Monday, 12 February 2018

किसी ने 500 का नोट दिखाकर पुछा -किसको चाहिए ?
सबने हाथ खड़े कर दिये ।
फिर उसने नोट को मोडा-मरोडा उसकी पुड़िया बना दी और पुछा अब नोट किसको चाहिए ?
सब ने हाथ खडे कर दिये! फिर नोट को नीचे डालकर उसे पैरो से रौंदा कुछला और पुछा अब नोट किसे चाहिए ?
अब भी बहुत से हाथ ऊंचे ऊठे थे! फिर नोट को मित्र ने फाड़ा उसके चार टुकड़े कर दिये और फिर पुछा - अब किसको चाहिए ?
अब एक भी हाथ न उठा! हिन्दुओ यह बहुत उपयोगी पाठ है,जो अखण्ड है
उसकी किस्मत है, जो टुकडो मे बंट गया उसे कोई पुछने वाला नही है! इसीलिए हिन्दू धर्म को चाहिए की वह अपने राजपुत,जाट,जैन,ब्राह्मण,वैश्य, दलित जैसे हजारो जातियो जैसे शब्दो को कचरे के डिब्बे मे डाल दे,
आज के समय में जाति विच्छेद होना बहुत जरुरी है और सिर्फ हिन्दू बनकर ही जिए,
विशेषण हटाए और विश्लेषण करें! मै तो यही कहना चाहता हूँ कि एक बनो हिन्दू बनकर जियो जातिवाद का खात्मा करो,
नहीं तो आज चंदन गुप्ता और अंकित मरा है अगला नम्बर हम आप का भी हो सकता है
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मुसलमानों ने अच्छी तरह दिख दिया है कि उनके लिए इस्लाम पहले है और "देश" बाद में आता है !
#अब.....उन्ही के पिछलग्गु बनते हुए, नागालैंड में #ईसाइयों ने भी बता दिया कि उनके लिए भी उनका धर्म पहले आता है और "देश" बहुत बाद में आता है !
अब हिन्दू कब फैसला करेंगे...मरने में बाद ???

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