ईसाईयों से धार्मिक चर्चा
ईसाई मत में ईश्वर की परिभाषा, ईश्वर के गुण, कर्म और स्वाभाव को लेकर बहुत भ्रम है
सवाल:- भगवान (God) कौन है ?
ईसाई:- जीसस है।
सवाल:- क्या जीसस, मैरी का बेटा है ?
ईसाई:- हां।
सवाल:- तो फिर मैरी को किसने बनाया ?
ईसाई:- भगवान ने बनाया।
सवाल:- OK, तो फिर भगवान कौन है ?
ईसाई:- जीसस है।
सवाल:- क्या जीसस का जन्म हुआ था ?
ईसाई:- हां, हुआ था।
सवाल:- तो जीसस के पिता कोन हैं ?
ईसाई:- जीसस के पिता भगवान है।
सवाल:- तो फिर भगवान कोन है ?
ईसाई:- जीसस है।
सवाल:- क्या जीसस भगवान का सेवक है ?
ईसाई:- हाँ है।
सवाल:- क्या जीसस सूली पर मरे थे ?
ईसाई:- हाँ, मरे थे।
सवाल:- जीसस को पुनर्जीवित किसने किया ?
ईसाई:- भगवान ने किया।
सवाल:- क्या जीसस दूत (संदेशवाहक) थे?
ईसाई:- हाँ, थे।
सवाल:- तो उनको पृथ्वी पर किसने भेजा था ?
ईसाई:- भगवान ने भेजा।
सवाल:- तो भगवान कौन है ?
ईसाई:- जीसस है।
सवाल:- क्या जीसस ने धरती पर किसी की पूजा की थी?
ईसाई:- हाँ।
सवाल:- किसकी पूजा की थी ?
ईसाई:- भगवान की।
सवाल:- तो भगवान कौन है ?
ईसाई:- जीसस है।
सवाल:- क्या भगवान का कोई प्रारम्भ है ?
ईसाई:- नही है।
सवाल:- तो 25 दिसम्बर को कौन जन्मा था ?
ईसाई:- जीसस जन्मे थे ।
सवाल:- क्या जीसस ही भगवान है ?
ईसाई:- हाँ, जीसस ही भगवान है।
सवाल:- भगवान कहाँ है ?
ईसाई:- स्वर्ग में है।
सवाल:- स्वर्ग में कितने भगवान हैं ?
ईसाई:- वहां सिर्फ एक ही भगवान है।
सवाल:-जीसस कहाँ है ?
ईसाई:- वो अपने पिता (भगवान) के दायीं तरफ विराजमान है।
सवाल:- तो स्वर्ग में कितने भगवान हैं ?
ईसाई:- वहां सिर्फ एक ही भगवान है।
सवाल:- वहां पर कितनी कुर्सियां हैं ?
ईसाई:- वहां सिर्फ एक कुर्सी है।
सवाल:- जीसस कहाँ है ?
ईसाई:- वे भगवान के पास बैठे हैं।
सवाल:- तो वे दोनों एक कुर्सी पर कैसे बैठ सकते हैं ?
ईसाई:- भगवान पर इतने सवाल ? आपको शैतान ने गुमराह कर रखा है। भगवान के बारे में इतना गलत सिर्फ शैतान ही सोच सकता है । आप शैतान के जाल में फंसे हुए हैं।
ईसाई:- जीसस है।
सवाल:- क्या जीसस, मैरी का बेटा है ?
ईसाई:- हां।
सवाल:- तो फिर मैरी को किसने बनाया ?
ईसाई:- भगवान ने बनाया।
सवाल:- OK, तो फिर भगवान कौन है ?
ईसाई:- जीसस है।
सवाल:- क्या जीसस का जन्म हुआ था ?
ईसाई:- हां, हुआ था।
सवाल:- तो जीसस के पिता कोन हैं ?
ईसाई:- जीसस के पिता भगवान है।
सवाल:- तो फिर भगवान कोन है ?
ईसाई:- जीसस है।
सवाल:- क्या जीसस भगवान का सेवक है ?
ईसाई:- हाँ है।
सवाल:- क्या जीसस सूली पर मरे थे ?
ईसाई:- हाँ, मरे थे।
सवाल:- जीसस को पुनर्जीवित किसने किया ?
ईसाई:- भगवान ने किया।
सवाल:- क्या जीसस दूत (संदेशवाहक) थे?
ईसाई:- हाँ, थे।
सवाल:- तो उनको पृथ्वी पर किसने भेजा था ?
ईसाई:- भगवान ने भेजा।
सवाल:- तो भगवान कौन है ?
ईसाई:- जीसस है।
सवाल:- क्या जीसस ने धरती पर किसी की पूजा की थी?
ईसाई:- हाँ।
सवाल:- किसकी पूजा की थी ?
ईसाई:- भगवान की।
सवाल:- तो भगवान कौन है ?
ईसाई:- जीसस है।
सवाल:- क्या भगवान का कोई प्रारम्भ है ?
ईसाई:- नही है।
सवाल:- तो 25 दिसम्बर को कौन जन्मा था ?
ईसाई:- जीसस जन्मे थे ।
सवाल:- क्या जीसस ही भगवान है ?
ईसाई:- हाँ, जीसस ही भगवान है।
सवाल:- भगवान कहाँ है ?
ईसाई:- स्वर्ग में है।
सवाल:- स्वर्ग में कितने भगवान हैं ?
ईसाई:- वहां सिर्फ एक ही भगवान है।
सवाल:-जीसस कहाँ है ?
ईसाई:- वो अपने पिता (भगवान) के दायीं तरफ विराजमान है।
सवाल:- तो स्वर्ग में कितने भगवान हैं ?
ईसाई:- वहां सिर्फ एक ही भगवान है।
सवाल:- वहां पर कितनी कुर्सियां हैं ?
ईसाई:- वहां सिर्फ एक कुर्सी है।
सवाल:- जीसस कहाँ है ?
ईसाई:- वे भगवान के पास बैठे हैं।
सवाल:- तो वे दोनों एक कुर्सी पर कैसे बैठ सकते हैं ?
ईसाई:- भगवान पर इतने सवाल ? आपको शैतान ने गुमराह कर रखा है। भगवान के बारे में इतना गलत सिर्फ शैतान ही सोच सकता है । आप शैतान के जाल में फंसे हुए हैं।
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