा देती है मगर हिन्दू को नहीं।
मुस्लिम तलाकशुदा महिलाओं, को बिहार सरकार 25000 महीना खर्च दे रही है मगर गरीबी से बिहार में भूखे मर रहे गरीब परिवारों को कुछ नही मिलता।
कश्मीर वालों को सबसे ज्यादा सरकारी सुविधायें प्राप्त हैं मगर वहां की स्तिथियां देश के लिए सबसे घातक साबित हो रहे हैं।
जागो भाई जागो और सोई हुई सरकार के आगे अपने अधिकार के लिए आवाज उठायें। नहीं तो आपके बच्चों और आपके धर्म का पतन निश्चित है।आने वाली पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित करने के लिए आवाज उठाओ...सरकार और न्यायालय से मांग करो की देश में सिर्फ 2 बच्चे ही पैदा करने की अनुमति हो और दूसरे प्रसव पर ऑपेरशन का प्रावधान हो।

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