साहित्य अकादमी पुरष्कार किसको मिलते है ? फोटो ही बता रहा है जो चाटुकार होते है ..75 वर्षीय रंगनाथ मिश्र पुरष्कार लेने के बाद मुख्य मंत्री अखिलेश यादव के पैर छू रहे है ..
ऐसे ही चाटुकार लोग जिनको पहले की कांग्रेसी सरकारो ने साहित्य अकादमी पुरष्कार से नवाज था इस समय सुर्ख़ियो में बने रहने के लिए दादरी काण्ड की आड़ में पुरष्कार लौटा रहे है . पुरष्कार लौटाने वालो में अब वे चाटुकार भी है जिनको वर्ष 1984 के दिल्ली सिख दंगो से पहले उनकी चाटुकारिता के लिए साहित्य अकादमी पुरष्कार मिल चूका था लेकिन दिल्ली के दंगे में मारे गए/ जिन्दा जलाये गए सीखो को ये चाटुकार इंसान नही समझे ...लेकिन सब दादरी मामले में अपने राजनितिक आका के कहने पर घड़ियाली आंसू भी बहा रहे है ...
सच कहा है चाटुकारिता तो कोई इनसे सीखे .. इनमे से 99% वामपंथी चाटुकार जिन्हें कांग्रेस ने हिन्दुत्व के खिलाफ लिखने के लिए पुरष्कार के नाम पर इनाम दिया हुआ है ..
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