Sunday, 15 April 2018

हाई कोर्ट के लिए ,पीएमओ को  शिकायत
 जजों के करीबी वकील चुने गए जज, 
लाहाबाद हाई कोर्ट कलीजियम की तरफ से देश के सबसे बड़े हाई कोर्ट में जजों की नियुक्ति के लिए की गई सिफारिशें विवादों के घेरे में आ गईं हैं। 33 वकीलों को जज बनाने के लिए कलीजियम की सिफारिशों पर भाई-भतीजावाद का आरोप लगा है। इस संबंध में पीएमओ और कानून मंत्रालय को कई शिकायतें मिली हैं। इन शिकायतों को इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) को जांच के लिए भेज दिया गया है।
 इनमें से 11 वकील मौजूदा जजों और सुप्रीम कोर्ट व हाई कोर्ट के रिटायर्ड जजों के करीबी रिश्तेदार या सहयोगी हैं। शिकायतों में सुप्रीम कोर्ट के वर्तमान जज के साले, दूसरे जज के निकट संबंधी के अलावा मौजूदा व पूर्व जजों के बेटे और भतीजे भी शामिल हैं। 2016 में भी ठीक ऐसे मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट कलीजियम ने जज के लिए 30 वकीलों के नाम की अनुशंसा की थी। तब जजों और राजनेताओं के करीबी रिश्तेदारों के नाम जज के लिए भेजने को लेकर बार असोसिशन और अन्य की तरफ से शिकायत की गई थी।
इसके बाद तत्कालीन चीफ जस्टिस टी एस ठाकुर ने 11 वकीलों की उम्मीदवारी को खारिज कर दिया था और केवल 19 नामों पर सहमति दी थी। तब आईबी की जांच में केंद्र ने भी इन शिकायतों को सही पाया था।  जूडिशल अपॉइंटमेंट्स में आईबी जांच आवश्यक होती है इलाहाबाद हाई कोर्ट कलीजियम की नवीनतम सिफारिशें इस साल फरवरी में भेजी गईं हैं।
केंद्र सरकार इस मामले में राज्यपाल और यूपी सीएम की अनुशंसाओं का भी इंतजार कर रही है। आईबी वेरिफिकेशन के अलावा जूडिशल अपॉइंटमेंट्स में यह भी एक अनिवार्य हिस्सा है। इन 33 सिफारिशों में एक हाई कोर्ट के मौजूदा जज के लॉ पार्टनर हैं जबकि दूसरे एक अहम राजनेता की पत्नी के लॉ पार्टनर हैं।
साभार NBT

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