में ऐसे सड़े हुए कानून और गन्दी मानसिकता वाले लोगो से पूछना चाहता हूँ की अगर कल को उन्हें इंसानी मांस खाने का मन करे तो क्या वो किसी इंसान को भी काटकर खा जायेंगे और तब भी यही तर्क देंगे क्या ? गाय, बकरा, मुर्गा कोर्ट नहीं जा सकते, अपने पर हुए हमले का प्रतिकार नहीं कर सकते, वो नहीं कह सकते कीहमें मत काटो, हमें भी जीने दो। इसलिए हम आजाद है तुम्हें मारने, काटने और खाने के लिए, हम इंसान है, हम विकशित है और धीरे धीरे हम इतने विकशित हो जायेंगे की जो इंसान प्रतिकार ना कर सके हम उसे भी काटकर खा जायेंगे, आखिर कोई हमें हमारी पसंद का कुछ भी खाने से कैसे रोक सकता है ? हम मांसाहार के पक्ष में इतने तर्क दे सकते है जितने तुम सुन भी नहीं पाओगे, हम राम, कृष्ण, शिव सब को मांसभक्षी साबित कर देंगे, हम तुम्हें हर तरह से उकसाएंगे, सड़कों पर बैठ कर गौ मांस खाएंगे, और अगर तुमने जरा भी प्रतिक्रिया की तो ....
अख्लाख़ एक गाय के 4 माह बछड़े को चुरा कर ले जाता है विरोध करने गाय मालिक को अख़लाक़ का बेटा गोली मार देता है बदले में गावों के लोग अख़लाक़ से मार पीट करते है, चोट गलत जगह लग जाती है और अख़लाक़ मारा जाता है। ..... नतीजा हिन्दू साम्प्रदायिक है, अख्लाख़ मजलूम था।
यदि चोर अख्लाख़ और उसके अपराधी बेटे जिसने गोली मारी उसे कुछ नही कहा जाता तो सब कुछ ठीक था, देश में रोज चोरी के अपराध में किसी ना किसी को पकड़ा या पीटा जाता है, बहुत बार ऐसे चोर मार पिटाई से मर भी जाते है, पर उनकी मौत या पिटाई कोई मुद्दा नहीं होता ना ही मीडिया और ना ही नेताओं को इस सब की कोई परवाह होती, बात तब बदल जाती है जब चोर या अपराधी मुसलमान होता है।
मुसलमान होना आपके सारे पाप धो सकता है और आपको उल्टा सरकारी मदद का हकदार भी बना देता है, ए हिन्दुओं यह देश तुम्हारे लिए नहीं है, सरकार, नेता पुलिस, मीडिया, न्यायपालिका कोई तुम्हारी नहीं सुनेगा, तुम हमेशा अपराधी माने जाओगे।
हम मांसाहार करके भी पशुप्रेमी, पर्यावरण संरक्षक, मानवताबादी, धर्मनिरपेक्ष कहलायेंगे और तुम प्रतिकार करोगे तो अपराधी, साम्प्रदायिक, हिन्दू गुंडे कहलाओगे।#BAN_BEEF
अख्लाख़ एक गाय के 4 माह बछड़े को चुरा कर ले जाता है विरोध करने गाय मालिक को अख़लाक़ का बेटा गोली मार देता है बदले में गावों के लोग अख़लाक़ से मार पीट करते है, चोट गलत जगह लग जाती है और अख़लाक़ मारा जाता है। ..... नतीजा हिन्दू साम्प्रदायिक है, अख्लाख़ मजलूम था।
यदि चोर अख्लाख़ और उसके अपराधी बेटे जिसने गोली मारी उसे कुछ नही कहा जाता तो सब कुछ ठीक था, देश में रोज चोरी के अपराध में किसी ना किसी को पकड़ा या पीटा जाता है, बहुत बार ऐसे चोर मार पिटाई से मर भी जाते है, पर उनकी मौत या पिटाई कोई मुद्दा नहीं होता ना ही मीडिया और ना ही नेताओं को इस सब की कोई परवाह होती, बात तब बदल जाती है जब चोर या अपराधी मुसलमान होता है।
मुसलमान होना आपके सारे पाप धो सकता है और आपको उल्टा सरकारी मदद का हकदार भी बना देता है, ए हिन्दुओं यह देश तुम्हारे लिए नहीं है, सरकार, नेता पुलिस, मीडिया, न्यायपालिका कोई तुम्हारी नहीं सुनेगा, तुम हमेशा अपराधी माने जाओगे।
हम मांसाहार करके भी पशुप्रेमी, पर्यावरण संरक्षक, मानवताबादी, धर्मनिरपेक्ष कहलायेंगे और तुम प्रतिकार करोगे तो अपराधी, साम्प्रदायिक, हिन्दू गुंडे कहलाओगे।#BAN_BEEF
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