2014 के बाद ये 6 फेक न्यूज़ जिन्हें मीडिया ने फैलाया,
खुलासा हुआ
फिर भी मीडिया ने नहीं मांगी माफ़ी...
भारत की मीडिया कितनी निष्पक्ष और इमानदार है ये आप भली भाँती जानते है, 2014 से पहले मीडिया वाले बहुत ही खुश थे, इनके संपादक मंत्रियों के साथ विदेशी दौरे किया करते थे, 5 सितारा होटल में मसाज लिया करते थे, संपादको और मीडिया के लोगों की खूब ऐश थी, 2014 के बाद से मीडिया की ऐश ख़त्म हुई तो मीडिया अपने असल काम में लग गयी, और वो काम है न्यूज़ देना नहीं बल्कि दलाली करना, फेक न्यूज़ फैलाकर सनसनी मचाना और कोई राजनितिक पार्टी से एजेंडा चलाने के लिए पैसा लेना
2014 के बाद यूँ तो मीडिया ने कई झूठ फैलाये, पर आज हम ऐसे 6 मामलों के बारे में आपको बताएँगे, जिन्हें मीडिया ने फैलाया पर ये सारे मामले झूठे निकले, और फेक न्यूज़ साबित हुए पर बेशर्म मीडिया ने 1 भी मामले में माफ़ी तक नहीं मांगी, और आज भी मीडिया उसी तरह एजेंडा करने में लगी हुई है, आप किसी भी न्यूज़ पेपर या न्यूज़ चैनल का नाम ले लीजिये, लगभग सभी ये ये 6 फेक न्यूज़ फैलाई थी
* दादरी के अख़लाक़ का मामला - मीडिया ने आपको बताया और अवार्ड वापसी गैंग और न जाने क्या क्या, तो मीडिया ने आपको बताया की निर्दोष और मासूम मुस्लिम शख्स अख़लाक़ को हिन्दुओ ने मार दिया, उसपर गौहत्या का आरोप लगाकर मार दिया जबकि उसके फ्रिज में चिकन था, इस मामले की जांच हुई - अख़लाक़ के घर में गौमांस ही मिला, इसने गाय को ही मारा था, जबकि मीडिया इसे निर्दोष बता रही थी, इसने कानून तोड़कर धार्मिक उन्माद फैलाया और जिसमे इसकी जान चली गयी, अख़लाक़ वाले फेक न्यूज़ पर मीडिया ने अबतक माफ़ी नहीं मांगी
* रोहतक की कथित मर्दानी बहने - मीडिया ने इनको हेरोइन की तरह पेश किया, इन्हें मर्दानी और न जाने क्या क्या बताया, इनपर कई कई शो किये, अंत में ये दोनों फर्जी निकली, आरोप लगाकर पैसे ऐंठने वाली निकली और जिन लड़कों को मीडिया ने बदनाम किया, उनका भारी नुक्सान किया गया वो लड़के निर्दोष निकले, इस मामले पर मीडिया ने अबतक माफ़ी नहीं मांगी
* दिल्ली की जसलीन कौर - दिल्ली यूनिवर्सिटी में चुनाव होने थे, जसलीन कौर नाम की लड़की आम आदमी पार्टी की कार्यकर्त्ता थी, इसने अपने ऊपर छेड़खानी का आरोप लगाया, मीडिया ने इस खबर को भी खूब फैलाया बाद में ये मैडम ये आपिन झूठी निकली और लड़का निर्दोष निकला, पर मीडिया ने अबतक माफ़ी नहीं मांगी
* हरियाणा का जुनैद खान - मीडिया ने फैलाया की बीफ के नाम पर ट्रेन में जुनैद नाम के लड़के को हिन्दुओ ने मार डाला- बहुत राजनीती की गयी, मीडिया ने बहुत डिबेट किया, अब हरियाणा और पंजाब हाई कोर्ट ने कहा की जुनैद की हत्या सीट के विवाद में हुआ उसमे धार्मिक एंगल था ही नहीं, कोई बीफ का एंगल नहीं था, पर मीडिया ने अबतक माफ़ी नहीं मांगी
* होली के गुब्बारों में स्पर्म - मीडिया ने वामपंथियों के साथ मिलकर झूठ फैलाया की होली के नाम पर महिलाओं का शोषण किया जा रहा है, और महिलाओं के शोषण के लिए उनपर गुब्बारों में स्पर्म भरकर मारा गया है, मीडिया का ये झूठ भी अब सामने है चूँकि फोरेंसिक जांच में पता चला की गुब्बारों में तो कोई स्पर्म था ही नहीं, पर मीडिया ने अबतक माफ़ी नहीं मांगी
* गुर्मेहर कौर - ये तो इतना फर्जी मामला था की मत ही पूछिए, गुर्मेहर कौर नाम की पाकिस्तान परस्त वामपंथी महिला ने खुद को कारगिल शहीद की बेटी घोषित कर दिया, मीडिया ने इस खबर के जरिये लोगों को खूब इमोशनल ब्लैकमेल किया, और खूब डिबेट चलाई, कारगिल शहीद की बेटी, पर बाद में ये महिला झूठी निकली, इसके पिता कारगिल की लड़ाई में शहीद नहीं हुए थे, और ये निष्पक्ष नहीं बल्कि JNU गैंग की मेम्बर निकली, पर मीडिया ने अबतक माफ़ी नहीं मांगी
ये 6 महत्व्यपूर्ण फेक न्यूज़ है जो मीडिया ने 2014 के बाद चलाये पर मीडिया ने अबतक माफ़ी नहीं मांगी जबकि मीडिया के झूठ का सच सामने आ चूका है, पर मीडिया इतनी बेशर्म है की वो सुधरने की जगह और अफवाह और फेक न्यूज़ फैला रही है, जिसमे एटीएम पर अफवाह फैलाना और कठुवा पर फेक रिपोर्ट चलाना भी शामिल है, अब इन मामलों का भी सच कुछ समय में सामने आ ही जायेगा
भारत की मीडिया कितनी निष्पक्ष और इमानदार है ये आप भली भाँती जानते है, 2014 से पहले मीडिया वाले बहुत ही खुश थे, इनके संपादक मंत्रियों के साथ विदेशी दौरे किया करते थे, 5 सितारा होटल में मसाज लिया करते थे, संपादको और मीडिया के लोगों की खूब ऐश थी, 2014 के बाद से मीडिया की ऐश ख़त्म हुई तो मीडिया अपने असल काम में लग गयी, और वो काम है न्यूज़ देना नहीं बल्कि दलाली करना, फेक न्यूज़ फैलाकर सनसनी मचाना और कोई राजनितिक पार्टी से एजेंडा चलाने के लिए पैसा लेना
2014 के बाद यूँ तो मीडिया ने कई झूठ फैलाये, पर आज हम ऐसे 6 मामलों के बारे में आपको बताएँगे, जिन्हें मीडिया ने फैलाया पर ये सारे मामले झूठे निकले, और फेक न्यूज़ साबित हुए पर बेशर्म मीडिया ने 1 भी मामले में माफ़ी तक नहीं मांगी, और आज भी मीडिया उसी तरह एजेंडा करने में लगी हुई है, आप किसी भी न्यूज़ पेपर या न्यूज़ चैनल का नाम ले लीजिये, लगभग सभी ये ये 6 फेक न्यूज़ फैलाई थी
* दादरी के अख़लाक़ का मामला - मीडिया ने आपको बताया और अवार्ड वापसी गैंग और न जाने क्या क्या, तो मीडिया ने आपको बताया की निर्दोष और मासूम मुस्लिम शख्स अख़लाक़ को हिन्दुओ ने मार दिया, उसपर गौहत्या का आरोप लगाकर मार दिया जबकि उसके फ्रिज में चिकन था, इस मामले की जांच हुई - अख़लाक़ के घर में गौमांस ही मिला, इसने गाय को ही मारा था, जबकि मीडिया इसे निर्दोष बता रही थी, इसने कानून तोड़कर धार्मिक उन्माद फैलाया और जिसमे इसकी जान चली गयी, अख़लाक़ वाले फेक न्यूज़ पर मीडिया ने अबतक माफ़ी नहीं मांगी
* रोहतक की कथित मर्दानी बहने - मीडिया ने इनको हेरोइन की तरह पेश किया, इन्हें मर्दानी और न जाने क्या क्या बताया, इनपर कई कई शो किये, अंत में ये दोनों फर्जी निकली, आरोप लगाकर पैसे ऐंठने वाली निकली और जिन लड़कों को मीडिया ने बदनाम किया, उनका भारी नुक्सान किया गया वो लड़के निर्दोष निकले, इस मामले पर मीडिया ने अबतक माफ़ी नहीं मांगी
* दिल्ली की जसलीन कौर - दिल्ली यूनिवर्सिटी में चुनाव होने थे, जसलीन कौर नाम की लड़की आम आदमी पार्टी की कार्यकर्त्ता थी, इसने अपने ऊपर छेड़खानी का आरोप लगाया, मीडिया ने इस खबर को भी खूब फैलाया बाद में ये मैडम ये आपिन झूठी निकली और लड़का निर्दोष निकला, पर मीडिया ने अबतक माफ़ी नहीं मांगी
* हरियाणा का जुनैद खान - मीडिया ने फैलाया की बीफ के नाम पर ट्रेन में जुनैद नाम के लड़के को हिन्दुओ ने मार डाला- बहुत राजनीती की गयी, मीडिया ने बहुत डिबेट किया, अब हरियाणा और पंजाब हाई कोर्ट ने कहा की जुनैद की हत्या सीट के विवाद में हुआ उसमे धार्मिक एंगल था ही नहीं, कोई बीफ का एंगल नहीं था, पर मीडिया ने अबतक माफ़ी नहीं मांगी
* होली के गुब्बारों में स्पर्म - मीडिया ने वामपंथियों के साथ मिलकर झूठ फैलाया की होली के नाम पर महिलाओं का शोषण किया जा रहा है, और महिलाओं के शोषण के लिए उनपर गुब्बारों में स्पर्म भरकर मारा गया है, मीडिया का ये झूठ भी अब सामने है चूँकि फोरेंसिक जांच में पता चला की गुब्बारों में तो कोई स्पर्म था ही नहीं, पर मीडिया ने अबतक माफ़ी नहीं मांगी
* गुर्मेहर कौर - ये तो इतना फर्जी मामला था की मत ही पूछिए, गुर्मेहर कौर नाम की पाकिस्तान परस्त वामपंथी महिला ने खुद को कारगिल शहीद की बेटी घोषित कर दिया, मीडिया ने इस खबर के जरिये लोगों को खूब इमोशनल ब्लैकमेल किया, और खूब डिबेट चलाई, कारगिल शहीद की बेटी, पर बाद में ये महिला झूठी निकली, इसके पिता कारगिल की लड़ाई में शहीद नहीं हुए थे, और ये निष्पक्ष नहीं बल्कि JNU गैंग की मेम्बर निकली, पर मीडिया ने अबतक माफ़ी नहीं मांगी
ये 6 महत्व्यपूर्ण फेक न्यूज़ है जो मीडिया ने 2014 के बाद चलाये पर मीडिया ने अबतक माफ़ी नहीं मांगी जबकि मीडिया के झूठ का सच सामने आ चूका है, पर मीडिया इतनी बेशर्म है की वो सुधरने की जगह और अफवाह और फेक न्यूज़ फैला रही है, जिसमे एटीएम पर अफवाह फैलाना और कठुवा पर फेक रिपोर्ट चलाना भी शामिल है, अब इन मामलों का भी सच कुछ समय में सामने आ ही जायेगा
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