पिछले 16 महीने में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदुओं को बदनाम करने के लिए #Presstitutesमीडिया द्वारा चलाए गए संगठित अभियान पर एक नजर!
1) पश्चिम बंगाल में चर्च के नन से रेप में मीडिया रिपोर्टिंग-
'हिंदू रेपिस्ट', मोदी सरकार जिम्मेवार, मोदी सरकार आने के बाद अल्पसंख्यक खतरे में, राज्य की ममता बनर्जी सरकार से कोई सवाल नहीं, परिणाम आया- रेप के आरोप में बंग्लादेशी मुसलमान पकड़े गए, मीडिया के मुंह पर ताला, देश को इसकी सूचना नहीं मिली, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदू ही रेपिस्ट साबित हुए, मोदी सरकार ही अल्पसंख्यक विरोधी साबित हुई।
2) दिल्ली चुनाव से पूर्व चर्च के शीशे तोड़े गए, सेंधमारी की घटना हुई-
मीडिया रिपोर्टिंग- अल्पसंख्यक खतरे में, मोदी सरकार के आने के बाद से अल्पसंख्यकों पर हमले बढे, हिंदू फेनेटिक, हिंदू अतिवादी, परिणाम आया- केरल के कांग्रेसी विधायक द्वारा हमले कराने की रिपोर्ट सामने आयी। मीडिया चुप, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फिर से मोदी सरकार और हिंदू बदनाम।
3) नवी मुंबई में चर्च पर हमले- मीडिया रिपोर्टिंग-
भाजपा बनाना चाहती है हिंदू राष्ट्र, केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की फर्नवीस सरकार को मीडिया ने दोषी ठहराया, पहली बार किसी राज्य सरकार पर हमला किया गया, क्योंकि यह भाजपा की सरकार थी, हिंदू अतिवादी, भाजपा सरकार में अल्पसंख्यकों का जीना मुश्किल। परिणाम आया- उस चर्च पर हमले के आरोपी तीन ईसाई युवक निकले, जिन्होंने निजी दुश्मनी में यह हमला किया था। मीडिया फिर खामोश! अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राज्य की भाजपा सरकार, हिंदू और केंद्र की मोदी सरकार फिर से बदनाम।
4) दादरी में गो-वध के अफवाह के आरोप में अखलाक की मौत-
मीडिया की रिपोर्टिंग- हिंदू हत्यारे, हिंदुओं ने हत्या की, गो मांस खाने को अधिकार साबित किया, क्या खाएंगे यह सरकार तय नहीं करेगी, राज्य की अखिलेश सरकार से कहीं कोई सवाल हीं, राज्य के ही ताकतवर मंत्री आजम खान द्वारा अपनी विफलता को छुपाकर यूएन जाने की बात- मीडिया का नया डोज,हिंदू राष्ट्र बनाया जा रहा है, मोदी सरकार जिम्मेवार, राज्य सरकार की विफलता कहीं कोई मुददा नहीं, फिर से हिंदू और मोदी सरकार जिम्मेवार।
इस हमले में गोली लगने से घायल राहुल यादव के परिवार की किसी मीडिया में बात नहीं, उस पर गोली किसने चलाई-कोई पूछने वाला नहीं! तत्कालीन रूप से भाजपा नेता से जुडे सभी रिश्तेदार जेल में। परिणाम अभी आया नहीं- आए तो अपने आंख-कान खुले रखिएगा, क्योंकि यह मीडिया नहीं बताएगी। मीडिया के सच बताते ही फिर हिंदुओं को हत्यारा, आतंकवादी, निर्दयी साबित करना मुश्किल होगा, मोदी सरकार को फिर बदनाम करना मुश्किल होगा!
1) पश्चिम बंगाल में चर्च के नन से रेप में मीडिया रिपोर्टिंग-
'हिंदू रेपिस्ट', मोदी सरकार जिम्मेवार, मोदी सरकार आने के बाद अल्पसंख्यक खतरे में, राज्य की ममता बनर्जी सरकार से कोई सवाल नहीं, परिणाम आया- रेप के आरोप में बंग्लादेशी मुसलमान पकड़े गए, मीडिया के मुंह पर ताला, देश को इसकी सूचना नहीं मिली, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदू ही रेपिस्ट साबित हुए, मोदी सरकार ही अल्पसंख्यक विरोधी साबित हुई।
2) दिल्ली चुनाव से पूर्व चर्च के शीशे तोड़े गए, सेंधमारी की घटना हुई-
मीडिया रिपोर्टिंग- अल्पसंख्यक खतरे में, मोदी सरकार के आने के बाद से अल्पसंख्यकों पर हमले बढे, हिंदू फेनेटिक, हिंदू अतिवादी, परिणाम आया- केरल के कांग्रेसी विधायक द्वारा हमले कराने की रिपोर्ट सामने आयी। मीडिया चुप, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फिर से मोदी सरकार और हिंदू बदनाम।
3) नवी मुंबई में चर्च पर हमले- मीडिया रिपोर्टिंग-
भाजपा बनाना चाहती है हिंदू राष्ट्र, केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की फर्नवीस सरकार को मीडिया ने दोषी ठहराया, पहली बार किसी राज्य सरकार पर हमला किया गया, क्योंकि यह भाजपा की सरकार थी, हिंदू अतिवादी, भाजपा सरकार में अल्पसंख्यकों का जीना मुश्किल। परिणाम आया- उस चर्च पर हमले के आरोपी तीन ईसाई युवक निकले, जिन्होंने निजी दुश्मनी में यह हमला किया था। मीडिया फिर खामोश! अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राज्य की भाजपा सरकार, हिंदू और केंद्र की मोदी सरकार फिर से बदनाम।
4) दादरी में गो-वध के अफवाह के आरोप में अखलाक की मौत-
मीडिया की रिपोर्टिंग- हिंदू हत्यारे, हिंदुओं ने हत्या की, गो मांस खाने को अधिकार साबित किया, क्या खाएंगे यह सरकार तय नहीं करेगी, राज्य की अखिलेश सरकार से कहीं कोई सवाल हीं, राज्य के ही ताकतवर मंत्री आजम खान द्वारा अपनी विफलता को छुपाकर यूएन जाने की बात- मीडिया का नया डोज,हिंदू राष्ट्र बनाया जा रहा है, मोदी सरकार जिम्मेवार, राज्य सरकार की विफलता कहीं कोई मुददा नहीं, फिर से हिंदू और मोदी सरकार जिम्मेवार।
इस हमले में गोली लगने से घायल राहुल यादव के परिवार की किसी मीडिया में बात नहीं, उस पर गोली किसने चलाई-कोई पूछने वाला नहीं! तत्कालीन रूप से भाजपा नेता से जुडे सभी रिश्तेदार जेल में। परिणाम अभी आया नहीं- आए तो अपने आंख-कान खुले रखिएगा, क्योंकि यह मीडिया नहीं बताएगी। मीडिया के सच बताते ही फिर हिंदुओं को हत्यारा, आतंकवादी, निर्दयी साबित करना मुश्किल होगा, मोदी सरकार को फिर बदनाम करना मुश्किल होगा!
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