Tuesday, 10 May 2016


भारतीय इतिहास के दस महानतम शासक

Samudragupta
समुद्रगुप्त:-
समुद्रगुप्त को भारत का नेपोलियन कहा जाता है । वैसे अगर नेपोलियन को फ़्रांस का समुद्रगुप्त कहा जाए तो अधिक सार्थक है.. वह अपनी जिंदगी में कभी भी पराजित नही हुआ । उसका विजय अभियान भारत के हर क्षेत्र में कामयाब रहा । प्रथम आर्यावर्त के युद्ध में उसने तीन राजाओं को हराकर अपने विजय अभियान की शुरुआत की । इसके बाद दक्षिणापथ के युद्ध में दक्षिण के बारह राजाओं को पराजित कर उन्हें अभयदान दिया । यह उसकी दूरदर्शी निति का ही परिणाम था ,वह दक्षिण के भौगोलिक परिस्थितियों को भलीभांति समझता था । आर्यावर्त के द्वितीय युद्ध में उसने नौ राजाओं को हरा कर उन्हें अपने साम्राज्य में मिला लिया । बाद में उसने सीमावर्ती राजाओं और कई विदेशी शक्तियों को भी पराजित कर अपनी शक्ति का लोहा मानने पर मज़बूर कर दिया।
समुद्रगुप्त ही गुप्त वंश का वास्तविक निर्माता था । उसका प्रधान सचिव हरिसेन ने प्रयाग प्रशस्ति की रचना की जिसमे समुद्रगुप्त के विजयों के बारें में विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है । समुद्रगुप्त ने अश्वमेघ यज्ञ भी करवाया । वह वीणा बजाने में भी कुशल था । उसके दरबार में बुधघोष जैसे विद्वान् आश्रय पाते थे । समुद्रगुप्त गुप्त राजवंश से संबंधित चंद्रगुप्त के उत्तराधिकारी थे और उस राजवंश के महानतम राजा थे। समुद्रगुप्त को भारत के स्वर्ण युग का शुरुआत  की करने के लिए जाना जाता है। उन्हें एक महान योद्धा, कला के पारखी और एक उदार शासक के लिए आज भी याद किया जाता है।

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