वृन्दावन में 1965 तक कोई मुस्लिम नहीं था । आज मुसलमानों की संख्या 5 हजार से ज्यादा हो गई हैं और ।।
कभी एक भी मस्जिद नहीं हुआ करती थी; वृन्दावन में आज तीन तीन मस्जिदें रोज सुबह शाम कानो की नींद हराम कर रही हैं।।
रिफ्यूजी जिहादियों ने ने पवित्र "वृन्दावन" को भी घेरा ओर ईद उल जुहा पर !!
650 बकरे, भैसे, ऊँट, गाय और अन्य जानवर काटकर वृन्दावन की नगरी को अपवित्र किया ।।
याद रहे 2009 तक वृन्दावन में सिर्फ गिनती के 4-5 परिवार हुआ करते थे ।। और आज इनकी संख्या हजारों मैं पहुच गई हैं ।।
650 बकरे, भैसे, ऊँट, गाय और अन्य जानवर काटकर वृन्दावन की नगरी को अपवित्र किया ।।
याद रहे 2009 तक वृन्दावन में सिर्फ गिनती के 4-5 परिवार हुआ करते थे ।। और आज इनकी संख्या हजारों मैं पहुच गई हैं ।।
ये एक तरीके का रिफ्यूजी जिहाद होता हैं ।।
जहां इस्लाम नहीं होता,
जिसके अंतर्गत जिस जगह इस्लाम नही होता ।। उस जगह पर इस्लाम बसाया जाता हैं ।।
जहां इस्लाम नहीं होता,
जिसके अंतर्गत जिस जगह इस्लाम नही होता ।। उस जगह पर इस्लाम बसाया जाता हैं ।।
और आपको जानकर यह भी आश्चर्य होगा कि
वृन्दावन में एक "बाबुद्दीन" नामक व्यक्ति पर 21 लड़के और लड़कियां हैं ।।
इस्लाम का रिफ्यूजी जिहाद कर सहयोग कर रहा हैं ।।।
उस जगह पर दिन दुगनी ओर रात चौगुनी की तरह बच्चो को पैदा किया जा रहा हैं ।।
वृन्दावन में एक "बाबुद्दीन" नामक व्यक्ति पर 21 लड़के और लड़कियां हैं ।।
इस्लाम का रिफ्यूजी जिहाद कर सहयोग कर रहा हैं ।।।
उस जगह पर दिन दुगनी ओर रात चौगुनी की तरह बच्चो को पैदा किया जा रहा हैं ।।
ये मुस्लिम वृन्दावन में रहने के लिए बड़ी कीमतों पर मकान ले रहे हैं ।।
ओर उस जगह मुस्लिमो को लेकर रह रहे है ।। दो तीन साल के अंतराल में अपने रिस्तेदारो को बुला लाते है ।। और उन्हें भी वही बसा लेते हैं ।।
ये मुस्लिम हिन्दुओ से वृन्दावन में हिन्दूओ का रोजगार छीन रहे है और ।।
वो दिन दूर नहीं जब वृन्दावन की गलियों में मीट बिकना शुरू हो जाएगा ।।
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