8 साल की उम्र में कंठस्थ थे सारे वेद
16 की उम्र में बजा उनके नाम का डंका...
शंकराचार्य का जन्म आज से तकरीबन ढाई हजार साल पहले 788 ई. में दक्षिण भारत के केरल में हुआ था। शंकराचार्य ने पूरे भारत की यात्रा करते हुए देश में हिंदू धर्म का प्रचार किया और चार पीठो की स्थापना कर भारत को हिंदू दर्शन, धर्म और संस्कृति की अविरल सनातन धारा में पिरो दिया। दरअसल, उन्होंने एक तरह से हिंदू धर्म की फिर से स्थापना की। आज जिस हिंदू धर्म का स्वरूप में हमें दिखाई देता है, वह शंकराचार्य का ही बनाया हुआ है।
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