Saturday, 14 April 2018

बस्तर की बेटियां, किसी से कम नहीं......!

यदि आपके पास कुछ कर दिखाने का जज्बा हो तो कितनी भी विपरित परिस्थितियां क्यों ना हो आप अपनी मंजिल पा सकते है। राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकते है। इसी बात को सच कर दिखाया छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल प्रभावित जिले बीजापुर की बेटियों ने। बीजापुर के गंगालूर की दो बेटियां सुनीता हेमला और अरूणा पुनेम आज देश के लिये रोल माडल है। ये दोनो बेटियों मई मे फिलीपींस में होने वाली एशियन साप्टबाल चैपिंयनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी। ये दोनो बेटियां कक्षा नवमी की छात्रायें है जो कि बेहद गरीब घर से ताल्लुक रखती है। महुआ और तेंदुपत्ता जैसे वनोपज को एकत्रित कर अपने परिवार के भरण पोषण में मदद करती है। बहुत से अभावों एवं अनेकों परेशानियों के बावजूद अरूणा ने राज्य स्तर कांस्य पदक जीतकर एवं सुनीता ने राज्य स्तर पर दो पदक जीतकर राष्ट्रीय टीम में अपनी जगह बनायी।
वाकई ये बेटियां बस्तर के साथ साथ पुरे देश की बेटियों के लिये रोल माडल है ।इतने अभावों , परेशानियों को झेलते हुये नक्सलगढ़ बीजापुर की बेटियों ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनायी है। साथ ही साथ प्रधानमंत्री मोदी जी स्वयं उनसे मिलकर उनका हौसला बढायेंगे। हमें उन बेटियों पर बेहद गर्व है। हमे पुरा विश्वास है कि ये बेटियां चैंपियन शिप जीतकर बीजापुर बस्तर का नाम पुरे दुनिया में रोशन करेगी। 

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