Monday, 9 November 2015


चश्मे बदलने की आवश्यकता है बीजेपी शीर्ष को

अब जरा बीजेपी की हार की वजह को समझिये... ये हैं बेबी देवी. बीजेपी की सशक्त कार्यकर्ता थीं. फील्ड में इनका जोरदार काम था. बीजेपी ने इन्हें अपनी पार्टी से तो नहीं गठबंधन के दबाव में लोजपा से टिकट दे दिया. लोजपा वालों ने पहले इन्हें सिंबल दिया फिर इनका सिंबल लेकर पासवान जी के रूठे हुए दामाद अनिल साधू को टिकट दे दिया. बेबी देवी निर्दलीय खड़ी हो गयीं.

आज बेबी देवी चुनाव जीत गयी हैं, उन्होंने बोचछा सीट पर 1980 से अजेय रमई राम को हराया है. बीजेपी ने जगह-जगह ऐसे स्थानीय कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की है.
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Sanjay Dwivedy

“कान का बुलंद दरवाज़ा” खोल के सुन लें BJP के नेता
“कट्टर BJP कभी हार ही नहीं सकती, ये जो हारी है , ये सेक्युलर BJP है..! हिंदू रहे तो ही देश बचेगा और विकास होगा । क्या हिन्दूओं को छोड़कर, हिंदू धर्म के हित की बात छोड़कर सिर्फ तथाकथित विकास की ही बात करेंगे ?प्रखर हिन्दू वादी छबी ही भाजपा को साथ देगी, ये विकास की छबी भकास कर देगी । अगर हिंदू, हिंदी, हिन्दुस्थान के पक्ष मे खुलकर बात नही की तो आनेवाला समय भी मुश्किले ही पैदा करेगा ।अभी चुनाव नतीजे के परिणाम की परवाह न करते हुए अगर भाजपा ने हर बात पर सच्चा और पक्का स्टॅण्ड लिया तो भविष्य मे नतीजे अच्छे ही आयेंगे ।
जो पार्टी सत्ता में रहते हुए भी अपने खिलाफ मिडिया के दुष्प्रचार को नहीं रोक पायी, उस से यह आस न लगाएं कि वह राम मंदिर ओर धारा 370 जैसे मुद्दों पर कुछ करगी। मोदी जी का जीतना सिर्फ पार्टी की नहीं सिर्फ हिंदुत्व की जीत थी अगर बीजेपी ने हिंदुत्व को नाकारा तो यूपी में भी ये ही हाल होगा ये अटल सत्य है। .......................................................................
भारतीय मीडिया के गिरेबान पर कोई मर्द ही हाथ रख सकता है और वो है सुब्रमनियन स्वामी,
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Jayesh Kavadya

बिहार की जनता ने एक स्पष्ट संदेश दिया है मोदी जी आपको ...देश के विकास के लिए पूरा पूरा समर्थन है। अभी भी विश्वास है ...  लेकिन यह जरूरी नहीं कि  आपके कहने पर किसी भी  गधे घोडे को भी चुन ले ।
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इकोनॉमिक्स पब्लिक भी जानती है ..क्रूड 160 से 48-55 तक हो गया लेकिन पेट्रोल डीजल की कीमते 10 रूपये ही कम हुई ..
अरुण जेटली अब जमीन अब जमीन पर उतरकर देखो.... प्रकांड पण्डितों ...पब्लिक को जीडीपी इंडस्ट्रियल ग्रोथ, मूडीज, बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप, गोल्डमैन सैक्स आदि से कोई लेना देना नही है ।पब्लिक को सस्ते दाल तेल नमक पेट्रोल चाहिए ।...कड़वी दवा पब्लिक भी देती है ।
आप कहते हो जो हम आर्थिक सुधार कर रहे है उसका असर 2050 में दिखेगा तो पब्लिक के पास इतना पेशेंस नही है ।

आजकल देश को गुमराह करने के लिए सिर्फ हिन्दुओ को सेकुलर सूअर बनने का उपदेश देने वाले छद्म हिन्दू नाम रखते है ।
अरुंधति रॉय सीरियन क्रिश्चियन है । कांग्रेस प्रवक्ता शोभा ओजा भी क्रिश्चियन है ।
जब साबिर अली बीजेपी में शामिल हुआ था उसी दिन मैंने लिखा था अब बिहार में बीजेपी जीत नही सकती ।
अमित शाह को साबिर अली मुबारक हो
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यूपी में केजरीवाल मुलायम और मायावती को मिलाने की कोशिश में .. केजरीवाल ने मुलायम से दिल्ली में गुप्त मीटिंग की .. केजरीवाल चाहते है की यूपी में भी बिहार की तरह गैर बीजेपी वोटो का बंटवारा न हो और बीजेपी को हराया जाये ..
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काँग्रेस की एक खासियत है... वह अपने वोट बैंक के लिए किसी भी हद तक जा सकती है... किसी भी हद तक... चाहे आज़ाद मैदान मुम्बई की ख़बरों को दबाना हो, या बाटला हाउस मुठभेड़ पर आँसू बहाना हो...
विधानसभा में नींद निकालने वाले तथा गौमांस खाने के लिए प्रतिबद्ध कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया सरकार ने 10 नवंबर को "टीपू सुलतान" जयंती मनाने का फैसला किया है... चूँकि अधिकाँश हिन्दू या तो मूर्ख होते हैं या इतिहास से अनभिज्ञ होते हैं, इसलिए उन्हें सेकुलरिज़्म की घुट्टी पिलाना बहुत आसान होता है. स्वाभाविक है कि टीपू सुलतान का विरोध करना भी "साम्प्रदायिकता" की श्रेणी में रखा जाता है.... क्योंकि इतिहास पढ़ना ही किसे है?? सब कुछ तो रोमिला थापर और बिपन चंद्रा जैसों ने पहले ही विकृत करके रखा है...
बहरहाल... बहराईच के गाजी पीर की मजार पर मत्था टेकने वाले तथा अजमेर "शरीफ"(शरीफ??? हा हा हा हा हा...) में सिर पर टोकरा उठाने वाले सभी "लतखोर" हिंदुओं को टीपू सुलतान जयंती की शुभकामनाएँ...

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