कुछ दिन पहले जब "कमाण्डो औरंगजेब(photo)" ने आतंकी समीर टाइगर को नेस्तनाबूत कर दिया .. तब भारत की आतंक समर्थक टीवी मीडिया ने कमाण्डो औरंगज़ेब का चेहरा अपने चैनलों पर दिखाया था ..! (मतलब कमाण्डो औरंगजेब का चेहरा दिखाकर मीडिया आतंकियों को यह बताना चाहती थी कि ये रहा तुम्हारा कातिल, इसको पहचानो और बदला लो)
कई पूर्व सैनिकों ने इस पर अपना विरोध जताते हुए कहा था कि इस प्रकार इस बच्चे को मीडिया में दिखाना इसकी जान के लिए खतरा हो सकता है।
वही हुआ , आतंकियो ने औरंगजेब की पहचान कर ली। वो जानते थे,ये ईद पर घर ज़रूर जायेगा। टारगेट सेट किया,रास्ते से उसे अगवा किया। उसे बेरहमी से पीटा और बेतरतीबी से क़त्ल कर दिया।
औरंगज़ेब का दोषी "भारतीय मीडिया" है।
केंद्र सरकार को जरा भी शर्म हो तो वो मीडिया पर क्रशिंग कारवाई करें …
केंद्र सरकार को जरा भी शर्म हो तो वो मीडिया पर क्रशिंग कारवाई करें …
भीमा-कोरेगांव हिंसा केस: नागपुर यूनिवर्सिटी ने गिरफ्तार प्रफेसर शोमा सेन को निलंबित किया !
भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में गिरफ्तार की गईं नागपुर यूनिवर्सिटी की असिस्टेंट प्रफेसर को निलंबित कर दिया गया है। पुणे पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था। उनके ऊपर गैरकानूनी गतिविधियों में भाग लेने, आपराधिक साजिश करने, शत्रुता बढ़ाने और दंगे करवाने के आरोप लगाए गए हैं।पिछले दिनों पुणे पुलिस ने भीमा-कोरेगांव जातीय हिंसा के मामले में कई गिरफ्तारियां की थीं। शोमा सेन के अलावा सुरेंद्र गाडलिंग, महेश राउत, सुधीर धावले और रोना विल्सन को अलग-अलग शहरों से गिरफ्तार किया गया। बताया जाता है कि उनके माओवादियों से संबंध होने के शक में पहले से उन पर नजर रखी जा रही थी। नागपुर विश्वविद्यालय ने उन्हें सस्पेंड कर दिया है।
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