जेएनयू का प्रोडक्ट, माओवादियों का अंतररार्ष्ट्रीय टॉप ऑपेरेटिव रोना कोकब विल्सन 6 जून 2018, बुधवार को दिल्ली से गिरफ्तार।
आज प्रातः 5 बजे इसकी गिरफ्तारी मुनिरका डीडीए फ्लैट्स से हुई... जेएनयू के छात्र रहा केरल निवासी रोना विल्सन, जी.एन.साईं बाबा की गिरफ्तारी के उपरांत माओवाद का सारा काम संभाल रहा था... रोना विल्सन ही माओवादियों की ट्रांसफर, पोस्टिंग, हथियार सप्लाई से लेकर धन की व्यवस्था, आईडीयोलॉजिकल सपोर्ट, ट्रेनिंग के साथ साथ प्रोपेगेंडा और नैरेटिव्स को चलाने का काम करता था... यही रोना विल्सन जेएनयू के प्रतिबंधित छात्र संगठन डीएसयू का नेता और जेनएयू के आजादी गैंग का सुप्रीम बॉस था।
अर्बन माओइस्ट फ्रंट को भी यही रोना विल्सन चलाता था... शहरी माओवाद का पूरा संचालन इसके ही हाथ में था... रोना विल्सन संसद हमले का अभियुक्त रहा प्रोफेसर गिलानी का भी निकट सहयोगी रहा है।
पुणे पुलिस ने विगत 19 अप्रैल को रोना विल्सन समेत 14 संदिग्ध माओवादियों के घर पर छापा मारकर उनके लैपटॉप, पैन ड्राइव, हार्ड डिस्क, मेमोरी कार्ड, मोबाईल फोन इत्यादि सारे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स जब्त कर लिये थे... उन सबसे मिली जानकारी हिला देने वाली थी... उससे प्राप्त अनेक साक्ष्य जो गिरफ्तारी के लिए पर्याप्त आधार थे... उनके आधार पर पुणे पुलिस ने यह गिरफ्तारी की है।
इसके साथ आधिवक्ता सुरेंद्र गाडगिल एवं प्रोफेसर सोमा सेन दोनों नागपुर से तथा सुधीर धावले को मुम्बई से एक ही समय में गिरफ्तार किया गया है... ये सब रोना विल्सन के सहयोगी थे और दलित आंदोलन भड़काने में लगे हुए थे।
क्रमशः...
@मुरारी शरण शुक्ल
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