पहले टर्की ने रूस का एक लड़ाकू जहाज
SU 24 और एक MI 27 हेलीकाप्टर मार गिराया
परन्तु
क्या आपको पता है कि इसका जवाब रूस की
जनता ने किस प्रकार दिया है
यदि नहीं तो चलिए मैं बता देता हूँ
1. रूस के सभी टूर ऑपरेटर्स ने टर्की के लिए बुक किये गए
सभी tours रद्द कर दिए हैं
यह जानते हुए भी कि ऐसा करने पर उन्हें उनके ग्राहकों को
पैसे लौटाने के साथ साथ जुर्माना भी देना पड़ेगा
आर्थिक हानि होने के बाद भी उन्होंने राष्ट्रहित में
यह निर्णय लिया
यह होती हैं राष्ट्रभक्ति, यह है राष्ट्रवाद
2. रूस की छोटे बड़े सभी व्यापारियों ने यहाँ तक कि कॉर्पोरेट जगत की बड़ी बड़ी कम्पनियों ने टर्की को दिए गए
सभी आयात आर्डर निरस्त कर दिए हैं
यह जानते हुए भी कि आर्डर निरस्त करने पर
उनके द्वारा दिया गया एडवांस जब्त हो जाएगा और
उनके व्यापार को भारी हानि सहनी पड़ेगी
भारी आर्थिक हानि होने की आशंका के बाद भी
रूस के व्यापारियों ने राष्ट्रहित में यह निर्णय लिया है
यह होती है राष्ट्रभक्ति ....यह है राष्ट्रवाद
अब जरा अपनी बात कर लें
हम सभी चाहते हैं कि हम एक विश्व महाशक्ति बनें
परन्तु क्या हम यह deserve करते हैं ...????
थोड़ा मनन अवश्य करें इस प्रश्न पर...
जिस देश का प्रधानमन्त्री अपने नागरिकों के हित में
स्वच्छ भारत अभियान चलाए और उस देश के नागरिक
यह कहकर अपने ही प्रधानमन्त्री का उपहास उड़ाएं कि
ये तो हमसे झाड़ू लगवा रहा है
क्या वह राष्ट्र कभी विश्वशक्ति बन सकता है ...?????
जिस देश में एक प्रधानमन्त्री की आलोचना
सिर्फ इसलिए होती हो कि उसने सम्पन्न परिवारों से
गैस सब्सिडी त्यागने की अपील कर दी हो
क्या वह राष्ट्र कभी विश्वशक्ति बन सकता है ..??????
जिस देश के नागरिक इस बात से
प्रधानमन्त्री की परफॉरमेंस नापते हों कि
उसने क्या क्या फ्री में दिया और क्या नहीं दिया
क्या वह देश कभी विश्वशक्ति बन सकता है ...?????
जिस देश में लोग अपना लीडर जाति के आधार पर चुनते हों
क्या वह देश कभी विश्वशक्ति बन सकता है ....????
नहीं ....कदापि नहीं और इसके लिए कोई और नहीं
सिर्फ और सिर्फ हम भारत के नागरिक ही उत्तरदायी हैं
आने वाले समाय में इतिहास और हमारी आने वाली पीढियां हमसे इस प्रश्न का उत्तर अवश्य मांगेंगे .. तैयार रहियेगा ...
SU 24 और एक MI 27 हेलीकाप्टर मार गिराया
परन्तु
क्या आपको पता है कि इसका जवाब रूस की
जनता ने किस प्रकार दिया है
यदि नहीं तो चलिए मैं बता देता हूँ
1. रूस के सभी टूर ऑपरेटर्स ने टर्की के लिए बुक किये गए
सभी tours रद्द कर दिए हैं
यह जानते हुए भी कि ऐसा करने पर उन्हें उनके ग्राहकों को
पैसे लौटाने के साथ साथ जुर्माना भी देना पड़ेगा
आर्थिक हानि होने के बाद भी उन्होंने राष्ट्रहित में
यह निर्णय लिया
यह होती हैं राष्ट्रभक्ति, यह है राष्ट्रवाद
2. रूस की छोटे बड़े सभी व्यापारियों ने यहाँ तक कि कॉर्पोरेट जगत की बड़ी बड़ी कम्पनियों ने टर्की को दिए गए
सभी आयात आर्डर निरस्त कर दिए हैं
यह जानते हुए भी कि आर्डर निरस्त करने पर
उनके द्वारा दिया गया एडवांस जब्त हो जाएगा और
उनके व्यापार को भारी हानि सहनी पड़ेगी
भारी आर्थिक हानि होने की आशंका के बाद भी
रूस के व्यापारियों ने राष्ट्रहित में यह निर्णय लिया है
यह होती है राष्ट्रभक्ति ....यह है राष्ट्रवाद
अब जरा अपनी बात कर लें
हम सभी चाहते हैं कि हम एक विश्व महाशक्ति बनें
परन्तु क्या हम यह deserve करते हैं ...????
थोड़ा मनन अवश्य करें इस प्रश्न पर...
जिस देश का प्रधानमन्त्री अपने नागरिकों के हित में
स्वच्छ भारत अभियान चलाए और उस देश के नागरिक
यह कहकर अपने ही प्रधानमन्त्री का उपहास उड़ाएं कि
ये तो हमसे झाड़ू लगवा रहा है
क्या वह राष्ट्र कभी विश्वशक्ति बन सकता है ...?????
जिस देश में एक प्रधानमन्त्री की आलोचना
सिर्फ इसलिए होती हो कि उसने सम्पन्न परिवारों से
गैस सब्सिडी त्यागने की अपील कर दी हो
क्या वह राष्ट्र कभी विश्वशक्ति बन सकता है ..??????
जिस देश के नागरिक इस बात से
प्रधानमन्त्री की परफॉरमेंस नापते हों कि
उसने क्या क्या फ्री में दिया और क्या नहीं दिया
क्या वह देश कभी विश्वशक्ति बन सकता है ...?????
जिस देश में लोग अपना लीडर जाति के आधार पर चुनते हों
क्या वह देश कभी विश्वशक्ति बन सकता है ....????
नहीं ....कदापि नहीं और इसके लिए कोई और नहीं
सिर्फ और सिर्फ हम भारत के नागरिक ही उत्तरदायी हैं
आने वाले समाय में इतिहास और हमारी आने वाली पीढियां हमसे इस प्रश्न का उत्तर अवश्य मांगेंगे .. तैयार रहियेगा ...
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