Saturday, 31 October 2015


श्रीमती Ifa Sudewi , इस्लामिक मुल्क इण्डोनेशिया की पहली महिला जज जिन्हे 2002 Bali bombings केस में मुख्य जज बनाया गया। 2002 Bali bombings trials के दौरान गिरफ्तार 5 मुस्लिम आतंकवादियों ने जब बताया की आतंक की शिक्षा-प्रेरणा उन्हें कुरान से मिली, तो मुस्लिम होने के नाते Ifa Sudewi चौंक उठी।
आम भारतीय मुसलमानों की तरह Ifa Sudewi ने भी यह मानने से इंकार कर दिया की कुरान में अल्लाह ने गैर-मुसलमां के क़त्ल का आदेश दिया है। तुरंत Ifa Sudewi ने एक कमिटी गठित की और कुरान पर आतंकवादियों द्वारा लगाये गए तोहमत की पड़ताल शुरू हुई। 27 दिनों तक सरकारी वकील, धर्मगुरु और आतंकवादी पक्ष के वकीलों ने इस बाबत साक्ष्य प्रस्तुत किये। 28 वें दिन आतंकवादियों को सजा सुनाने से पहले ही खुद जज साहिबा Ifa Sudewi ने इस्लाम छोड़ हिन्दू धर्म अपना लिया।
पढ़ा-लिखा मुसलमान तभी तक मुसलमान है, जब तक की उसने आसमानी किताब को समझा नहीं। कोई भी इन्सान एकबार बस इस किताब को पढ़ ले वह तुरंत यह मजहब छोड़ देगा। दरअसल 99% लोग सिर्फ आसमानी किताब का रट्टा लगाते हैं, समझने का प्रयास कोई करता ही नहीं। जिसने इसे समझ लिया वो या तो दहशतगर्द बन जाता है या मजहब ही छोड़ देता। न्यूज़ लिंक :

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