Mangesh Shete
हैदराबाद युनिवर्सिटी के विद्यार्थी आत्महत्या का सच रिपोर्ट ...
* इससे पहले पिछले 10 साल में कांग्रेस राज में 10 दलित विद्यार्थी आत्महत्या कर चुके हैं ...
* अम्बेडकर जी के नाम से एक विद्यार्थी संगठन युनिवर्सिटी में काम करता है , जिसमें दलित मुस्लिम और ईसाई विद्यार्थी है , जो कम्युनिस्ट विचारों से प्रेरित है ...
* इस अम्बेडकर विद्यार्थी संगठन ने पहले युनिवर्सिटी में गौमाता हत्या के समर्थन में " गौमास " की बीफ पार्टी आयोजित करने की ठानी
* फिर जब आतंकी याकूब मेमन को मुंबई में फांसी देने थी , उसके पहले ... आतंकी याकूब के समर्थन में इस संगठन ने कैंपस में बडा आंदोलन किया
* आतंकी याकूब मेमन को फांसी देने के बाद , उस आतंकी के समर्थन में शोकसभा का आयोजन कर के , नमाज अदा किया गया ...
* और उस आतंकी के शोकसभा के उपर एक पोस्ट फेसबुक पर अम्बेडकर संगठन ने डाली , उस पोस्ट पर युनिवर्सिटी के दुसरे विद्यार्थी सुशील कुमार ने कमेंट की " आतंकवादी का क्यों समर्थन करते हो "
* इस कमेंट पर क्रोधित हुए अम्बेडकर संगठन के 30-35 विद्यार्थी जिसमें रोहित भी था , सुशील कुमार के रुम में घुसकर बुरी तरह से मारा पीटा ... * फिर जख्मी हुए सुशील कुमार ने युनिवर्सिटी के प्रशासन को शिकायत दर्ज की , साथ में पुलिस में भी शिकायत दर्ज की ... फिर केस कोर्ट में गयीं
* जब केस कोर्ट में गयी , तब कोर्ट ने युनिवर्सिटी प्रशासन को उन विद्यार्थी यों पर कारवाई करने के आदेश दिए जो ... आतंकी याकूब मेमन शोकसभा में और सुशील कुमार को मारपीट करने में शामिल थे ...
* उसके बाद युनिवर्सिटी प्रशासन ने 5 सदस्यों की समीक्षा समिति स्थापित की जिसमें दो दलित प्रोफेसर थे , उन्होंने अम्बेडकर संगठन के 5 विद्यार्थीओं को युनिवर्सिटी से निलंबित किया
* इससे पहले पिछले 10 साल में कांग्रेस राज में 10 दलित विद्यार्थी आत्महत्या कर चुके हैं ...
* अम्बेडकर जी के नाम से एक विद्यार्थी संगठन युनिवर्सिटी में काम करता है , जिसमें दलित मुस्लिम और ईसाई विद्यार्थी है , जो कम्युनिस्ट विचारों से प्रेरित है ...
* इस अम्बेडकर विद्यार्थी संगठन ने पहले युनिवर्सिटी में गौमाता हत्या के समर्थन में " गौमास " की बीफ पार्टी आयोजित करने की ठानी
* फिर जब आतंकी याकूब मेमन को मुंबई में फांसी देने थी , उसके पहले ... आतंकी याकूब के समर्थन में इस संगठन ने कैंपस में बडा आंदोलन किया
* आतंकी याकूब मेमन को फांसी देने के बाद , उस आतंकी के समर्थन में शोकसभा का आयोजन कर के , नमाज अदा किया गया ...
* और उस आतंकी के शोकसभा के उपर एक पोस्ट फेसबुक पर अम्बेडकर संगठन ने डाली , उस पोस्ट पर युनिवर्सिटी के दुसरे विद्यार्थी सुशील कुमार ने कमेंट की " आतंकवादी का क्यों समर्थन करते हो "
* इस कमेंट पर क्रोधित हुए अम्बेडकर संगठन के 30-35 विद्यार्थी जिसमें रोहित भी था , सुशील कुमार के रुम में घुसकर बुरी तरह से मारा पीटा ... * फिर जख्मी हुए सुशील कुमार ने युनिवर्सिटी के प्रशासन को शिकायत दर्ज की , साथ में पुलिस में भी शिकायत दर्ज की ... फिर केस कोर्ट में गयीं
* जब केस कोर्ट में गयी , तब कोर्ट ने युनिवर्सिटी प्रशासन को उन विद्यार्थी यों पर कारवाई करने के आदेश दिए जो ... आतंकी याकूब मेमन शोकसभा में और सुशील कुमार को मारपीट करने में शामिल थे ...
* उसके बाद युनिवर्सिटी प्रशासन ने 5 सदस्यों की समीक्षा समिति स्थापित की जिसमें दो दलित प्रोफेसर थे , उन्होंने अम्बेडकर संगठन के 5 विद्यार्थीओं को युनिवर्सिटी से निलंबित किया
अब तो ऐसी जानकारी सामने आ रही है , जिस रोहित ने आत्महत्या की है , वो दलित नहीं है ..
सरकार इन विद्यार्थीओं को सालाना 3 लाख रुपये फेलोशिप देती है पढने लिखने के लिए ... और यह विद्यार्थी युनिवर्सिटी में पढाई के बजाय राजनीति करते है वो भी आतंकवाद के लिए
सरकार इन विद्यार्थीओं को सालाना 3 लाख रुपये फेलोशिप देती है पढने लिखने के लिए ... और यह विद्यार्थी युनिवर्सिटी में पढाई के बजाय राजनीति करते है वो भी आतंकवाद के लिए
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