Friday, 11 December 2015

रेल मंत्री जी बहुत अच्छा कार्य कर रहे है।
बदलाव आ रहा है - रेलमंत्री प्रभु को किया ट्वीट तो बच्चे के लिए ट्रेन में तुरंत पहुंचाया गया दूध !!
लेट ट्रेन में बच्चे को दूध नहीं मिला तो पिता ने ट्विटर का सहारा लिया. 10 दिसंबर को मण्‍डुवाडीह-नई दिल्‍ली सुपरफास्‍ट एक्‍सप्रेस से सत्‍येन्‍द्र यादव अपने परिवार के साथ यात्रा कर रहे थे. ट्रेन लेट चल रही थी और जगह-जगह रुक रुककर चल रही थी.
ऐसे में सत्येंद्र के बच्चे ने दूध के लिए रोना शुरू कर दिया. बच्चे का रोना सुनकर सत्येंद्र की पत्नी ने उनसे दूध का इंतजाम करने को कहा. लेकिन ट्रेन जिन जगहों पर रुक रही थी वहां पर कहीं भी दूध नहीं मिल पा रहा था.
18 महीने के बच्चे का रोना सुनकर सत्येंद्र यादव और उनकी पत्नी को कुछ भी सूझ नहीं रहा था.
ऐसे में सत्येंद्र यादव ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु को ट्वीट करने का मन बनाया. सत्येंद्र यादव ने रेलमंत्री को ट्वीट करके कहा कि ‘ट्रेन काफी लेट है, मेरे 18 महीने के बेटे को दूध चाहिए.'
ट्वीट मिलते ही रेलमंत्री ने इसके उत्‍तर में यात्रियों का फोन नम्‍बर मांगा और आवश्‍यक व्‍यवस्‍था का आश्‍वासन दिया गया. इस पर सत्येंद्र यादव ने ट्रेन में सवार अपने भाई का मोबाइल नंबर दिया.
जिस समय सत्येंद्र यादव बच्चे के दूध के लिए ट्वीट कर रहे थे उस दौरान यह गाड़ी उत्‍तर मध्‍य रेलवे के इलाहाबाद मण्‍डल से गुजर रही थी, इस वजह से रेल मंत्रालय ने महाप्रबन्‍धक उत्‍तर मध्‍य रेलवे एवं मण्‍डल रेल प्रबन्‍धक इलाहाबाद मण्‍डल को रेलयात्री की समस्या निदान करने का निर्देश दिया. इसके बाद रेल प्रशासन हरकत में आया और गाड़ी की पोजीशन चेक करने के बाद यात्री को ट्वीट करके कानपुर में आवश्‍यक व्‍यवस्‍था किये जाने की सूचना दी गई.
रेल मार्ग में अत्‍यधिक कंजेशन की वजह से रेलगाड़ी को और अधिक देरी हो रही थी. इसको ध्‍यान में रखते हुए रेलगाड़ी जिसका फतेहपुर पर नियमित स्टॉपेज नहीं है, को फतेहपुर रेलवे स्‍टेशन पर 2 मिनट का अतिरिक्‍त स्टॉपेज दिया गया.
रेलगाड़ी के फतेहपुर स्‍टेशन पर पहुंचने पर रेल अधिकारियों ने यात्रियों को अटैंड किया और बच्‍चे के लिए दूध उपलब्ध कराया गया. इसके बाद कानपुर स्टेशन पर भी गाड़ी पहुंचने पर यात्रियों को अटैंड किया गया और बच्‍चे को दूध दिया गया.
दूध मिलने के बाद रेलयात्री सत्येंद्र यादव ने ट्वीट किया कि ‘मेरे बेटे को दूध मिल गया है. रेल मंत्री सुरेश प्रभु जी बहुत-बहुत धन्‍यवाद.


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