Thursday, 28 December 2017

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जावा की राजकुमारी कंजेंग राडेन ने घर वापसी ../
                      इंडोनेशिया में जावा सबसे बड़ा प्रदेश है, इंडोनेशिया के अधिकतर नागरिक जावा के ही रहने वाले है, इंडोनेशिया कई द्वीप समूहों से मिलकर बना है, वैसे तो इंडोनेशिया में राष्ट्रपति इत्यादि होते है, पर ब्रिटैन की तरह ही यहाँ भी राजपरिवार है
और जावा की राजकुमारी कंजेंग राडेन ने इस्लाम को त्याग दिया है, और पूर्ण विधि विधान से करवाकर सनातन धर्म को स्वीकार किया है, कंजेंग राडेन ने अपनी शुद्धि सनातन धर्म के विधि विधानों से ही करवाई, और इसके बाद सनातन धर्म की दीक्षा ली और अब वो हिन्दू बन गयी हैं
कंजेंग राडेन का कहना है की, इंडोनेशिया का मूल धर्म सनातन धर्म ही है, और उन्होंने धर्मांतरण नहीं किया है, बल्कि वो अपने ही मूल धर्म में वापस आयी है, भारत में इसी प्रक्रिया को घर वापसी भी कहते है, ऐसे में हम कह सकते है की जावा की राजकुमारी कंजेंग राडेन ने घर वापसी ही करी है
आपकी जानकारी के लिए बता दें की इस से पहले इंडोनेशिया के सुप्रीम कोर्ट की जज ने सनातन धर्म स्वीकार किया है, इंडोनेशिया आज मुस्लिम बहुल देश है, पर पहले इंडोनेशिया इस्लामिक देश नहीं बल्कि एक हिन्दू देश ही था, और इसी कारण आज भी इंडोनेशिया में हिन्दू धर्म के प्रतिक हर जगह है, इंडोनेशिया के लोगों का भी ये मानना है की उनका धर्मांतरण हुआ है, पर पूर्वज उनके हिन्दू ही थे
कुमार अवधेश सिंह
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                  योगी आदित्यनाथ जी के मुख्यमंत्री बनने के बाद प्रदेश की जेलों में लंगडे-लूलों की तादाद बढ गयी है। पल भर में महिलाओं का सुहाग उजाड़ने, बच्चों को यतीम बनाने, गुंडा टैक्स वसूली और दूसरों के घरों-दुकानों पर जबरन कब्जा करने वालों पर योगी की पुलिस कहर बन कर टूटी है।
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही योगी जी ने असामाजिक तत्वों को जैसी चेतावनी दी थी उसी के अनुरूप गुंडों को उनकी असल जगह पर पहुंचाने के काम में पुलिस जुट चुकी है। योगी सरकार बनने के बाद अब तक पुलिस और बदमाशों के बीच लगभग 1200 से अधिक मुठभेडें हो चुकी हैं। कुछ बदमाश ऊपर पहुंच चुके हैं तो सैकडों लंगडे-लूले होकर जेलों में पडे हैं।
हालत यह हो गई है कि पेशी पर कचहरी लाए जाने पर कभी आम आदमी के लिए खौफ का पर्याय माने जाने वाले गुंडे अब दूसरों के कांधे का सहारा लिए बिना एक डग भी नहीं चल सकते। चलने के नाम पर यह घिसटने को अभिषप्त हो चुके हैं।
                  योगी के गुंडा दमन अभियान के सकारात्मक परिणाम दिखाई देने लगे हैं। महिलाओं के गले से सोने की चेन झपटने वाले नदारद हो गये। दोपहिया वाहनों की चोरी थमी है। गुंडा टैक्स वसूली पर लगाम लगी है। कुख्यात अपराधी जिंदगी बचाने को खुद जमानत तुड़वा कर जेलों में जाने में ही अपनी भलाई मान रहे हैं।  कुछ भी हो पर कानून व्यवस्था में सुधार दिखने लगा है। यह बात अलग है कि विपक्ष यह कभी स्वीकार नहीं करेगा
जितेंद्र दीक्षित जी की पोस्ट
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आज कल यूरोपीयन देशों हाँलेंड, स्पैन, नार्वे, इंग्लेन्ड, फ़्रांस आदि में तनाव एंव अवसादग्रस्त लोगों को 'काउ यार्ड थेरपी' से ठीक किया जा रहा है ।
जिन लोगों मे आत्महत्या की प्रवत्ति, डिप्रेशन, तनाव, अवसाद आदि के लक्षण पाये जाते हैं उन्हे 'काउ यार्ड थेरेपी' से ठीक किया जा रहा है।
उन्हे १५ दिन गौशाला में गायौं के साथ ही सोना रहता है, दिन में कई बार गायों को गले लगाया जाता है ,
गाय को स्पर्श करवाया जाता है, एंव गाय का दूध पिलवाया जाता है।
जिसके चौंकाने वाले परिणाम इनको मिले हैं।
गाय मे गजब का हीलिंग पावर होता है।
और ये थेरेपी आजकल अमेरीका मे भी बहुत मशहूर हो रही है।
अमेरीका के न्यूयार्क टाईम्स के कॉलमिस्ट जेने लाग्सडन ने सर्वे कर ये पाया की अस्थमा जैसी बीमारी भी गौशाला में रहने से कम हो सकती है।
अनेक शोधों से ये पता चला है कि गाय का शरीर आसपास रहने वाले लोगों के शरीर से तामसिक उर्जा खीचने की अद्भुत क्षमता रखता है।
लगता है कि हम अपने वैदिक विज्ञान को तभी सम्मान दे पाते हैं जब सफ़ेद चमडी वाले इसे प्रमाणित करते हैं ।
यही योग, संस्कृत और आयुर्वेद के साथ भी हुआ है।
Link of New york Times Article.
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