Monday 11 December 2017

सत्ता में बापसी के लिए  दुश्मन चीन और पाकिस्तान से भी मदद लेगी कांग्रेस ?
कांग्रेस ने हद्द कर दी. अपनी देश द्रोही करतूतो को बुलंदी पर पहुंचा दिया. पाकिस्तान की मदद लेकर गुजरात का चुनाव लड़ रही है।
गुजरात जिसकी थल, जल और आकाश की सीमाएं पाकिस्तान से मिली हुई है। जिस पाकिस्तान ने मुम्बई में 26/11 का आतंकी हमला करके 280 लोगो को मरवा दिया था और जो पाकिस्तान भारत के टुकड़े करने/कराने में चीन के साथ मिलकर आतंक सहित हर प्रकार की गतिविधि में लगा हुआ है उसकी सेना का कोर कमांडर जनरल अरशद रफीक अहमद पटेल को गुजरात का मुख्य मंत्री बनते हुए देखना चाहता है।
अर्थात गुजरात के मुसलमानो को कांग्रेस के पक्ष में वोट देने के लिए प्रभावित कर रहा है।
@कांग्रेस का पाकिस्तान और उसकी सेना में बड़ा याराना है।
गुजरात के चुनाव  में जहां एक तरह कांग्रेस मोदी को हराना चाहती है वही  पाकिस्तान को भी भारत में मोदी सरकार रास नहीं आ रही है इसलिए पाकिस्तान भी चाहता है की मोदी गुजरात हारे ..कांग्रेस गुजरात में जाति का कार्ड क्यों खेल रही है ..तो इसके लिए आपको पाकिस्तानी डिप्लोमेट और अधिकारियों के उन ट्वीट का संज्ञान लेना होगा जिसमे उन्होंने कहा था की भारत में मोदी को कमजोर करने के लिए हिन्दुओ को जाति में विभाजित करना जरुरी है .और केजरीवाल और राहुल गांधी ये काम बहुत शिद्दत से अंजाम दे रहे है ...
इस बीच 6 दिसंबर को समाचार आया की दिल्ली में कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के यहाँ पाकिस्तानी अधिकारियों और भारत के पूर्व प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह , पूर्व उपराष्ट्रपति मियाँ हामिद अंसारी की एक सीक्रेट मुलाक़ात हुयी ....इस सीक्रेट मुलाक़ात के समाचार जैसे ही लीक हुए तत्काल कांग्रेसी नेताओने ऐसी किसी सीक्रेट मुलाक़ात से इनकार कर दिया .......लेकिन जब यह मसला तथ्यों के साथ खुल गया तो कांग्रेस नेता अपने पिछले बयान से पलटते हुए कुतर्क देने लगे की '' क्या खाना खाने या थाने जाने से पहले भी सरकार को सूचना देनी होगी ..
अब दूसरा मुद्दा ..
कुछ महीनो पहले की बात है देश की चीन से लगती भारत की सीमा के पास भूटान के डोकलाम इलाके में चीन की सेना ने भूटान की सीमा में अतिक्रमण किया था.यद्दपि यह इलाका भारत का नहीं था लेकिन सामरिक द्रष्टि से यह इलाका भारत के लिए महत्वपूर्ण है इसलिए भारत सरकार ने इस इलाके में सेना भेज कर चीन की गतिविधियों का विरोध किया था उस समय माहौल ऐसा था की लग रहा था की सीमा पर चीन के साथ मिलिट्री झडपे हो सकती है .उसी संवेदनशील दौर में कांग्रेस का उपाध्यक्ष राहुल गांधी और उसके साथी भारत सरकार तथा भारतीय विदेश मंत्रालय को जानकारी दिए बिना गुपचुप रूप से दिल्ली में चीन के दूतावास में चीनी राजनायिको के साथ सीक्रेट मीटिंग कर रहे थे ...इस मुलाक़ात की सूचना किसी तरह चीन के दूतावास से लीक हुयी तो ...राहुल गांधी ने चुप्पी साध ली थी ..और जब मीडिया ने कांग्रेस के नेताओं से इस गुप्त मुलाक़ात पर सवाल किये तो , कांग्रेसी नेताओं ने चीन के साथ ऐसी किसी मुलाक़ात से साफ़ इनकार किया था ..उसी रात हमने चीनी दूतावास की साईट पर जाकर राहल गांधी की कुछ पिक के स्क्रीन शॉट लिए थे ..चूँकि भारत में चीन के दोस्त नेहरु गांधी परिवार ने उस गुप्त मुलाक़ात से इनकार किया था इसलिए दिल्ली में चीनी दूतावास ने भी राहुल गांधी की चीनी राजदूत से मुलाक़ात वाली पिक अपनी साईट से डिलीट कर दी थी ...
 जब देश में चीन के साथ युद्ध रूपी संकट का माहौल था तथा जब गुजरात में चुनाव का माहौल है तो ऐसे में भारत के दुश्मन चीन तथा पाकिस्तान से नेहरु गांधी परिवार और उसके साथियो की गुप्त मुलाकातों के कारण क्या हो सकते है ..!!

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