Umakant Dixit Azad
दोस्तों
एक बस में ४५ मिनट की यात्रा के दोरान मेरी मुलाकात एक ऐसे शक्श से हुई जो की साउथ ब्लाक न्यू दिल्ली में कार्य करता था ...वो गवर्नमेंट मिनिस्ट्री में पिछले २५ सालो से कार्य कर रहा था..जब मुझे बातचीत के दोरान ये सब पता चला तो उस से कुछ सवाल पूछने से खुद को रोक नहीं पाया..मैंने उस से पुचा की क्या फर्क पड़ा हे २०१४ के चुनाव के पश्चात्..और उसका उत्तर मेरी आशा के अनुरूप ही था किन्तु उसके द्वारा बताये गए कुछ बातें बड़ी ही आश्चर्य जनक और सुखदायी थी..और वो बातें सुनकर मेरे मुंह से सहसा ही निकल पड़ा "हे भगवन्न"
एक बस में ४५ मिनट की यात्रा के दोरान मेरी मुलाकात एक ऐसे शक्श से हुई जो की साउथ ब्लाक न्यू दिल्ली में कार्य करता था ...वो गवर्नमेंट मिनिस्ट्री में पिछले २५ सालो से कार्य कर रहा था..जब मुझे बातचीत के दोरान ये सब पता चला तो उस से कुछ सवाल पूछने से खुद को रोक नहीं पाया..मैंने उस से पुचा की क्या फर्क पड़ा हे २०१४ के चुनाव के पश्चात्..और उसका उत्तर मेरी आशा के अनुरूप ही था किन्तु उसके द्वारा बताये गए कुछ बातें बड़ी ही आश्चर्य जनक और सुखदायी थी..और वो बातें सुनकर मेरे मुंह से सहसा ही निकल पड़ा "हे भगवन्न"
उसने बताया बिलकुल वैसा ही आपके साथ साझा कर रहा हु.
1. उसने कहा की पहले वहा एक परम्परा रही हे की सेक्रेटरी लेवल के अफसर कभी भी समय पर नहीं आते थे और जब वे आते तो अधिकतर काम अधूरे छोड़ दिया करते थे..
फिर यदि कोई कार्य अधूरे हे और वो अर्जेंट होते तो फिर ये रीत रही हे की वो काम देर रात तक बैठकर निबटने का प्रयास किया करते थे..रात को रूककर काम करने के कारन उन सभी अफसरों का डिनर १३०० रुपये प्रति थाली की दर से "होटल ले मेरीडियन " से आर्डर कर के मंगवाया जाता था..चाहे १५ लोग हो. वहां...... किन्तु खाना कम से कम ३० लोगो के हिसाब से ही मंगाया जाता था(उन अफसरों के परिवारजनो के लिए भी ).
अगली सुबह लगभग ३९००० रुपये का डिनर का बिल वाइस चेयरमैन "श्री मोंटेक सिंह जी अहलुवालिया " के निर्देश से तुरंत प्रभाव से ही पास कर दिया जाता था.... इस तरह से जनता की गाढ़ी कमी का पैसा उन अफसरों द्वारा बर्बाद किया जाता रहा था...लेकिन अब यदि कोई देर रात तक बेठ कर काम करता हे तो खाना उसके खुद के घर से ही आता हे..
फिर यदि कोई कार्य अधूरे हे और वो अर्जेंट होते तो फिर ये रीत रही हे की वो काम देर रात तक बैठकर निबटने का प्रयास किया करते थे..रात को रूककर काम करने के कारन उन सभी अफसरों का डिनर १३०० रुपये प्रति थाली की दर से "होटल ले मेरीडियन " से आर्डर कर के मंगवाया जाता था..चाहे १५ लोग हो. वहां...... किन्तु खाना कम से कम ३० लोगो के हिसाब से ही मंगाया जाता था(उन अफसरों के परिवारजनो के लिए भी ).
अगली सुबह लगभग ३९००० रुपये का डिनर का बिल वाइस चेयरमैन "श्री मोंटेक सिंह जी अहलुवालिया " के निर्देश से तुरंत प्रभाव से ही पास कर दिया जाता था.... इस तरह से जनता की गाढ़ी कमी का पैसा उन अफसरों द्वारा बर्बाद किया जाता रहा था...लेकिन अब यदि कोई देर रात तक बेठ कर काम करता हे तो खाना उसके खुद के घर से ही आता हे..
2. पहले जनता का पैसा फर्नीचर , परदे और अन्य चीजो के बदलाव के नाम पर बर्बाद करने की परम्परा रही हे किन्तु अब प्रधानमंत्रीजी(नमो) ने सबसे संपर्क कर के ये आदेश दे दिया हे की परदे 7 वर्ष एवं फर्नीचर 11 वर्षों से पहले नहीं बदला जायेगा.
३. अब कोई फाइल का काम 7 दिन से अधिक बाकी नहीं रखा जाता, यदि कोई ऐसा करता हे तो पीएमओ उसमे सीधा हस्तक्षेप करता हे...
4. यदि जरूरी हो तो प्रधानमंत्रीजी सभी मिनिस्टर्स की सुबह 6.20 पर क्लास लेते हे....
5. मोदीजी रोज़ सुबह 5 बजे से पहले उठते हे और पूरे 1 वर्ष के कार्यकाल के दोरान हमेशा 9.20 बजे के पहले कार्यालय पहुँच जाते हैं.
6. मोदी जी वर्ष में 100 दिन उपवास रखते हे और उपवास के दोरान सिर्फ पानी पीते हैं.
7. प्रतिदिन 10 बजकर 10 मिनट पर अटेंडेंस शीट्स पीएमओ को भेज दी जाती हे.
8. काजू , किशमिश और दूध के प्रतिदिन की जो परंपरा गवर्नमेंट मिनिस्ट्री में चली आ रही थी वो हमारे नए प्रधानमंत्री द्वारा पूरी तरह से रोक दी गई हे..
10. 2014 के चुनाव के बाद से प्रधानमंत्री के दिशा निर्देशों द्वारा इन सभी फालतू खर्चों पर रोक लगाने के कारन सरकार का रेवेनयु लगभग 17 प्रतिशत बढ़ गया हे ..
देश को इतना प्रतिभाशाली और इमानदार प्रधानमंत्री देने के लिए देशवासियों को बहुत बहुत धन्यवाद..
३. अब कोई फाइल का काम 7 दिन से अधिक बाकी नहीं रखा जाता, यदि कोई ऐसा करता हे तो पीएमओ उसमे सीधा हस्तक्षेप करता हे...
4. यदि जरूरी हो तो प्रधानमंत्रीजी सभी मिनिस्टर्स की सुबह 6.20 पर क्लास लेते हे....
5. मोदीजी रोज़ सुबह 5 बजे से पहले उठते हे और पूरे 1 वर्ष के कार्यकाल के दोरान हमेशा 9.20 बजे के पहले कार्यालय पहुँच जाते हैं.
6. मोदी जी वर्ष में 100 दिन उपवास रखते हे और उपवास के दोरान सिर्फ पानी पीते हैं.
7. प्रतिदिन 10 बजकर 10 मिनट पर अटेंडेंस शीट्स पीएमओ को भेज दी जाती हे.
8. काजू , किशमिश और दूध के प्रतिदिन की जो परंपरा गवर्नमेंट मिनिस्ट्री में चली आ रही थी वो हमारे नए प्रधानमंत्री द्वारा पूरी तरह से रोक दी गई हे..
10. 2014 के चुनाव के बाद से प्रधानमंत्री के दिशा निर्देशों द्वारा इन सभी फालतू खर्चों पर रोक लगाने के कारन सरकार का रेवेनयु लगभग 17 प्रतिशत बढ़ गया हे ..
देश को इतना प्रतिभाशाली और इमानदार प्रधानमंत्री देने के लिए देशवासियों को बहुत बहुत धन्यवाद..
No comments:
Post a Comment