जानिए सूरज के बारे में..
गर्म गैस का गोला हमारा सूरज
अंतरिक्ष में सूरज जैसे अरबों तारे हैं. यदि सूरज न होता तो धरती पर जीवन संभव नहीं था..सूरज का विकास इंसान के अस्तित्व में आने से 4.6 अरब साल पहले गैस के बादलों से हुआ. और अंदाजा है कि वह कम से कम 5 अरब सालों तक चमकता रहेगा, जब तक उसकी ऊर्जा का भंडार खत्म न हो जाए. सूरज सैकड़ों सालों से रिसर्चरों को आकर्षित और रोमांचित कर रहा है. आइये जानें इसके बारे में कुछ खास तथ्य.
अंतरिक्ष में सूरज जैसे अरबों तारे हैं. यदि सूरज न होता तो धरती पर जीवन संभव नहीं था..सूरज का विकास इंसान के अस्तित्व में आने से 4.6 अरब साल पहले गैस के बादलों से हुआ. और अंदाजा है कि वह कम से कम 5 अरब सालों तक चमकता रहेगा, जब तक उसकी ऊर्जा का भंडार खत्म न हो जाए. सूरज सैकड़ों सालों से रिसर्चरों को आकर्षित और रोमांचित कर रहा है. आइये जानें इसके बारे में कुछ खास तथ्य.
रिसर्चरों के लिए आदर्श
सूरज दरअसल एक बड़ा परमाणु रिएक्टर है. उसके सत्व में तापमान और दबाव इतना ज्यादा है कि हाइड्रोजन परमाणु मिलकर हीलियम परमाणु बन जाते हैं. इस प्रक्रिया में बहुत सारी ऊर्जा पैदा होती है. सूरज के मैटीरियल की एक चुटकी इतनी ऊर्जा पैदा करती है जितना पाने के लिए हजारों मीट्रिक टन कोयला जलाना होगा.
सूरज दरअसल एक बड़ा परमाणु रिएक्टर है. उसके सत्व में तापमान और दबाव इतना ज्यादा है कि हाइड्रोजन परमाणु मिलकर हीलियम परमाणु बन जाते हैं. इस प्रक्रिया में बहुत सारी ऊर्जा पैदा होती है. सूरज के मैटीरियल की एक चुटकी इतनी ऊर्जा पैदा करती है जितना पाने के लिए हजारों मीट्रिक टन कोयला जलाना होगा.
पृथ्वी का सौ गुना
धरती से देखने पर सूरज बहुत बड़ा नहीं लगता. वह आकाश में चमकदार स्पॉट की तरह दिखता है. लेकिन असल में उसका घेरा 700,000 किलोमीटर और उसके गर्भ का तापमान 1.5 करोड़ डिग्री सेल्सियस है. बाहर की आखिरी सतह पर भी उसका तापमान 5,500 डिग्री सेल्सियस रहता है.
धरती से देखने पर सूरज बहुत बड़ा नहीं लगता. वह आकाश में चमकदार स्पॉट की तरह दिखता है. लेकिन असल में उसका घेरा 700,000 किलोमीटर और उसके गर्भ का तापमान 1.5 करोड़ डिग्री सेल्सियस है. बाहर की आखिरी सतह पर भी उसका तापमान 5,500 डिग्री सेल्सियस रहता है.
दूसरे सितारों की तुलना में सूरज मध्यम आकार का है. कुछ तारे उससे भी 100 गुणा बड़े हैं तो कुछ उसके आकार का केवल एक दहाई.
बाहर से अशांत
सूरज की बाहरी सतह खौलती उबलती दिखती है. गर्म और चमकदार तरल सूरज के अंदर से बाहर निकलता है, ठंडा होता जाता है और फिर से अंदर की ओर चला जाता है. सूरज धरती के इतना करीब है कि खगोलशास्त्री इस प्रक्रिया को विस्तार से देख सकते हैं.
सूरज की बाहरी सतह खौलती उबलती दिखती है. गर्म और चमकदार तरल सूरज के अंदर से बाहर निकलता है, ठंडा होता जाता है और फिर से अंदर की ओर चला जाता है. सूरज धरती के इतना करीब है कि खगोलशास्त्री इस प्रक्रिया को विस्तार से देख सकते हैं.
अद्भुत धब्बे
कभी कभी सूरज की सतह पर बड़े बड़े काले धब्बे दिखने लगते हैं और करीब महीने भर रहते हैं. ईसा के जन्म से भी पहले इंसान को इन धब्बों के बारे में पता था. काफी समय तक लोग इसके बारे में चकित रहते थे लेकिन अब पता है कि ये धब्बे तीव्र चुम्बकीय क्षेत्र के कारण दिखते हैं.
कभी कभी सूरज की सतह पर बड़े बड़े काले धब्बे दिखने लगते हैं और करीब महीने भर रहते हैं. ईसा के जन्म से भी पहले इंसान को इन धब्बों के बारे में पता था. काफी समय तक लोग इसके बारे में चकित रहते थे लेकिन अब पता है कि ये धब्बे तीव्र चुम्बकीय क्षेत्र के कारण दिखते हैं.
खतरनाक तूफान
जब सूरज अत्यंत सक्रिय होता है तो भूचुम्बकीय तूफान पैदा हो जाते हैं. और सूरज बड़ी मात्रा में आवेशित अणुओं को अंतरिक्ष में फेंक देता है. ये अणु उपग्रहों से टकरा सकते हैं और उन्हें नष्ट कर सकते हैं. वे पृथ्वी पर बिजली के सब स्टेशनों के काम में भी बाधा डाल सकते हैं.
जब सूरज अत्यंत सक्रिय होता है तो भूचुम्बकीय तूफान पैदा हो जाते हैं. और सूरज बड़ी मात्रा में आवेशित अणुओं को अंतरिक्ष में फेंक देता है. ये अणु उपग्रहों से टकरा सकते हैं और उन्हें नष्ट कर सकते हैं. वे पृथ्वी पर बिजली के सब स्टेशनों के काम में भी बाधा डाल सकते हैं.
पोलर लाइट
भूचुम्बकीय तूफानों का ही एक असर पोलर लाइट भी है. अरुणोदय की चमक. ये तब दिखता है जब आवेशित अणु धरती के वातावरण से टकराते हैं. ऐसा कितनी बार होगा यह सौर चक्र पर निर्भर करता है. ग्यारह साल में एक बार सूरज खास तौर पर सक्रिय होता है.
भूचुम्बकीय तूफानों का ही एक असर पोलर लाइट भी है. अरुणोदय की चमक. ये तब दिखता है जब आवेशित अणु धरती के वातावरण से टकराते हैं. ऐसा कितनी बार होगा यह सौर चक्र पर निर्भर करता है. ग्यारह साल में एक बार सूरज खास तौर पर सक्रिय होता है.
खुली आंखों से नहीं देखना चाहिए.
इसका ध्यान रखना चाहिए कि सूर्यग्रहण भले ही यादगार पल होते हैं लेकिन उन्हें कभी खुली आंखों से नहीं देखना चाहिए. चांद आंशिक रूप से सूरज को ढक ले, तब भी सूरज बहुत चमकीला होता है. आंखों को सूरज की किरणों से नहीं बचाया तो उन्हें नुकसान पहुंच सकता है.
#डी डब्ल्लू
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इसका ध्यान रखना चाहिए कि सूर्यग्रहण भले ही यादगार पल होते हैं लेकिन उन्हें कभी खुली आंखों से नहीं देखना चाहिए. चांद आंशिक रूप से सूरज को ढक ले, तब भी सूरज बहुत चमकीला होता है. आंखों को सूरज की किरणों से नहीं बचाया तो उन्हें नुकसान पहुंच सकता है.
#डी डब्ल्लू
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योरोप में शाकाहार जोर पकड़ रहा है। अब आपको योरोप के किसी भी शहर में शाकाहार रेस्त्रा मिल जाएंगे।
वीगन अर्थव्यवस्था इस समय योरोप और जर्मनी में जोरों पर है. सोया की कॉफी और बगैर अंडे का केक बेचने वाले कॉफी हाउसों की बर्लिन में भरमार हो गई है. अब तो ऐसे कपड़ों की भी मांग बढ़ गई है जिसमें किसी भी तरह के पशु उत्पाद का इस्तेमाल नहीं हुआ है. चाहे वह बेल्ट हो या जूता. इनमें भी माइक्रोफाइबर का इस्तेमाल होता है. सर्विस सेक्टर ने भी इस ट्रेंड को अपना लिया है.
भारत का सेकुलर मिडीया और सेकुलेरिष्ट बीफ खाने के लिए देश को बदनाम करते है। राहुल गांधी तो अमेरिका में जाकर चिल्ला आया कि भारत मे बीफ खाने नहीं दिया जा रहा है। दादरी में तथाकथित अखलाख कांड होने के बाद मीडिया में जोर शोर से प्रचार किया गया कि बीफ खाने वाले ही विश्व चैंपियन होते होते है।
ये हैं शाकाहारी चैंपियन,
ये हैं शाकाहारी चैंपियन,
माइक टायसन
बॉ़क्सिंग, वर्ल्ड चैंपियन
बॉ़क्सिंग, वर्ल्ड चैंपियन
कार्ल लुईस
एथलीट, 9 ओलंपिक गोल्ड मेडल, 8 वर्ल्ड चैंपियनशिप
एथलीट, 9 ओलंपिक गोल्ड मेडल, 8 वर्ल्ड चैंपियनशिप
वीनस विलियम्स
टेनिस, 9 ग्रैंड स्लैम जीते
टेनिस, 9 ग्रैंड स्लैम जीते
मार्टिना नवरातिलोवा
टेनिस, 18 ग्रैंड स्लैम
टेनिस, 18 ग्रैंड स्लैम
मैक डेंजिग
मिक्स्ड मार्शल आर्ट, 21 चैंपियनशिप
मिक्स्ड मार्शल आर्ट, 21 चैंपियनशिप
हाना टेटर
स्नोबोर्डर, ओलंपिक गोल्ड और वर्ल्ड चैंपियन ब्रोन्ज
स्नोबोर्डर, ओलंपिक गोल्ड और वर्ल्ड चैंपियन ब्रोन्ज
डेव स्कॉट
ट्राईथैलन, 6 वर्ल्ड चैंपियन
ट्राईथैलन, 6 वर्ल्ड चैंपियन
बिली जीन किंग
टेनिस, 18 ग्रैंड स्लैम
टेनिस, 18 ग्रैंड स्लैम
शाकाहारी भारतीय चैंपियन्स
सुशील कुमार
कुश्ती, 2010 वर्ल्ड चैंपियन
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संस्कृत सीखने के लिये पुस्तकें -
1) प्रौढ़ रचनानुवाद कौमुदी
- डॉ. कपिलदेव द्विवेदी
2) संस्कृत स्वयं शिक्षक ( दो भागों में )
- श्रीपाद दामोदर सातवलेकर
3) संस्कृत हिन्दी शब्दकोश एवं English -Sanskrit Dictionary
- वामन शिवराम आप्टे
4) अनुवाद चन्द्रिका
- डॉ. ब्रह्मानन्द त्रिपाठी
5) संस्कृत शिक्षण सरणी
- आचार्य राम शास्त्री
प्राप्त करने हेतु आप वेबसाइट का सहयोग ले सकते है ।
vedrishi.com
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सुशील कुमार
कुश्ती, 2010 वर्ल्ड चैंपियन
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संस्कृत सीखने के लिये पुस्तकें -
1) प्रौढ़ रचनानुवाद कौमुदी
- डॉ. कपिलदेव द्विवेदी
2) संस्कृत स्वयं शिक्षक ( दो भागों में )
- श्रीपाद दामोदर सातवलेकर
3) संस्कृत हिन्दी शब्दकोश एवं English -Sanskrit Dictionary
- वामन शिवराम आप्टे
4) अनुवाद चन्द्रिका
- डॉ. ब्रह्मानन्द त्रिपाठी
5) संस्कृत शिक्षण सरणी
- आचार्य राम शास्त्री
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