Monday, 1 June 2015

mediya

स्मृति ईरानी ,
अपने आत्मविश्वास ओर बेबाकी के कारण वो जब भी मीडिया से मुखातिब होती है , आम जन स्मृति ईरानी मे स्वयं की आवाज को परवाज़ होते देखता है !
डायन ग्रुप उनके अल्प शिक्षित होने का मसला उछालता है ,तो सीधा सा सवाल उठता है ,की जब राबड़ी जेसी अंगूठा छाप ,उन्हे स्वीकार्य थी ,तब आज ये रोना क्यो ?
वेसे भी पढे लिखे लोगो ने कोन सा बडा तीर मार दिया है अब तक ? एक विदेश मे पढ़ा लिखा प्रधानमंत्री जब लाल मिर्च ओर हरी मिर्च मे भेद ना जाने वो सही ?
एक आदमी IIT किया हुआ है ,जो  रायता फैलाने के आलावा कुछ नही जानता, वो सही ?
एक अर्थशास्त्र मे पी एच डी हुआ जिसने दस साल देश का कबाडा करने ओर एक विदेशी महिला का रिमोट बनने के अलावा कुछ किया हो तो बताओ ?
एक टंच माल का पारखी ,एक अपनी सुंदर -सुंदर बीबियो को अपने रास्ते से बड़ी सफाई से हटाने वाले ,एक लूँगी मेन इन सबने खूब पढाई की थी ,कुछ विदेश मे भी पढे है ,
लेकिन देश के लिए क्या योगदान किया?
किया तो सिर्फ छिछोरापन ? ऐसी पढाई का क्या फायदा कि हम देश के लिये कुछ योगदान ना कर पाये ,पढे लिखे हो के क्या घोटाले ही करना सीखे ?हमे स्मृति ईरानी पर गर्व है !  --अरून शुक्ला
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" अब 'माँ' अपने 'बच्चो' को ऐसे 'डांटेगीं':
'मोदी' 'बनना' है ना.....?
फिर....?
'राहुल' जैसी 'हरकत' क्यों की.?
बता......
अब 'मनमोहन' की तरह 'चुप' क्यों खड़ा है.?
बोल जल्दी .......
बोल नहीं तो 'केजरीवाल' कि तरह 'थप्पड़' खायेगा "...!!

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भारत का एक भी पत्रकार ऐसा नहीं है, जिसने पूछा हो कि सोनिया जी आपकी शैक्षणिक योग्‍यता क्‍या है, आपकी नागरिकता कहां की है..... आपको पास कितना पासपोर्ट है, आप किस गुप्‍त बीमारी के इलाज के लिए गुप्‍त 'डांगरीला' जैसी जगह पर चली जाती हैं.....जिस सोनिया गांधी के नेतृत्‍व में 10 साल तक घोटालों की सरकार चली हो....उससे एक भी प्रश्‍न पूछने वाला पत्रकार कम से कम भारत में तो नहीं दिखता है........
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कामवाली नही आई हो
और बीबी पोछा लगा रही हो
तो पैर बचाकर ऐसे निकलना पड़ता है मानो नक्सलियों ने लैंडमाइन बिछा रखा हो और गलती से बारूद फट न जाए..
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महाभारत... कल और आज...
दुर्योधन और राहुल गांधी...
इन्हें अपने टेलेंट पर नहीं तो अपनी पुश्तैनी अधिकार पर राज्य चाहिए...!!!
भीष्म पितामह और एल. के आडवाणी...
इन्हें कभी भी राजतिलक का अवसर प्राप्त नहीं हुआ, पर आदर बहोत हुआ... और जिंदगी की आखिरी दौर में दोनों ही असहाय हो गये...!!!
नरेंद्र मोदी और अर्जुन...
दोनों ही टॅलेंटेड, धर्म की राजनीति करते हुए उच्चस्तर पर पहुंच गये...!!!
दिग्विजय सिंह और शकुनि मामा...
दोनों ही कपटी और चालबाज. एक दुर्योधन को राज्य दिलाना चाहता था, और दूसरा राहुल बाबा को...!!!
सोनिया और धृतराष्ट्र...
दोनों के आँखो पर पुत्रप्रेम का अंधेरा होने के कारण - पुत्र अक्षम और काबिल नहीं होने के बावजूद उसे ही समर्थन और सहारा देने के लिए विवश...!!!
इतना कोई टैलेंटेड और महारथी कांग्रेसी नहीं मिला जिसे कर्ण का दर्जा दिया जा सके....
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.....गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड के अनुसार...
1. विश्व में इस्लाम के आतंकी सबसे ज्यादा है ।
2. इस्लाम के आतंकी सबसे ज्यादा मारे जाते है ।(क्योंकि वो हैं सबसे ज्यादा)
3. कम उम्र में जिहाद से मरने वाले सिर्फ मुस्लिम हैं ।
4. आतंकवाद के कारण सर्वाधिक विधवाए सिर्फ मुसलमानों में होती है ।
5. आंतकवाद के कारण सबसे ज्यादा वेश्याए इस्लाम में बनती हैं ।
6. सबसे अधिक बीमारी मुस्लिमो में होती है ।(Genetic Mutation करीबी रिश्तों में
निकाह के कारण ।)
7. सबसे ज्यादा गरीबी, भुखमरी इस्लामिक देशो में है ।
8. अनपढ़ बच्चे सबसे ज्यादा मुस्लिमो में है ।
9. सबसे खतरनाक 10 देश मुस्लिम ही है ।
10. सबसे अधिक 10 गरीब देश मुस्लिम देश हैं ।
बेवजह की बहस से पहले google पर चेक कर सकते हैं ।



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