Saturday, 3 February 2018

अलीबाग बंगले पर सीए का खुलासा-
 शाहरुख के कहने पर बनाए थे जाली डॉक्यूमेंट्स
शाहरुख का ये फार्महाउस बेनामी संपत्ति लेनदेन के तहत अटैच किया था। आईटी अधिकारियों के सामने सीए ने माना है कि उन्होंने जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल शाहरुख के कहने पर किया।
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने पिछले दिनों खेती की जमीन पर अवैध बंगला बनाने और जालसाजी के आरोप में शाहरुख खान पर कार्रवाई की थी। अब शाहरुख के सीए ने बताया है कि जमीन खरीदने के लिए जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया था।
इन दस्तावेजों का किया इस्तेमाल
शाहरुख के सीए मोरेश्वर अजगांवकर ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को बताया कि उनके कहने पर उन्होंने जाली डॉक्टयूमेंट्स दिखाकर वो जमीन खरीदी थी। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक आईटी अधिकारियों के सामने अजगांवकर ने माना है कि उन्होंने जाली दस्तावेजों और 7/12 extract का इस्तेमाल शाहरुख के कहने पर किया। 7/12 extract राज्य के रिवेन्यू डिपार्टमेंट का होता है, जिसमें खरीदने की तारीख, मालिक का नाम, एरिया, जमीन का प्रकार और दूसरी जरूरी बातें लिखी होती हैं।
आईटी डिपार्टमेंट ने दिया 90 दिन का वक्त
शाहरुख ने अलीबाग में खेती के लिए जमीन खरीदी थी। लेकिन उसके बजाय उन्होंने वहां एक बड़ा सा फार्महाउस बना लिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक आयकर विभाग ने शाहरुख खान को 90 दिन का वक्त दिया ताकि वो इस मामले में अपना जवाब दे सकें। गौरतलब है कि शाहरुख का ये फार्महाउस बेनामी संपत्ति लेनदेन अधिनियम के तहत अटैच किया गया है। अलीबाग में शाहरुख का बंगला 5 एकड़ में फैला है।
तटीय इलाकों के नियम की अनदेखी
शाहरुख ने दक्षिण मुंबई में समुद्र तट के किनारे खेती की जमीन खरीदने के लिए पहले एक कंपनी बनाई। अब शाहरुख पर आरोप लग रह है कि जो कंपनी उन्होंने बनाई थी उसे 8.45 करोड़ रुपये का लोन भी दिया। कंस्ट्रक्शन के लिए उन्होंने तटीय इलाकों के नियमों की अनदेखी भी की। इस मामले में सुरेंद्र धावले नाम के शख्स ने शिकायत की थी।
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,

2 लाख लोगों को इनकम टैक्स का नोटिस, नोटबंदी के दौरान अकाउंट में जमा कराए थे 15 लाख
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने नोटबंदी के दौरान अपने अकाउंट में 15 लाख से ज्यादा की रकम जमा करने वाले करीब 2 लाख लोगों को नोटिस जारी किया है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (CBDT) के चेयरमैन सुशील चंद्रा के मुताबिक, नोटबंदी के एलान के बाद कई लोगों के अकाउंट में 15 लाख से ज्यादा की रकम जमा की गई, जिसपर कोई रिटर्न फाइल नहीं किया गया। डिपार्टमेंट ने दिसंबर और जनवरी में ऐसे करीब 1.98 लाख अकाउंट होल्डर्स को नोटिस भेजा है।

पसंद करेंऔर प्रतिक्रियाएँ दिखाएँ
टिप्पणी करें

पसंद करेंऔर प्रतिक्रियाएँ दिखाएँ
टिप्पणी करें

No comments:

Post a Comment