भारत में IS का नेटवर्क चलाने वाला दामौदी दुबई पुलिस की हिरासत में, कई युवाओं को भेज रहा था सीरिया
दुबई पुलिस ने 33 साल के एक संदिग्ध आतंकवादी को इस्लामिक स्टेट (IS) के लिए गतिविधियां चलाने के शक में हिरासत में लिया है। इसका नाम अदनान हसन दामौदी है। कनार्टक के भटकल गांव का रहने वाला दामौदी सिमी का सदस्य रह चुका है और 2012 में भारत छोड़कर दुबई चला गया था। बताया जा रहा है कि वह दुबई में रहकर IS का प्रचार कर रहा था और इस आतंकी संगठन में युवाओं की भर्ती करा रहा था। भारतीय सुरक्षा एजेंसियां दामौदी को भारत लाने की तैयारी में जुट गई हैं।
सूत्रों के मुताबिक, पेशे से अकाउंटेंट इस शख्स ने आखिरी नौकरी दुबई के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में की थी, जहां वह डिलीवरी कोऑर्डिनेटर के तौर पर काम कर रहा था। दुबई पुलिस ने उसे कुछ महीने पहले हिरासत में लिया था। उसका टि्वटर हेंडल @AdnanDamudi नाम से था, जिससे वह IS का प्रचार कर रहा था। उसका टि्वटर अकाउंट अब बंद कर दिया गया है। दामौदी की संदिग्ध गतिविधियों के बारे में पहली बार पिछले साल पता चला था, जबकि तेलंगाना पुलिस को खबर मिली थी कि वह हैदराबाद के कुछ लड़कों को IS में भर्ती करने की कोशिश कर रहा है।
कनार्टक की धारवाड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट दामौदी भटकल गांव के सुल्तान अरमार के संपर्क में भी था, जो कि इस साल मार्च में IS के लिए लड़ते हुए सीरिया में मारा गया था। अरमार के बारे में यह जानकारी IS से जुड़ी एक वेबसाइट ने दी थी। हैदराबाद के युवाओं के अलावा दामौदी कई भारतीय मुस्लिम लड़कों के संपर्क में था। सूत्रों के मुताबिक, दामौदी ने हैदराबाद के करीब 6 युवाओं को IS में शामिल होने के लिए तैयार भी कर लिया था। लेकिन इनमें दो के घरवालों को उनके इरादों की भनक लग गई थी, इसलिए वह नहीं जा सके, लेकिन बाकी के चार इंस्तांबुल के रास्ते सीरिया जाने की फिराक में थे। ये चारों युवक पहले तेलंगाना के करीमनगर जिले में रहे, लेकिन किसी हड़बड़ी में इन्होंने दामौदी को उसके भारतीय नंबर पर कॉल किया। इसके बाद दामौदी ने उन लड़कों को सुल्तान अरमार के संपर्क में रहने को कहा, जो उस समय अफ-पाक बॉर्डर पर था। अरमार ने स्काइप पर चारों लड़कों से बात की और उन्हें IS में शामिल करने के लिए मदद का वादा किया। इसके बाद चारों लड़कों को बंगाल जाने का निर्देश दिया गया और वहां से उन्हें ढाका भेजा जाना था, लेकिन चारों लड़कों को हैदराबाद पुलिस ने मालदा में ही पकड़ लिया था।
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