इतिहास गवाह है कि जब काल यवन ( जो वर्तमान के तमिलनाडु के मुदरेका रहने वाला था, जिसके
पिताजी तमिलनाडु के काबालिश्वरम शिव मंदिर के उपासक थे, और यही कबालिश्वरम आज भी मुदरे में स्थित है ) ने कृष्ण से युद्ध करने के लिए शिव की भक्ति यवन देश में करी थी ,वो यही शिव पिंडी थी जो सऊदी अरब के
काबा में स्थित है |
अगर ये सारे तथ्य गलत है तो फिर ऐसा क्या कारण है कि पूरी दुनिया के 56 इस्लामिक मुल्को में कभी भी किसी भी मस्जिद में 7बार Anti Clockwise परिक्रमा नहीं लगती ,सिर्फ काबा की इसी मस्जिद अल-हरम में लगती है ??
आखिर वो क्या कारण है कि हज की प्रक्रिया करने के लिए हर हाजी को अपने सर के बाल साफ़ करवाने पड़ते है जैसे तिरुपति बालाजी में सर के बाल साफ़ होते है ?
आखिर वो क्या कारण है कि हज की प्रक्रिया करने के लिए बिना सिला ,एक सूती कपडा पहनना अनिवार्य होता है जिसे एह-राम कहते हैं, यहाँ भी ये मुल्ले हमारे श्रीराम का नाम जप रहे हैं, एह-राम ।
इस्लाम में दीपक प्रज्वलित करना गलत है तो फिर काबा के अंदर आज भी घी का अखंड दीपक किसलिए प्रज्वलित है ?
अरून शुक्ला
पिताजी तमिलनाडु के काबालिश्वरम शिव मंदिर के उपासक थे, और यही कबालिश्वरम आज भी मुदरे में स्थित है ) ने कृष्ण से युद्ध करने के लिए शिव की भक्ति यवन देश में करी थी ,वो यही शिव पिंडी थी जो सऊदी अरब के
काबा में स्थित है |
अगर ये सारे तथ्य गलत है तो फिर ऐसा क्या कारण है कि पूरी दुनिया के 56 इस्लामिक मुल्को में कभी भी किसी भी मस्जिद में 7बार Anti Clockwise परिक्रमा नहीं लगती ,सिर्फ काबा की इसी मस्जिद अल-हरम में लगती है ??
आखिर वो क्या कारण है कि हज की प्रक्रिया करने के लिए हर हाजी को अपने सर के बाल साफ़ करवाने पड़ते है जैसे तिरुपति बालाजी में सर के बाल साफ़ होते है ?
आखिर वो क्या कारण है कि हज की प्रक्रिया करने के लिए बिना सिला ,एक सूती कपडा पहनना अनिवार्य होता है जिसे एह-राम कहते हैं, यहाँ भी ये मुल्ले हमारे श्रीराम का नाम जप रहे हैं, एह-राम ।
इस्लाम में दीपक प्रज्वलित करना गलत है तो फिर काबा के अंदर आज भी घी का अखंड दीपक किसलिए प्रज्वलित है ?
अरून शुक्ला
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