Sunday, 10 December 2017

mediya

मै उन लोगों को जूते लेकर खोज रहा हूँ जो कहते है की पढाई-लिखाई और अच्छी नौकरी देकर शांतिदूतों को आतंकी बनने से बचाया जा सकता है ..
एक शांतिदूत ने रमैया कालेज से इंजीनियरिंग की, फिर IIM-kiya , कोजीकोड से एमबीए किया ..फिर उसे सबसे टॉप की कम्पनी इंडियन ऑयल कार्पोरेशन लिमिटेड में मार्केटिंग मैनेजर की नौकरी मिल गयी ...अब देखिये... उस शांतिदूत ने साइड में भी एक काम करना शुरू कर दिया .. 
उसने पेट्रोल पम्प मालिकों से मिलकर पेट्रोल चोरी का काम hi नहीं किया बल्कि ...उसने अपनी नौकरी के साथ साथ भारत में मुस्लिम युवकों को ISIS में भर्ती होने के लिए आनलाइन अभियान करना शुरू कर दिया .. फिर अमेरिका की ख़ुफ़िया एजेंसी FBI – Federal Bureau of Investigation का ध्यान इस युवक पर गया और fir इसे धर दबोचा गया ..
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 दरअसल शांतिदूत जितना ज्यादा पढ़ा लिखा होता है, वह उतना ही बड़ा आतंकी बनता है... और उसे पकड़ना उतना ही मुश्किल होता है...!
Rakesh Kumar
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Sir @DelhiPolice हर शुक्रवार को ये कठमुल्ले सड़क पर नमाज पढ़ते है जिससे घण्टो ट्रैफिक जाम हो जाता है ..करवाई करे अन्यथा हिन्दुओ को जबाब देने के लिए मजबूर होना पड़ेगा ..ये कुरान की कौन सी आयत में लिखा है कि लोगो को परेशान करने के लिए सड़क जाम करके नमाज पढोगे तभी कुबूल होगी ? https://t.co/o55xOUZ8wu
Jitendra Pratap Singh
महाभारत में जब भीम पुत्र घटोत्कच्छ को तीर लगे वो गिरने वाले थे तब कृष्ण ने उसको बोला कि अपना आकार बढ़ाओ और कौरव सेना पर गिरो . मरते-मरते भी घटोत्कच्छ कौरव सेना की वाट लगा गये थे. मणिशंकर अय्यर को भी काँग्रेस तीन साल से बोल रही है .. अपना आकार बढ़ाओ और भाजपा पर गिर जाओ . अब कृष्ण के समझाने और सोनिया गाँधी के समझाने में फर्क तो होगा ही .. गिरा मणिशंकर भी लेकिन अपनी ही सेना पर .
Ashish Retarekar 
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कौशल्या कौन थीं ? ----- श्रीराम की माँ
देवकी कौन थीं ? ------- श्रीकृष्ण की माँ
कुंती कौन थीं ? -------- अर्जुन की माँ
गाँधारी कौन थीं ? -------दुर्योधन की माँ
मदर मैरी कौन थीं ? ----- जीसस की माँ
पुत्र अच्छा हो या बुरा..माँ की पहचान अपने पुत्र से ही होती रही है .....
और सोनिया को कहना पड़ रहा है.''मैं इंदिरा की बहू हूँ''
क्योंकि ,पप्पू की माँ ..सुनकर ही हंसी छूट जाती है...
Jitendra Pratap Singh
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कहते हो निर्दोष को मारा, हिन्दू दुष्ट अनाड़ी ने । नारी अपमान का बदला जब ले लिया शेर मेवाड़ी ने । संविधान का देके हवाला,पीट रहे जो छाती को । लगता नामर्द भूल गए वो,सारे हल्दीघाटी को । जो मुग़लों की करते ग़ुलामी,अफ़ज़ल जिनके अब्बा है वो शम्भु को बोल रहे,ये हिन्दू नाम पर धब्बा है
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दया कोई धर्म नही है अगर होता तो श्री कृष्ण ढूंढ कर दुर्योधन का वध नही करवाते ।
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मणि शंकर अय्यर के घर मीटिंग केवल मोदी जी की हत्या करने और करवाने के लिये हुई थी
शरद पंवार का मन मोहन के पझ में आना एक बड़ा षड्यंत...बाबा राजदीप
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