Saturday 12 May 2018


सब  खड़े होकर आखो मे आंशू लिए ताली बजाने लगे....
कॉलेज में एक "मैरिड लाइफ" पर वर्कशॉप चल रहा था :
जिसमें कुछ बिवाहीत जोडीया हिस्सा ले रही थी..
जिस वक्त प्रोफेसर साहब मंच पे आये .. प्रोफेसर ने उस भीड़ मे से एक बिवाहीत लड़की को बुलाकर कहा की...
"आप जिन जिनसे आप बेहद प्यार करते हो उनके नाम बैल्क -बोर्ड मे लिखो.."
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फिर वह बिवाहीत लड़की ने बड़ी खुशी के साथ मुस्कुराते हुये अपने दोस्तों और अपनों के सारे नाम बैल्क-बोर्ड मे लिख दिए ।
कोई 20-25 नाम थे।
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तब प्रोफेसर ने कहा की आप इन नामों मे से कोई 5 नाम मिटाओ.. लड़की ने आसानी से अपने 5 पडोशी के नाम मिटा दिये। प्रोफेसर ने कहा की अब आप और 10 नाम मिटाओ.. लड़की ने सभी की ओर मुस्कारा कर देखा और फिर अपने रिश्तेदारों के नाम मिटाये..
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प्रोफेसर ने फिर कहा की इनमें से आप अब और 5 नाम मिटाओ.. लड़की थोड़ी गम्भीर हुईं ..फिर सोचा की ये खेल तो है सोचकर अपने दोस्तों के नाम मिटा दिये..
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अब बैल्क-बोर्ड पे सिर्फ चार नाम रह गये..
माँ ..पापा ..पति.. बेटे ..!
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भले ये एक खेल था फिर भी पूरा कमरा शांत हो गया था.. क्योंकि लड़की के साथ साथ पूरे कमरे के लोग दिमाग से इस खेल को खेल रहे थे।
तब प्रोफेसर ने कहा की इनमें से दो नाम मिटाओ...
लड़की प्रोफेसर को ताकती रही.. प्रोफेसर ने कहा की ये तो बस एक खेल है..तुम जल्दी से दो नाम मिटाओ...
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लड़की अचानक बेहद उदास हो गई और कांपते हाथों से उसने अपनी माँ पापा का नाम मिटा दिया । पूरा कमरा अवाक रह गया..लड़की की आखो मे आंशू थे..कीसी को उम्मीद भी नहीं थी की वह ऐसा करेगी..
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अब सिर्फ दो नाम रह गया ..पति और बेटे का...
प्रोफेसर ने कहा ..अब आप इनमें से कोई एक नाम मिटाओ..
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इतना सुनते ही लड़की फफक फफक कर रो पड़ी ..
प्रोफेसर ने कहा की चलो जल्दी करो.. लड़की ने रोते हुए सर झूकाकर बेटे का नाम मिटा दिया और वहीं जमीन पे रोते रोते बैठ गई .. !
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सारा माहौल गमगीन हो गया..सब लड़की के रवैये से स्तब्ध रह गये ... ।
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तब प्रोफेसर ने लड़की से पूछा की, "तुमने अपने माँ पापा और बेटे से ज्यादा अपने पति को महत्व दिया.. ऐसा क्यों ..?"
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तब लड़की ने रोते रोते कहा की जिंदगी मे ये चार रिश्ते बेहद मुल्यवान होते हैं ..फैसला लेने के लिए हमें मौत के दरवाजे तक जाना पड़ता है । मेरे माँ पापा बुजुर्ग हो चुके है ..कभी न कभी वह हमें छोड़ के चले जायेगे ..बेटा भी जब बड़ा होगा तो वह अपनी पत्नी के साथ खुश रहेगा ..
पर मेरा पति मेरे साथ तब तक है जब तक मेरी धड़कन मे हलचल है जब तक मैं जिन्दा हूँ । वह मेरे आधा हिस्सा हैं यदी मैं उन्हें ही मिटा दूंगी तो फिर मुझमें और क्या बाकी रह जायेगा ..?
क्योंकि मेरी पहचान और मेरी जिंदगी ही मेरा पति है.... सब लोग खड़े होकर आखो मे आंशू लिए ताली बजाने लगे..क्योंकि एक औरत के लिए जिन्दगी की असली सच्चाई ही यही होती है..Priyanka Moradiya

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