अगर आप नितीश कुमार मणि शंकर अय्यर सलमान खुर्शीद और अनिल शास्त्री को मूर्ख समझते हैं तो आप स्वयं मूर्ख हैं ।
सवाल है कि आज से दो साल पहले नितीश कुमार पकिस्तान क्या करने गए थे ?
FDI लाने ?
सीमा विवाद सुलझाने ?
व्यापार विनिमय बढ़ाने ?
वाघा बॉर्डर से रोज़ाना 70 - 80 truck लहसुन पकिस्तान जाता है ।
नितीस कुमार क्या बिहार के अनारदाना और पुदीने की market खोजने गए थे ?
***
मणि शंकर अय्यर पकिस्तान में जा के मोदी को हराने का फार्मूला खोज रहे थे । दोनों देशों के बीच अगर शांति स्थापित करनी है तो मोदी को हटाना होगा ?
मोदी को हटाने में हमारी मदद कीजिये ।
मोदी को हटाने / हराने में पकिस्तान / पाकिस्तानी क्या मदद दे सकते हैं ?
मणि शंकर अय्यर के बाद सलमान खुर्शीद गए और अब अनिल शास्त्री गए हैं ।
मोदी को हटाने / हराने में पाकिस्तान की मदद मांगने ।
***
मेरी इस पोस्ट को सम्हाल के रखना ......... अगला भारतीय राजनेता जो जल्दी ही पकिस्तान जाएगा .......... मोदी के खिलाफ पाकिस्तानी मदद मांगने वो जानते हैं कौन होगा ?
सीरी सीरी अरबिंद खेजड़ीबाल ...........
यूँ मोदी को हटाने के लिए पाकिस्तानी इमदाद पंजाब में आनी शुरू हो चुकी है ।
अलबत्ता जिन कबूतरों को बिल्ली देख के आँख बंद कर लेने की आदत है उन्हें वो इमदाद नहीं दिखेगी ।
पिछले कुछ महीनों से पंजाब में खालिस्तान movement को पुनर्जीवित करने के जो प्रयास चल रहे हैं उसकी पटकथा Canada में , वहाँ स्थित पाकिस्तानी दूतावास द्वारा , ISI के निर्देश पे लिखी जा रही है । खालिस्तानियों ने पिछले दिनों जो सरबत खालसा अमृतसर के नज़दीक बुलाया और इसमें आतंकी हवारा को अकाल तख़्त का जत्थेदार नियुक्त किया ......... ये सारी प्लानिंग ISI ने canada में बैठे खालिस्तानियों के साथ रची है ।
पंजाब में चुनाव होने वाले हैं । ISI की planning है कि अगले विस चुनाव में सिख वोट AAP को मिले और पंजाब में सत्ता की चाभी आप के हाथ हो । कांग्रेस पकिस्तान को ये समझाने का प्रयास कर रही है कि AAP को नहीं हमको आने दो । मोदी से भारत में AAP नहीं हम ही लड़ पाएंगे ।
पर इसमें एक पेंच है । सिखों को भड़का के खालिस्तान movement को पुनर्जीवित करने के लिए 1984 के सिख नरसंहार का उपयोग / याद दिलाना ज़रूरी है । कांग्रेस उसमे villain बन जाती है । ऐसे में सिख वोट को अकाली / भाजपा और congress से दूर करना हो तो विकल्प सिर्फ AAP का बचता है ।
आज पाकिस्तान सरकार / ISI के पास भारत में दो मोहरे हैं जिन्हें वो मोदी ( भारत ) के खिलाफ इस्तेमाल कर सकते हैं । भारत के मुसलमान और सिख । मुसलमान संघ/ भाजपा / मोदी विरोध के नाम पे और सिख को खालिस्तान के नाम पे .
अब आप मुझे ये मुसलमान के देश भक्त होने के लफ़्फ़ाज़ी comment box में मत पेलियेगा । पकिस्तान भारत के लोकतंत्र में बहुत कायदे से participate कर रहा है । उसके पास भी एक votebank है जो भारत में उसके पसंद की सरकार बनाने / बैठाने में उसकी मदद करेगा ।
भारत में होने वाले आगामी विस् चुनाव जो पंजाब असम बंगाल और UP में होंगे , उनका संचालन करने के लिए एक war room पकिस्तान में भी होगा और फंडिंग दुबई और सऊदी के रास्ते होगी ।
नेताजी लोग यूँ ही पकिस्तान और दुबई की तीर्थ यात्रा नहीं कर रहे हैं ।
अल्लाह बड़ा दयालू है ........ अल्लाह सब जानता है ।
सवाल है कि आज से दो साल पहले नितीश कुमार पकिस्तान क्या करने गए थे ?
FDI लाने ?
सीमा विवाद सुलझाने ?
व्यापार विनिमय बढ़ाने ?
वाघा बॉर्डर से रोज़ाना 70 - 80 truck लहसुन पकिस्तान जाता है ।
नितीस कुमार क्या बिहार के अनारदाना और पुदीने की market खोजने गए थे ?
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मणि शंकर अय्यर पकिस्तान में जा के मोदी को हराने का फार्मूला खोज रहे थे । दोनों देशों के बीच अगर शांति स्थापित करनी है तो मोदी को हटाना होगा ?
मोदी को हटाने में हमारी मदद कीजिये ।
मोदी को हटाने / हराने में पकिस्तान / पाकिस्तानी क्या मदद दे सकते हैं ?
मणि शंकर अय्यर के बाद सलमान खुर्शीद गए और अब अनिल शास्त्री गए हैं ।
मोदी को हटाने / हराने में पाकिस्तान की मदद मांगने ।
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मेरी इस पोस्ट को सम्हाल के रखना ......... अगला भारतीय राजनेता जो जल्दी ही पकिस्तान जाएगा .......... मोदी के खिलाफ पाकिस्तानी मदद मांगने वो जानते हैं कौन होगा ?
सीरी सीरी अरबिंद खेजड़ीबाल ...........
यूँ मोदी को हटाने के लिए पाकिस्तानी इमदाद पंजाब में आनी शुरू हो चुकी है ।
अलबत्ता जिन कबूतरों को बिल्ली देख के आँख बंद कर लेने की आदत है उन्हें वो इमदाद नहीं दिखेगी ।
पिछले कुछ महीनों से पंजाब में खालिस्तान movement को पुनर्जीवित करने के जो प्रयास चल रहे हैं उसकी पटकथा Canada में , वहाँ स्थित पाकिस्तानी दूतावास द्वारा , ISI के निर्देश पे लिखी जा रही है । खालिस्तानियों ने पिछले दिनों जो सरबत खालसा अमृतसर के नज़दीक बुलाया और इसमें आतंकी हवारा को अकाल तख़्त का जत्थेदार नियुक्त किया ......... ये सारी प्लानिंग ISI ने canada में बैठे खालिस्तानियों के साथ रची है ।
पंजाब में चुनाव होने वाले हैं । ISI की planning है कि अगले विस चुनाव में सिख वोट AAP को मिले और पंजाब में सत्ता की चाभी आप के हाथ हो । कांग्रेस पकिस्तान को ये समझाने का प्रयास कर रही है कि AAP को नहीं हमको आने दो । मोदी से भारत में AAP नहीं हम ही लड़ पाएंगे ।
पर इसमें एक पेंच है । सिखों को भड़का के खालिस्तान movement को पुनर्जीवित करने के लिए 1984 के सिख नरसंहार का उपयोग / याद दिलाना ज़रूरी है । कांग्रेस उसमे villain बन जाती है । ऐसे में सिख वोट को अकाली / भाजपा और congress से दूर करना हो तो विकल्प सिर्फ AAP का बचता है ।
आज पाकिस्तान सरकार / ISI के पास भारत में दो मोहरे हैं जिन्हें वो मोदी ( भारत ) के खिलाफ इस्तेमाल कर सकते हैं । भारत के मुसलमान और सिख । मुसलमान संघ/ भाजपा / मोदी विरोध के नाम पे और सिख को खालिस्तान के नाम पे .
अब आप मुझे ये मुसलमान के देश भक्त होने के लफ़्फ़ाज़ी comment box में मत पेलियेगा । पकिस्तान भारत के लोकतंत्र में बहुत कायदे से participate कर रहा है । उसके पास भी एक votebank है जो भारत में उसके पसंद की सरकार बनाने / बैठाने में उसकी मदद करेगा ।
भारत में होने वाले आगामी विस् चुनाव जो पंजाब असम बंगाल और UP में होंगे , उनका संचालन करने के लिए एक war room पकिस्तान में भी होगा और फंडिंग दुबई और सऊदी के रास्ते होगी ।
नेताजी लोग यूँ ही पकिस्तान और दुबई की तीर्थ यात्रा नहीं कर रहे हैं ।
अल्लाह बड़ा दयालू है ........ अल्लाह सब जानता है ।
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