Wednesday, 13 June 2018

11 फरवरी 1968 की सुबह मुगलसराय (अब् दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन)स्टेशन पर पंडित दीनदयाल जी लाश मिली थी।पटरी के पास। उनका हाथ,चेहरा तोड़ दिया गया था।किसी ने उनको ट्रेन में मर्डर करके उस मुगलसराय स्टेशन पर फेंक दिया था।जनसंघ के कालीकट अधिवेशन के बाद तत्कालीन समय के सबसे बड़े नेता थे।उन दिनों यह काम कौन करवाता था दुनियाँ जानती है।वह उस समय जनसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे और उस समय देश के पांच प्रांतों में जनसंघ के साथ मिली हुई सरकारी थी। उस दिन वह ट्रेन से पटना जा रहे थे क्योकि वहां की मिली-जुली तत्कालीन सरकार पर संकट आ गया था। राजनीतिक नेतृत्व ने उनको शूटरों से मरवा दिया था।जाच भी यही कहता है। उनके मर्डरर से जनसंघ(अब् बीजेपी)40 साल पीछे हो गया।

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