Sunday, 24 January 2016

ISIS के 50 आतंकी गिरफ्तार, ऑपरेशन “7 कलश रख दो” फ़ेल ...
गणतंत्र दिवस से पहले आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के 18 संदिग्ध हमदर्दों को गिरफ्तार कर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने देश में आतंकी वारदातों को अंजाम देने की एक बड़ी साजिश नाकाम की है। मीडिया रिपोर्टों की मानें तो एनआईए को यह कामयाबी अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के एक टिप से मिली।

सीआईए को आईएस के संदिग्धों के बीच एक कोड वर्ड में की जा रही बातचीत में पता चला। ‘7 कलश रख दो’ को डिकोड करते हुए अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने भारतीय एजेंसियों को चौकन्ना किया। ऐसा पहली बार हुआ कि भारत में आईएसआईएस की मौजूदगी की आशंका के सुराग मिले। आतंकी संगठन IS ने देश में भयानक हमले की खूंखार साजिश रची थी। ऐसी रिपोर्ट्स हैं कि 60 IS ऑपरेटिव्स देशभर में सक्रिय हैं। IS की प्लानिंग हरिद्वार, गोवा शहरों सहित विदेशियों और पुलिसबलों पर हमले की थी। खुफिया सूत्रों से जानकारी मिली है कि सीरिया में गए एक भारतीय ने ही देश में IS की शाखा तैयार करने में अहम भूमिका निभाई है। 
खुफिया एजेंसियों से जानकारी मिली है कि भारत से सीरिया, इराक गए इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी 2014 से ही भारत में भर्ती का काम देख रहे हैं। भारत में IS का खतरा उससे बेहद बड़ा है, जितना हम और आप इसे देख रहे हैं। आईएम के फरार आतंकी साइबर वर्ल्ड का सहारा लेकर नौजवानों को भड़काने का काम कर रहे हैं।

IS के लिए नौजवानों की भर्ती की साजिश को मुख्य रूप से कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, यूपी और दिल्ली में अंजाम दिया जा रहा है। इन्हीं राज्यों के शहरों में भीड़भाड़ वाले कार्यक्रमों पर IS की नजर थी। आतंकी संगठन की प्लानिंग हरिद्वार के कुंभ मेला, गोवा के सैलानियों पर हमला करने की थी
आइएसआइएस का असर  दर्जन भर राज्यों में 
 महाराष्ट्र पुलिस ने आइएसआइएस के बारे में युवाओं को कट्टर बनाने वाली 94 वेबसाइटें वर्ष 2015 में ब्लॉक की हैं। महाराष्ट्र की आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) के अधिकारी ने बताया कि आइएसआइएस के लिए नौजवानों की भर्ती करने के आरोप में रिजवान अली को  उत्तर प्रदेश के कुशीनगर से गिरफ्तार किया गया था। उस पर मुंबई के उपनगरीय मलवानी इलाके से कथित तौर पर आइएसआइएस के लिए लड़कों की भर्ती करने का आरोप है।  एटीएस को शक है कि उसने कथित रूप से अयाज सुल्तान को कट्टरपंथी बनाया जिसने रिपोर्टों के अनुसार आइएसआइएस से जुड़ने के लिए पिछले माह देश छोड़ दिया।
महाराष्ट्र के आतंकवाद निरोधक दस्ते के प्रमुख विवेक फणसालकर ने  बताया ‘आइएसआइएस का प्रभाव (देश के) 10 से 12 राज्यों में देखा जा रहा है। पुलिस ने पिछले साल (वर्ष 2015 में) 94 वेबसाइटों को ब्लॉक किया जिनका उपयोग युवाओं को आइएसआइएस को लेकर कट्टर बनाने के लिए किया जा रहा था।’ ‘आइएसआइएस’ के खतरे से निपटने के लिए महाराष्ट्र एटीएस ने भी आनलाइन तरीके अपनाने का फैसला किया है।

एटीएस प्रमुख ने बताया ‘हम एटीएस की एक समर्पित वेबसाइट शुरू करने की तैयारी में हैं जिसका उपयोग समाज में जागरूकता का प्रसार करने और उन लोगों को मुख्यधारा में लाने के लिए किया जाएगा जो उनकी तिकड़मों का शिकार हो रहे हैं। हमें विश्वास बहाली के लिए बहुत प्रयास करने हैं और समाज में आइएसआइएस के खतरे से निपटने के लिए पहचान, निगरानी, मुकाबला आदि भी करना है।’ 

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