Tuesday, 12 December 2017

अवार्ड वापसी गैंग के खिलाफ उठाये कड़े कदम, कईयों की होगी जांच!
 जब-जब चुनाव नज़दीक आये भारत में असहिष्णुता वाला गैंग , अवार्ड वापसी गैंग ने तब-तब आवाज़ उठायी. सभी बड़े साहित्यकारों ने कांग्रेस सरकार में मिले अपने अवार्ड लौटाए और भारत को अशहिष्णु देश घोषित कर दिया. लेकिन जब डीएसपी अय्यूब पंडित को मस्जिद के बाहर मुस्लिम भीड़ ने पीट-पीट के मार दिया तक किसी ने अवार्ड नहीं लौटाए और ना ही देश को असहिष्णु बताया.घोटालेबाज नेताओं, कालेधन के कुबेरों, अलगाववादियों के बाद अब अवार्ड वापसी गैंग पर भी मोदी सरकार ने धांधली के चलते कड़े आदेश दे दिए हैं.मोदी सरकार एक-एक अवार्ड वापसी वालों को निशाने पर लेने जा रही है. कवि अशोक वाजपेयी के अध्यक्ष रहने के दौरान ललित कला अकादमी में हुई अनियमितताओं की जांच संस्कृति मंत्रालय ने सीबीआई को सौंप दी है. अशोक वाजपेयी साल 2008 से 2011 तक क अकादमी के अध्यक्ष थे. सरकार ने सीबीआई को पत्र लिखकर अकादमी के पूर्व अध्यक्ष अशोक वाजपेयी के खिलाफ शिकायतों की जांच करने को कहा है.
लौटाए थे अवार्ड
आपको बता दें मोदी सरकार के खिलाफ चले अवार्ड वापसी अभियान में वाजपेयी आगे से आगे बढ़कर हिस्सा ले रहे थे. ये वही अशोक वाजपेयी हैं देश में कट्टरपंथियों के द्वारा बुद्धिजीवी लोगों के हत्या के खिलाफ साहित्यकारों और कलाकारों ने अवार्ड वापसी की मुहीम चलाई थी. अवार्ड वापिस करने वाले कलाकारों और साहित्यकारों में अशोक वाजपेयी भी शामिल थे. आपको बता दे कि ये अवार्ड वापसी समुदाय अपने मन मुताबित सुनियोजित विषयो पर ही बस अवार्ड वापिस कर रही थी...महेश शर्मा ने कहा किसी का भ्रष्टाचार इस आधार पर नजरंदाज नहीं कर सकते कि वह चर्चित आदमी है. अगर किसी ने गलती नहीं की है, तो उसे घबराने की जरूरत नहीं .सीबीआई कला अकादमी में हुए सरकारी दिशा-निर्देशों के उल्लंघन की जांच करेगी. इसके साथ फंड के दुरुपयोग की भी जांच होगी.ललित कला अकादमी के ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक, अकादमी के क्रियान्वयन में कई बार नियमों का उल्लंघन किया गया है. अकादमी के नियमों को नजरअंदाज कर कुछ कलाकारों को पैसे दिए गए. रिपोर्ट में जिम्मेदारी तय करने को कहा गया है.

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