Sunday, 6 December 2015

दीपक शर्मा से सिर्फ राजीव भाई दिक्षित को जानने वाले
जिन्होंने हम पर राज करा उन्होंने हमारी भाषा बदला कर और शिक्षा बदलकर हमारी असली पहचान को मिटा दि
भारत में चल रहा ब्रिटिश शिक्षा तंत्र हमें अमेरिका के पहले राष्ट्रपति के बारे में बताता है पर हमारी वीरता और गोर्वता की गाथा को नही बताता
मार्शल आर्ट में सबसे अच्छी विध्या मानी जाती है कुंग्फु और इसको सिखाने का सबसे अच्छा विधालय माना जाता है चीन में स्थित सओलिन मन्दिर |
इस विद्यालय की आधारशिला रखने वाले और चीन के साथ पूरे विश्व को इस कला ज्ञान देने वाले एक भारतीय थे |
चीन, जापान,थाईलैंड आदि देशों में जिन्हें भगवान की तरह पूजा जाता है ; वह हमारे देश के हैं और हम उनका नाम भी नहीं जानते हैं, इससे बड़ी शर्म की बात क्या हो सकती है |
पल्लव साम्राज्य के शासक बल्लव महाराज के तीसरे राजकुमार बोधिधर्मन |
आज हम अपनी सभ्यता और संस्कृति को पूर्ण रूप से भूल चुके हैं | जिस संस्कृति को हम लोग भूल रहे हैं और जिन मूल्यों को हम खो चुके हैं
उनको अनेकों देश ने अपनाया आज वो देश विकसित अवस्था में हैं
और हम ???
आज आवश्यकता है हमें अपने गौरवमय इतिहास को जानने की, जो भी प्राचीन ग्रन्थ हैं उनका अध्ययन करने की, जो भी ज्ञान हमारे हमारे ऋषि - मुनियों ने हमें प्रदान किया हुआ है उस पर अमल करने की |
अपनी पहचान पाने के लिय आवश्यकता स्वभाषा में ज्ञान और विज्ञान की शिक्षा दिए जाने की है !
अंग्रेंजी हटाओ ( हिन्दी और संस्कृत लाओ )

No comments:

Post a Comment