Sunday, 22 November 2015

पेरिस में हमले के सिर्फ 36 घंटे में भी फ़्रांस ने राष्ट्रपति के विशेष पावर से अपने कुल 26 सम्वैधानिक और क़ानूनी धाराओ को बदल दिया .. और आतंक के खिलाफ लड़ाई के लिए एक बेहद कठोर कानून बना दिया |
अब फ़्रांसिसी पुलिस को आतंकी होने के शक में किसी भी घर या व्यापारिक प्रतिष्ठान की तलाशी लेने के लिए किसी अदालती वारंट की जरूरत नही होगी | आतंकी होने के शक में यदि पुलिस किसी आतंकी [खतरनाक हथियार, ग्रेनेड के साथ हो ] गोली मार दे और वो आतंकी न हो तो पुलिस पर हत्या का केस नही चलेगा | साथ ही अब फ्रांस में आतंवादियों को सिर्फ १२० दिन में ही मुकदमा चलाकर सजा दिया जायेगा .. और राष्ट्रपति अब किसी भी आतंकी के सजा को न माफ़ कर सकेंगे न कम कर सकेंगे ..
जी हाँ ये सब मात्र ३६ घंटे के भीतर हुआ ..
और इधर भारत में ? मुंबई हमले के ठीक दो दिन बाद दिग्विजय सिंह, महेश भट्ट, तीस्ता सेतलवाड, फादर जान दयाल, आदि की उपस्थिति में पत्रकार अजीज बर्नी की लिखी किताब .."२६/११ इनसाइड संघ" किताब का विमोचन कर रहे थे ..जिसमे लिखा था मुंबई हमले को संघ ने अंजाम दिया था .. इसी समारोह में मंच पर दिग्विजय सिंह ने कहा की शहीद पुलिस ऑफिसर हेमंत करकरे ने उन्हें फोन करके बताया था की संघ मुंबई पर हमले की योजना बना रहा है ...
और भारत में जब तक कांग्रेस का एकछत्र राज था तब तक उसने टाडा जैसा बेहद कठोर कानून बनाया ..और टाडा में ज्यादातर हिन्दुओ सिक्खों को ही गिरफ्तार किया था .. लेकिन जैसे ही खालिस्तान आन्दोलन खत्म हो गया ..और इस्लामिक आतंकवाद शुरू हो गया ये दोगली कांग्रेस को अपना ही बनाया टाडा कानून अब मानवता के खिलाफ नजर आने लगा और कांग्रेस ने टाडा कानून खत्म कर दिया ..
और जब नरेंद्र मोदी ने गुजरात के सीएम रहते पोटा कानून .बनाया तो केंद्र ने उसे मंजूरी नही दी .. अब जब केंद्र ने उसे मंजूरी दे दी है और वो कानून राष्ट्रपति के पास है तो कांग्रेसी हर रोज राष्ट्रपति से अपील करते है की वो पोटा पर दस्तखत न करे ...
यही कारण है की भारत से आतंकवाद को कभी खत्म नही किया जा सकता .क्योकि हम सिर्फ मुस्लिम आतंकियों को ही खत्म कर सकते है .. दिग्विजय सिंह जैसे मुस्लिम आतंकवाद के धुर समर्थक को खत्म नही कर सकते
-JITENDRA PRATAP SINGH-

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