Saturday 26 May 2018

SnskR JULY

आइये चित्रों से समझिए कि उत्तराखंड के गुमन्तू भेड़ पालक चरवाहे भेड़ो/बकरियों को जंगलो में चराते समय उनके बच्चों को जंगली जानवरों से कैसे बचाते है...
1.भेड़ चरवाहे बांस की तीलियों से जालीनुमा गोल पिजड़ा बनाकर उनमे भेड़ो/बकरियों के छोटे-छोटे बच्चों को एक साथ रखते है.
पिजड़े के पास भेड़ झुंड की रखवाली करने वाला भोटिया कुत्ता स्वतः ही आ बैठेगा.. उस भोटीए कुत्ते को भोजन के समय मडुए की रोटी के साथ भर पेट भेड़/बकरी का दूध दे दिया जाता है। वह बच्चों का पिजड़ा छोड़कर कंही नही जाता है। उसके गले मे टीन की एक पट्टी बंधी होती है जिसमे चारो तरफ किले जड़ी होती है जो बाघ-तेंदूये को उसकी गर्दन दबोचने से बचाती है । जिसके कारण वह भोटिया कुत्ता बाघ-तेंदूये से लड़ जाता है।
2.. भेड़-बकरी बच्चों की माँ पिजड़े के पास आकर देखती है कि उसका बच्चा किस पिजड़े में है.
3..बच्चों के लिए पिजड़े में ही पेड़ की पत्तियां डाल दी जाती है जिन्हें वह रात भर खाते रहते है.
4.. भोटिया कुत्ता पिजड़ा रखने के बाद से पिजड़े के पास ही बैठा रहता है..उसे वँहा से कोई नही हिला सकता.
5..रात में पिजड़े के ऊपर तिरपाल डाल दी जाती है ताकि बच्चों की वर्षा, ओले-पाले से बचाव हो.
6..सुबह होते ही बच्चों की भेड़-,बकरी माताएं झुंड से निकलकर पिजड़े के पास आ जाती है., और मिमियाने लगती है.भेड़ चरवाहा पिजड़ा उठा देता है और सभी बच्चे अपनी माँ से मिलते है.
7.फिर हर माँ अपने-अपने बच्चों को बड़े प्यार से जी भरकर अपने थन का दूध पिलाती है।
फिर शाम होते ही वही प्रक्रिया फिर दोहराई जाएगी. और भोटीए कुत्ते को बच्चों की जिम्मेदारी सौप दी जाएगी.
प्लीज आप लोग बताइये यह विवरण कैसा लगा?
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,

शिवांगी पाठक !
दुनिया की सबसे छोटी लड़की (16 साल), जिसने आज माउन्ट एवरेस्ट सर कर दिया .. !
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
भारत की शान .. संप्रीति भट्टाचार्य (युवा वैज्ञानिक) फोर्ब्स लिस्ट में शामिल 

अंडरवाटर ड्रोन (UnderWater Drone) का आविष्कार किया !! 
______________
भारत की शान .. संप्रीति भट्टाचार्य (युवा वैज्ञानिक) फोर्ब्स लिस्ट में शामिल
अंडरवाटर ड्रोन (UnderWater Drone) का आविष्कार किया !!
कोलकाता की 28 साल की संप्रीति भट्टाचार्य ने "अंडरवाटर ड्रोन" बना डाला है जो समुद्र की गहराई में वहां भी काम कर सकेगा जहां GPS काम नहीं करता है। इसके साथ ही हाइड्रोस्वार्म का Patent भी संप्रीति के नाम हो गया है...!!!
इस नायाब आविष्कार के लिए संप्रीति को प्रतिष्ठित "फो‌र्ब्स पत्रिका" ने दुनिया के 30 "पावरफुल यंग चेंज एजेंट" में शामिल कर लिया है।
यह ड्रोन समुद्र को मापने के साथ पानी के नीचे प्रदूषण के बारे में भी पता लगा सकता है। सूक्ष्म जीवों को भी यह पहचान सकेगा। यह ड्रोन 100 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को चार घंटे में कवर कर सकता है।



पसंदऔर प्रतिक्रियाएँ दिखाएँ
टिप्पणी करें

No comments:

Post a Comment