Thursday, 26 May 2016

क्या आप कल्पना कर सकते है कि अब आपकी सायकल भी बाईक की तरह ही हवा से बातें करेंगी। वो भी बगैर पैडल चलाए !! 
ये सफल करिश्मा भी भारतीय दिमाग ने कर दिखाया है। हम आपको बता देवें सूरत (गुजरात)। के डॉक्टर राजेंद्र पटेल और एसवीएनआईटी के प्रोफेसर पी.आर. शिवदास, प्रोफेसर एस.ए. चनिवाला और प्रोफ़ेसर ए.वी. दोषी ने साइकिल के साथ प्रयोग करके हवा के दबाव से चलने वाली साइकिल बनाई है।
 इस साइकिल में एक सिलेंडर लगाया गया है, जिसके कारण पैडल मारे बिना साइकिल चला सकते हैं। सुनने देखने में यह बहुत आसान बात लगती है, लेकिन इसे बनाने में डॉक्टर राजेंद्र पटेल को तीन साल से भी ज्यादा का समय लगा है।


ऐसे चलती है:
साइकिल में बाइक की तरह ही एक्सलेटर लगाया गया है। इस एक्सलेटर की वजह से सिलेंडर का वॉल्व खुलता और बंद हो जाता है। इस साइकिल की सीट की नीचे कम्प्रेस्ड हवा भरने के लिए एक टंकी लगाई गई है जिसमें 150 बार दबाव से हवा भरी जा सकती है। सिलेंडर के साथ दोनों तरफ छोटे सिलेंडर भी लगाए गए हैं जो हवा बाहर आने पर पिस्टन के जैसे आगे पीछे होते रहते हैं। जब भी हवा बाहर निकलती है तब मेकिनिकली सिलेंडर का रॉड आगे-पीछे होता है और साइकिल के पीछे लगा गियर गोल-गोल घूमने लगता है।
सात बार जितना दबाव होने पर यह साइकिल 10-12 कि.मी. प्रति घंटा की गति से चलती है। साइकिल में ब्रेक लगते ही हवा का दबाव बंद होता है और साइकिल कम दूरी पर रुक जाती है। साइकिल के आगे एक बॉक्स है जिसे चाबी से बंद करने पर इलेक्ट्रिक सर्किट बंद हो जाता है और साइकिल का चलना बंद हो जाता है।

 डॉक्टर राजेन्द्र पटेल ने साइकिल को ऑनलाइन यूएसए की वेबसाइट पर पेटेंट किया है। हाल ही में इसका सिर्फ प्राथमिक मॉडल बनाया गया है।








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