सैलानियों के लिए स्वर्ग है गुवाहाटी :
कामदेव का जन्म गुवाहाटी में ही हुआ था
कामदेव का जन्म गुवाहाटी में ही हुआ था
हिमालय की पूर्वी में बसा गुवाहाटी बहुत ही खूबसूरत शहर है।
इसकी खूबसूरती सैलानी को अपनी ओर आकर्षित करती है। गुवाहाटी के मंदिर तो बेहद दर्शनीय हैं। कहा जाता है काम के देवता कामदेव का जन्म गुवाहाटी में ही हुआ था, इसीलिए इसे कामरूप के नाम से भी जाना जाता है। यहां की घाटियां बेहत ही खूबसूरत है जो मन को मोह लेती है और नीलाचल पहाड़ी पर बना कमाख्या मंदिर दुनिया के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। क्या आप जानते है यह मंदिर 10वीं शताब्दी में बनाया गया है। गुवाहाटी के रेलवे स्टेशन से केवल 10 किलोमीटर की दूर पर स्थित है यह खास मंदिर। कमाख्या से कुछ आगे पहाड़ी की ऊंचाई पर देवी भुवनेश्वरी का मंदिर है, जहां से आप गुवाहाटी का पूरा नजारा देख सकते है।
पूर्वी गुवाहाटी में नौ ग्रहों को समर्पित नवग्रह मंदिर है, जहां एस्ट्रॉलजी व एस्ट्रॉनमी का अद्भूत मेल देखा जा सकता है। गुवाहाटी में देश का सबसे बड़ा नेचरल जू है जो बेहत ही खूबसूरत है इसके साथ ही स्टेट म्यूजियम, एंथ्रोपॉलजिकल म्यूजियम, फॉरेस्ट म्यूजियम जैसे संग्रहालय भी बहुत फेमस है। जो लोग अंतरिक्ष में दिलचस्पी रखते है उनके लिए प्लैनेटेरियम बेहतरीन जगह है इसे देश के बेस्ट प्लैनेटेरियमों में गिना जाता है।
JanSandesh.Com के अनुसार << सूर्य की किरण >>
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