Wednesday 7 October 2015

ये ‪#‎स्वास्तिक‬ अलग-अलग देशों में कुछ इस तरह से देखा गया हैं। यह प्रमाण हैं कि‪#‎सनातन_धर्म‬ केवल हिन्दुस्तान में ही नहीं अपितु सारे जहाँ पे था।
दिमाग लागने वाली बात ये हैं कि जब आज से 4000 साल पहले ‪#‎सनातन‬ धर्म के अलावा कोई दूसरा धर्म था नहीं।
विश्व में केवल #सनातन_धर्म ही ज्ञान पर आधारित धर्म है. बाकी सब तो किसी एक व्‍यक्ति के द्वारा प्रतिपादित किये गये है. इसलिए सनातन धर्म ही सर्वश्रेष्ट है और उसकी किसी से तुलना नही की जा सकती है. एक मात्र सनातन धर्म ही ऐसा धर्म है जो समय समय पर अपने नियमों की समीक्षा करके उनमे सुधार करता रहा है.
सनातन धर्म एक खुला धर्म है जो विचार से नहीं अपितु विवेक से विकसित हुआ है । इसके विपरीत अन्य धर्म चाहे वह इस्लाम हो चाहे इसाई या कोई अन्य, सभी बंद धर्म है जो एक व्यक्ति मात्र के विचारों पर आधारित है और जो यह मनकर चलते है कि समय अपरिवर्तित रहता है और व्यक्ति का विवेक भी । इन धर्मों में विचारों के विकास का कोई महत्व नहीं है । यही कारण है कि इन धर्मों में विशेष आग्रह अथवा वैचारिक कट्टरता पाई जाती है ।

No comments:

Post a Comment