Wednesday, 16 May 2018

*दुख की बात ये है कि, 'वक़्त' बहुत कम है...
* ख़ुशी की बात ये है कि
*अभी भी वक़्त है ...
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पंकज उदास ने बरसों पहले बताया था -
चाँदी जैसा रँग है तेरा, सोने जैसे बाल,
एक तू ही धनवान है गोरी ,बाकी सब कंगाल....
अब जाकर देश को समझ आया ...कि वो सोनिया जी की बात कर रहे थे..।
😂😂😁😛--- कुमार अवधेश सिंह

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