Saturday, 14 April 2018

mediya

कांग्रेस ने 70 साल में हमें ये नाम दिऐ...तू दलित...तू पिछड़ा
तू ऊँचा...तू नींचा...
आज मोदी सरकार में हम...125 करोड़ भारतवासी है
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पिछले चार वर्षो से शिकायती मोड़ में रहने वाले नयी उम्र के युवा राष्ट्रवादियो को ये पुस्तक अवश्य पढनी चाहिए .समाज के वह प्रौढ़ लोग जो बहुत बड़ी बड़ी डिग्री के धारक है लेकिन सिर्फ स्कूली शिक्षा तक सीमित रह जाने के कारण पल में तोला पल में माशा होने की मानसिक बीमारी पाले हुए है वह लोग भी इस पुस्तक के अध्यन से मानसिक लाभ उठा सकते है ............... प्रचंड उत्तंड किस्म के लोग इसे पढ़ लेंगे तो उनको भी बहुत लाभ होगा .ये पुस्तक संघ और विहिप के उन ( सभी लोग नहीं ) मूर्धन्य लोगो को भी पढ़ लेनी चाहिए ..जो बाते तो प्रखर राष्ट्रवाद की करते है लेकिन कभी कभी देशघाती आचरण भी करने लगते है !!
पवन अवस्थी
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पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र की मजबूती देखना हो तो ये उपयुक्त समय है ..
पंचायत चुनाव में TMC ने ग्रुप बनाए हैं ... एक गैंग लीडर के नीचे 15 कार्यकर्ता ... ये गैंग अपने से अलग दूसरे इलाके में जाकर प्रचार करता है ...
प्रचार में ये लोग सिर्फ इतना कहते हैं कि जो TMC के खिलाफ चुनाव में खड़ा होगा या विरोध में वोट करेगा उसके घर में बम मारा जाएगा ....
.अब तक आसनसोल - दुर्गापुर इलाके में 22 में से 14 पंचायत इलाकों में घरों पर बम फेंके जा चुके हैं शांतिपूर्ण तरीके से ...
8 इलाके से अधिकतर पुरुष घर छोड़ कर भाग चुके हैं ... महिलाओं को घर से बाहर नहीं आने देने की पूरी व्यवस्था की गई है .गुण्डों की पहचान न हो इसलिए इलाके बदल दिए जाते हैं .आज इस इलाके का टीम लीडर कल दूसरी जगह गुंडई करेगा, अगले दिन दूसरे इलाके में .... इससे लोगों को गुण्डों की संख्या देखकर भी डर के दुबकाने का फायदा है ...कलकत्ता जैसे शहरी इलाके में इतना खुल के नही....लेकिन आसनसोल, चित्तरंजन, बर्धवान, मेदिनीपुर, दुर्गापुर, बीरभूम, मालदा, फरक्का, मुर्शीदाबाद में जम के हालात बद से बदतर बने हुए है ....
Mahesh Sinha --
Ranjay Tripathi जी के सौजन्य से:

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समर शेष है, नहीं पाप का भागी केवल व्याध।
जो तटस्थ हैं, समय लिखेगा उनके भी अपराध।
देश की असली समस्या ...
कई बार सोचता हूँ आखिर इस देश की असली समस्या क्या है ?
क्या भ्र्ष्टाचार वो समस्या है ??क्या आतंकवाद वो समस्या है ?
क्या आज के नेता वो समस्या है ?
शायद नहीं , ये समस्या नहीं है...
इस देश की असली समस्या है आज के निकम्मे और नाकारा युवा जो अपनी ज़िम्मेदारी का सही निर्वाहन नहीं कर रहे है | देश की समस्याओं का समाधान करने के बजाए बड़ी खुशी से ये कहते है “आइ हेट पॉलिटिक्स”
आप क्यूँ नफरत करते है ?
ये गलत दिशा मे जा रही है इसलिए ?
देश का नुकसान कर रही है इसलिए ?
आप लोगो से जानना चाहता हूँ की इस राजनीति को सही दिशा मे कौन ले जाएगा “आइ हेट पॉलिटिक्स” कहने वालों आप लोग किस गलतफ़हमी मे , क्या किसी चमत्कार का इंतजार कर रहे हो , या इस भरोसे मे हो की इन नेताओं की शर्म आएगी और सब सही हो जाएगा , ऐसा कुछ नहीं होने वाला...
चाणक्य ने एक बार कहा था “ इस देश को इतना नुक्सान दुष्टों की दुष्टता से नहीं हुआ जितना सज्जनों की निष्क्रियता से हुआ है”
जो लोग बड़ी शान से कहते है “आइ हेट पॉलिटिक्स” उन सभी युवाओं से निवेदन करना चाहता हूँ की हो सकता है आपकी राजनीति में दिलचस्पी न हो लेकिन राजनीति न सिर्फ आप में दिलचस्पी रखती है , बल्कि वो आपके जीवन को हमेशा प्रभावित भी करती है और आपकी आने वाली पीढियो का भविष्य आज की राजनीति ही तय करती है , इसे नकारा लोगे के भरोसे ना छोड़े अन्यथा वो दिन दूर नहीं जब आप “आइ हेट पॉलिटिक्स” कहने लायक भी नहीं रह जाएँगे इस पर विचार करे ...
जिन लोगो को मेरे लेख से बुरा लगा है मुझे उन सभी लोगो से हमदर्दी है क्यूंकी उनमे सच सुनने की हिम्मत नहीं है और ऐसे लोगो का कुछ नहीं किया जा सकता सिर्फ हमदर्दी जतायी जा सकती है...

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