भोटे कुकुर लड़ाई में बाघ पर भी भारी ....
उत्तराखन्ड में जिन्हें भोटिया कुकुर और नेपाल में भोटे कुकुर कहा जाता है, येही भेड़ पालको/ भेड़ चरवाहों की भेड़ो के झुंड के रखवाले होते है। ये आमने-सामने की लड़ाई में बाघ पर भी भारी होते है..
इनका जन्म भी भेड़ो के झुंड के बीच होता है और ये अपना पूरा जीवन उनकी रक्षा में लगा देते है-
1.भेड़ चरवाहे या भेड़ पालक इनके गले मे घण्टी बांधते है जिसके 2 प्रत्यक्ष फायदे है:
अ.. भेड़ो की घण्टी की आवाज सुनकर उन्हें उनकी सुरक्षा का एहसास होता है.
ब..घण्टी के कारण तेंदुए, बाघ या चिता इनकी गर्दनों को नही पकड़ पाते..
2..चूंकि ये झुंड को घेरे में लेकर उनकी रखवाली करते है इसलिए घण्टी की आवाज से चरवाहे इनकी लोकेशन ज्ञात करते है।
इनका जन्म भी भेड़ो के झुंड के बीच होता है और ये अपना पूरा जीवन उनकी रक्षा में लगा देते है-
1.भेड़ चरवाहे या भेड़ पालक इनके गले मे घण्टी बांधते है जिसके 2 प्रत्यक्ष फायदे है:
अ.. भेड़ो की घण्टी की आवाज सुनकर उन्हें उनकी सुरक्षा का एहसास होता है.
ब..घण्टी के कारण तेंदुए, बाघ या चिता इनकी गर्दनों को नही पकड़ पाते..
2..चूंकि ये झुंड को घेरे में लेकर उनकी रखवाली करते है इसलिए घण्टी की आवाज से चरवाहे इनकी लोकेशन ज्ञात करते है।
ये भोटिया कुकुर दिन में भी भेड़ो को घेरे में लेकर उनके चारो ओर रहते है..जैसा चित्र में है..
ये एक साथ खाना खाएँगे और खांना खाकर तुरन्त अपनी-अपनी जगह सभाल लेंगे..
ये भेड़ो की भी रक्षा करते है और चरवाहों की भी..
ये एक साथ खाना खाएँगे और खांना खाकर तुरन्त अपनी-अपनी जगह सभाल लेंगे..
ये भेड़ो की भी रक्षा करते है और चरवाहों की भी..
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