महिलाओं में थाइरोइड / Thyroid की समस्या अधिक पायी जाती हैं। हाइपोथायरायडिज्म / Hypothyroidism के कारण महिलाओं में कब्ज, थकावट, मोटापा, बाल झड़ना और तनाव जैसी कई समस्या निर्माण हो जाती हैं। Hypothyroidism को नियंत्रण में रखने के लिए दवा और योग के साथ-साथ आहार में बदलाव लाना बेहद जरुरी होता हैं।
आज इस लेख में हम Hypothyroidism से पीड़ित व्यक्तिओं ने कौन से आहार पदार्थ ज्यादा लेना चाहिए और कौन से आहार पदार्थ कम लेना चाहिए इसकी चर्चा करने जा रहे है।

Hypothyroidism के रोगियों ने कौन सा आहार लेना चाहिए ?
Foods to eat if you have Hypothyroidism
Hypothyroidism के रोगियों ने कौन सा आहार लेना चाहिए ?
Foods to eat if you have Hypothyroidism
Hypothyroidism के रोगियों ने निचे दिए हुए आहार पदार्थों का अपने आहार में ज्यादा समावेश करना चाहिए :
साबुत अनाज / Whole Grains : Hypothyroidism से पीड़ित व्यक्तिओं में कब्ज / Constipation की समस्या रहती हैं। कब्ज से बचने के लिए अधिक Fiber युक्त साबुत अनाज जैसे की भूरे चावल, गेहूं, ब्रेड और पास्ता जैसे साबुत अनाज ज्यादा लेना चाहिए। Hypothyroidism की दवा खाली पेट लेने के 2 घंटे बाद ही साबुत अनाज खाना चाहिए।
दूध / Milk : Hypothyroidism से पीड़ित व्यक्तिओं में Calcium की कमी अधिक रहती हैं। सुबह-शाम एक गिलास फोर्टिफाइड दूध पीकर आप Calcium की कमी को दूर कर सकते हैं।
फलियां / Beans : फलियां में प्रचुर मात्रा में Fiber, Vitamin और Anti Oxidants होता हैं। मूंग, उड़द, मसूर, चना, राजमा जैसे Beans को अपने आहार में अवश्य लेना चाहिए।
आयोडीन / Iodine : Hypothyroidism के रोगियों ने अपने आहार में आयोडीन युक्त आहार का समावेश करना चाहिए। शरीर में पर्याप्त मात्रा में आयोडीन रहने पर थाइरोइड ग्रंथि सुचारू रूप से कार्य करती हैं।
मछली / Fish : मांसाहार खाने वालो ने अपने आहार में समुद्र मछली जैसे की सेल्फिश, सामन और झींगा खाना चाहिए। इनमे आयोडीन और Omega-3-Fatty acid अधिक मात्रा में होता हैं।
आयरन / Iron : आहार में Copper और Iron युक्त आहार का अधिक समावेश करे जैसे की काजू, बादाम, सूरजमुखी बीज इत्यादि। Copper और Iron से थाइरोइड ग्रंथि में हॉर्मोन की निर्मिति ठीक होती हैं।
सेलेनियम / Selenium : थाइरोइड ग्रंथि में सेलेनियम अधिक मात्रा में होता हैं। आहार में सेलेनियम युक्त आहार जैसे की भूरे चावल, अलसी के बीज, सूर्यफुल के बीज, तिल, गाजर, प्याज, लहसुन इत्यादि का समावेश करना चाहिए।
फल और सब्जी / Fruits & Vegetables : आहार में फल और हरी सब्जियों का समावेश कर समतोल आहार लेना चाहिए। इनमे मौजूद Vitamins और Anti Oxidants थाइरोइड ग्रंथि के सेहत के लिए जरुरी होता हैं।
आयुर्वेदिक जडीबुटी / Herbs : आयुर्वेद के अनुसार अश्वगंधा, कांचनार, ब्राम्ही, गुग्गुल, शिलाजीत, गोक्षुर और पुनर्नवा जैसी जडीबुटी से थाइरोइड रोग में लाभ होता हैं। आप आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह अनुसार इन्हे उचित मात्रा में रोजाना ले सकते हैं।
साबुत अनाज / Whole Grains : Hypothyroidism से पीड़ित व्यक्तिओं में कब्ज / Constipation की समस्या रहती हैं। कब्ज से बचने के लिए अधिक Fiber युक्त साबुत अनाज जैसे की भूरे चावल, गेहूं, ब्रेड और पास्ता जैसे साबुत अनाज ज्यादा लेना चाहिए। Hypothyroidism की दवा खाली पेट लेने के 2 घंटे बाद ही साबुत अनाज खाना चाहिए।
दूध / Milk : Hypothyroidism से पीड़ित व्यक्तिओं में Calcium की कमी अधिक रहती हैं। सुबह-शाम एक गिलास फोर्टिफाइड दूध पीकर आप Calcium की कमी को दूर कर सकते हैं।
फलियां / Beans : फलियां में प्रचुर मात्रा में Fiber, Vitamin और Anti Oxidants होता हैं। मूंग, उड़द, मसूर, चना, राजमा जैसे Beans को अपने आहार में अवश्य लेना चाहिए।
आयोडीन / Iodine : Hypothyroidism के रोगियों ने अपने आहार में आयोडीन युक्त आहार का समावेश करना चाहिए। शरीर में पर्याप्त मात्रा में आयोडीन रहने पर थाइरोइड ग्रंथि सुचारू रूप से कार्य करती हैं।
मछली / Fish : मांसाहार खाने वालो ने अपने आहार में समुद्र मछली जैसे की सेल्फिश, सामन और झींगा खाना चाहिए। इनमे आयोडीन और Omega-3-Fatty acid अधिक मात्रा में होता हैं।
आयरन / Iron : आहार में Copper और Iron युक्त आहार का अधिक समावेश करे जैसे की काजू, बादाम, सूरजमुखी बीज इत्यादि। Copper और Iron से थाइरोइड ग्रंथि में हॉर्मोन की निर्मिति ठीक होती हैं।
सेलेनियम / Selenium : थाइरोइड ग्रंथि में सेलेनियम अधिक मात्रा में होता हैं। आहार में सेलेनियम युक्त आहार जैसे की भूरे चावल, अलसी के बीज, सूर्यफुल के बीज, तिल, गाजर, प्याज, लहसुन इत्यादि का समावेश करना चाहिए।
फल और सब्जी / Fruits & Vegetables : आहार में फल और हरी सब्जियों का समावेश कर समतोल आहार लेना चाहिए। इनमे मौजूद Vitamins और Anti Oxidants थाइरोइड ग्रंथि के सेहत के लिए जरुरी होता हैं।
आयुर्वेदिक जडीबुटी / Herbs : आयुर्वेद के अनुसार अश्वगंधा, कांचनार, ब्राम्ही, गुग्गुल, शिलाजीत, गोक्षुर और पुनर्नवा जैसी जडीबुटी से थाइरोइड रोग में लाभ होता हैं। आप आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह अनुसार इन्हे उचित मात्रा में रोजाना ले सकते हैं।

Hypothyroidism के रोगियों ने कौनसा आहार मर्यादित मात्रा में लेना चाहिए ?
Foods to avoid if you have Hypothyroidism
Foods to avoid if you have Hypothyroidism
Hypothyroidism के रोगियों ने निचे दिए हुए आहार पदार्थ मर्यादित मात्रा में लेने चाहिए या बिलकुल नहीं लेने चाहिए :
सोया / Soy : आहार विशेषज्ञों के अनुसार सोया में Phytoestrogen नामक तत्व अधिक रहता है जिसके अधिक सेवन करने से Hypothyroidism होने का खतरा रहता हैं। Hypothyroidism से पीड़ित व्यक्तिओं ने इसका सेवन मर्यादित मात्रा में करना चाहिए।
सलीबधारी सब्जी / Cruciferous Vegetables : सलीबधारी सब्जी जैसे की गोभी / Cabbage, ब्रोकोली / Broccoli, फूल गोभी / Cauliflower, शलजम / Turnip, पालक / Spinach जैसे सब्जियों का आहार में समावेश कम करना चाहिए। रक्त में आयोडीन की कमी होने पर यह सब्जी थाइरोइड की निर्मिति में बाधा डालती हैं। पकाने पर इन सब्जियों का असर कम हो जाता हैं।
लस / Gluten : Gluten युक्त आहार लेने पर आंत में थाइरोइड की गोली का अवशोषण ठीक से नहीं होता है इसलिए इसका आहार में मर्यादित प्रमाण में ही समावेश करना चाहिए। थाइरोइड की दवा लेने के 3 घंटे तक कोई Gluten युक्त आहार नहीं लेना चाहिए।
फैट्स / Fats : अधिक Fat युक्त आहार लेने से शरीर में थाइरोइड हॉर्मोन की निर्मिति पर बुरा असर पड़ता हैं। आहार में अधिक तला हुआ और फैट युक्त आहार नहीं लेना चाहिए।
मीठा / Sugary : Hypothyroidism के कारण शरीर की चयापचय की गति धीमी पड़ जाती है और इस कारण मीठा आहार लेने पर रोगी का वजन आसानी से बढ़ जाता हैं। अपने वजन को नियंत्रित करने के लिए और मोटापे से बचने के लिए पौष्टिक गुणों से रहित मीठे आहार लेने से बचना चाहिए।
प्रसंस्कृत आहार / Processed Foods : बाजार में आजकल कई तरह के तैयार सब्जी और खाद्य पदार्थ मिलते हैं जिनमे अधिक मात्रा में नमक का इस्तेमाल होता हैं। Hypothyroidism में रोगी के रक्तचाप बढ़ने की संभावना अधिक होती हैं और ऐसे में अधिक नमक / सोडियम वाला आहार नहीं लेना चाहिए। एक दिन में 1500 mg से ज्यादा सोडियम नहीं लेना चाहिए।
कॉफ़ी / Coffee : एक अध्ययन से पता चला है की जो रोगी सुबह अपनी Hypothyroidism की दवा के साथ कॉफ़ी लेते है ऐसे रोगियों में थाइरोइड हॉर्मोन नियंत्रण बड़ी मुश्किल से होता हैं। कॉफ़ी के कारण Thyroxine दवा का अवशोषण / absorption ठीक से नहीं होता हैं। Hypothyroidism के रोगी ने सुबह खाली पेट केवल पानी के साथ ही अपनी दवा लेना चाहिए और आधे घंटे के बाद ही 1 गिलास दूध पीना चाहिए।
शराब / Alcohol : शराब पिने से थाइरोइड ग्रंथि पर बुरा असर पड़ता है और साथ ही थाइरोइड दवा भी बेअसर साबित हो जाती हैं। Hypothyroidism के रोगियों से शराब का सेवन बिलकुल नहीं करना चाहिए।
गण्डमालाकारक आहार / Goitrogenic Food : कुछ आहार पदार्थ ऐसे है जिनका अधिक सेवन करने से गले में सूजन होकर गण्डमाला / Goiter खतरा रहता हैं। ऐसे आहार में शामिल हैं बाम्बू शाखा / Bamboo shoots, श्वेत सरसों का तेल / Canola oil, सोयाबीन / Soyabean, शक़्क़र कंद / Sweet potato, एक ऐसा कांड जिसका सॉस बनता हैं / Horse Radish इत्यादि।
Hypothyroidism को नियंत्रण में रखने के लिए और शरीर को स्वस्थ रखने के लिए दवा, योग, व्यायाम के साथ आहार में परिवर्तन करना भी जरुरी होता हैं। आहार में योग्य बदलाव कर आप इस बीमारी को आसानी से control कर सकते है।
सोया / Soy : आहार विशेषज्ञों के अनुसार सोया में Phytoestrogen नामक तत्व अधिक रहता है जिसके अधिक सेवन करने से Hypothyroidism होने का खतरा रहता हैं। Hypothyroidism से पीड़ित व्यक्तिओं ने इसका सेवन मर्यादित मात्रा में करना चाहिए।
सलीबधारी सब्जी / Cruciferous Vegetables : सलीबधारी सब्जी जैसे की गोभी / Cabbage, ब्रोकोली / Broccoli, फूल गोभी / Cauliflower, शलजम / Turnip, पालक / Spinach जैसे सब्जियों का आहार में समावेश कम करना चाहिए। रक्त में आयोडीन की कमी होने पर यह सब्जी थाइरोइड की निर्मिति में बाधा डालती हैं। पकाने पर इन सब्जियों का असर कम हो जाता हैं।
लस / Gluten : Gluten युक्त आहार लेने पर आंत में थाइरोइड की गोली का अवशोषण ठीक से नहीं होता है इसलिए इसका आहार में मर्यादित प्रमाण में ही समावेश करना चाहिए। थाइरोइड की दवा लेने के 3 घंटे तक कोई Gluten युक्त आहार नहीं लेना चाहिए।
फैट्स / Fats : अधिक Fat युक्त आहार लेने से शरीर में थाइरोइड हॉर्मोन की निर्मिति पर बुरा असर पड़ता हैं। आहार में अधिक तला हुआ और फैट युक्त आहार नहीं लेना चाहिए।
मीठा / Sugary : Hypothyroidism के कारण शरीर की चयापचय की गति धीमी पड़ जाती है और इस कारण मीठा आहार लेने पर रोगी का वजन आसानी से बढ़ जाता हैं। अपने वजन को नियंत्रित करने के लिए और मोटापे से बचने के लिए पौष्टिक गुणों से रहित मीठे आहार लेने से बचना चाहिए।
प्रसंस्कृत आहार / Processed Foods : बाजार में आजकल कई तरह के तैयार सब्जी और खाद्य पदार्थ मिलते हैं जिनमे अधिक मात्रा में नमक का इस्तेमाल होता हैं। Hypothyroidism में रोगी के रक्तचाप बढ़ने की संभावना अधिक होती हैं और ऐसे में अधिक नमक / सोडियम वाला आहार नहीं लेना चाहिए। एक दिन में 1500 mg से ज्यादा सोडियम नहीं लेना चाहिए।
कॉफ़ी / Coffee : एक अध्ययन से पता चला है की जो रोगी सुबह अपनी Hypothyroidism की दवा के साथ कॉफ़ी लेते है ऐसे रोगियों में थाइरोइड हॉर्मोन नियंत्रण बड़ी मुश्किल से होता हैं। कॉफ़ी के कारण Thyroxine दवा का अवशोषण / absorption ठीक से नहीं होता हैं। Hypothyroidism के रोगी ने सुबह खाली पेट केवल पानी के साथ ही अपनी दवा लेना चाहिए और आधे घंटे के बाद ही 1 गिलास दूध पीना चाहिए।
शराब / Alcohol : शराब पिने से थाइरोइड ग्रंथि पर बुरा असर पड़ता है और साथ ही थाइरोइड दवा भी बेअसर साबित हो जाती हैं। Hypothyroidism के रोगियों से शराब का सेवन बिलकुल नहीं करना चाहिए।
गण्डमालाकारक आहार / Goitrogenic Food : कुछ आहार पदार्थ ऐसे है जिनका अधिक सेवन करने से गले में सूजन होकर गण्डमाला / Goiter खतरा रहता हैं। ऐसे आहार में शामिल हैं बाम्बू शाखा / Bamboo shoots, श्वेत सरसों का तेल / Canola oil, सोयाबीन / Soyabean, शक़्क़र कंद / Sweet potato, एक ऐसा कांड जिसका सॉस बनता हैं / Horse Radish इत्यादि।
Hypothyroidism को नियंत्रण में रखने के लिए और शरीर को स्वस्थ रखने के लिए दवा, योग, व्यायाम के साथ आहार में परिवर्तन करना भी जरुरी होता हैं। आहार में योग्य बदलाव कर आप इस बीमारी को आसानी से control कर सकते है।
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