लखनऊ: संदिग्ध आतंकी के पिता की दुकान पर हमला, लगाए पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे
भीड़ ने दुकान के बोर्ड पर काला पेंट लगा दिया। पथराव किया और दुकान का शटर तोड़ डाला।
लखनऊ | January 24, 2016 17:55 pm
आतंक के खिलाफ देशव्यापी कार्रवाई के तहत गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आतंकी मोहम्मद अलीम के पिता की दुकान पर शनिवार को 200 युवाओं की भीड़ ने हमला कर दिया। अलीम के पिता हजामत की दुकान चलाते हैं। भीड़ ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। घटना लख्नऊ के इंदिरा नगर इलाके में हुई। भीड़ ने दुकान के बोर्ड पर काला पेंट लगा दिया। पथराव किया और दुकान का शटर तोड़ डाला। पुलिस के आने के बाद ये लोग वहां से फरार हो गए। पुलिस ने इसी मोहल्ले में रहने वाले अलीम के पिता के घर पर एक्स्ट्रा सिक्युरिटी का इंतजाम किया है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत सिंह चौधरी ने कहा कि भीड़ के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।
क्या हुआ?
युवाओं की भीड़ अलीम के पिता सलीम की दुकान के बाहर इकट्ठा हो गई। दुकान एक शॉपिंग कॉम्लेक्स में है, जहां से कुछ ही दूरी पर पुलिस चौकी भी है। घटना सुबह दस बजे की है। युवाओं ने पाकिस्तान और आतंकी संगठनों के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। स्थानीय गाजीपुर थाने के इन्चार्ज ने बताया कि उन्हें भीड़ को खदेड़ने में हल्के बल का प्रयोग करना पड़ा। नजदीक के कस्बे बाराबंकी के रहने वाले सलीम ने कहा कि उनका परिवार बेहद डरा हुआ है। उन्होंने बताया, ”मैं बीते तीस सालों से यह दुकान चला रहा हूं। यह दुखद है कि जो लोग मेरा सम्मान करते थे, मेरे बेटे की गिरफ्तारी के बाद वे बदल गए हैं।” वहीं, अलीम की मां ने कहा, ”’लोगों को यह समझना चाहिए कि कोर्ट ने मेरे बेटे को अभी तक दोषी करार नहीं दिया है। मुझे पूरा भरोसा है कि किसी और के शक में मेरे बेटे को गिरफ्तार किया गया है। अलीम कभी देश के बाहर ही नहीं या। हमें शक है कि फेसबुक के इस्तेमाल की वजह से वह परेशानी में घिर गया है।’ बता दें कि एनआईए और अन्य एजेंसियों ने आतंकी संगठन आईएसआईएस के लोगों से रिश्तों के शक में 13 लोगों को गिरफ्तार किया था। अलीम भी उनमें से एक है।
युवाओं की भीड़ अलीम के पिता सलीम की दुकान के बाहर इकट्ठा हो गई। दुकान एक शॉपिंग कॉम्लेक्स में है, जहां से कुछ ही दूरी पर पुलिस चौकी भी है। घटना सुबह दस बजे की है। युवाओं ने पाकिस्तान और आतंकी संगठनों के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। स्थानीय गाजीपुर थाने के इन्चार्ज ने बताया कि उन्हें भीड़ को खदेड़ने में हल्के बल का प्रयोग करना पड़ा। नजदीक के कस्बे बाराबंकी के रहने वाले सलीम ने कहा कि उनका परिवार बेहद डरा हुआ है। उन्होंने बताया, ”मैं बीते तीस सालों से यह दुकान चला रहा हूं। यह दुखद है कि जो लोग मेरा सम्मान करते थे, मेरे बेटे की गिरफ्तारी के बाद वे बदल गए हैं।” वहीं, अलीम की मां ने कहा, ”’लोगों को यह समझना चाहिए कि कोर्ट ने मेरे बेटे को अभी तक दोषी करार नहीं दिया है। मुझे पूरा भरोसा है कि किसी और के शक में मेरे बेटे को गिरफ्तार किया गया है। अलीम कभी देश के बाहर ही नहीं या। हमें शक है कि फेसबुक के इस्तेमाल की वजह से वह परेशानी में घिर गया है।’ बता दें कि एनआईए और अन्य एजेंसियों ने आतंकी संगठन आईएसआईएस के लोगों से रिश्तों के शक में 13 लोगों को गिरफ्तार किया था। अलीम भी उनमें से एक है।
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