Thursday 30 October 2014

भारतीय वैज्ञानिको की 20 साल की मेहनत से बनी है परमाणु पनडुब्बी 'अरिहंत !
क्या है इसकी विशेषताएँ जरूर पढ़िये !
15,000 करोड़ की लागत से तैयार हुई है ।
- 6000टन वजन, 367 फुट लंबाई, 49 फुट चौड़ाई।
- 44 किलोमीटर तक जा सकती है 1 घंटे में।
- 95 लोग एक साथ सवार हो सकते हैं सफर के दौरान।
- 700 किमी. तक मार करने वाली स्वदेशी सागरिका मिसाइल से लैस होगी।
-12सागरिका मिसाइल एक साथ लग सकती हैं परमाणु पनडुब्बी में।
-एक बार ईंधन भरा तो 10 साल तक पानी के अंदर रह सकती है !
बार बार ऊपर आकर ईंधन भरने की जरूरत नहीं !
समुन्द्र के अंदर से ही परमाणु मिसाइ छोड़ने की क्षमता रखती है ,
समुंद के अंदर से ही ऊपर उड़ रहे हवाई जहाज को खत्म कर सकती है !!
महासागर में परमाणु पनडुब्बी चलाने वाला भारत अकेला देश होगा।
- अभी तक अमेरिका, रूस, फ्रांस, ब्रिटेन और चीन के पास ही है ऐसी पनडुब्बी।
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इन देशो ने इसे बनाने के लिए भारत को तकनीक देना तो दूर भारत को बनी बनाई पनडुब्बी भी देने से मना कर दिया था ! क्योंकि अपनी आधुनिक तकनीक कोई भी देश किसी को नहीं देता तकनीक का विकास खुद करना पढ़ता है ! भारत सरकार को
भारतीय वैज्ञानिको पर भरोसा ही है ! कटोरा लेकर भिखारियो की तरह पहुँच जाते अमेरिका के पास हमे ये दो हमे वो दो !!

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