भारतीय क्रिकेटर ने बनाए एक हजार रन,
तोड़ा 117 साल का रिकॉर्ड
एक पारी में एक हजार रन नाबाद खेलकर मुंबई के 16 साल के क्रिकेटर ने इंग्लैंड में बने 117 साल पुराने रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया। वह अब सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले युवा क्रिकेटर बन गए हैं। उनकी अद्भुत पारी अभी भी जारी है।
मुंबई निवासी प्रणव धनावडे ने यह रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने अपनी इस अद्भुत पारी में चौकों और छक्कों का भी अंबार लगा दिया। एक हजार रन बनाने में उन्होंने 59 छक्के और 127 चौके लगाए। मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा आयोजित एचटी भंडारी कप इंटरस्कूल टूर्नामेंट का एक मैच दुनिया में मिसाल बन गया और क्रिकेट इतिहास के पन्नों में अमर हो गया।
प्रणव से पहले मुंबई के ही पृथ्वी शॉ ने 546 रन बनाए थे। पृथ्वी की पारी प्रथम श्रेणी क्रिकेट की भारत में सर्वश्रेष्ठ पारी थी। जबकि 117 साल पहले जून 1899 में इंग्लैंड के जूनियर हाऊस मैच में ऑर्थर कॉलिंस ने 628 नाबाद रन के साथ दुनिया में नंबर वन थे। (फोटो: साभार इंडियन एक्सप्रेस
मुंबई निवासी प्रणव धनावडे ने यह रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने अपनी इस अद्भुत पारी में चौकों और छक्कों का भी अंबार लगा दिया। एक हजार रन बनाने में उन्होंने 59 छक्के और 127 चौके लगाए। मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा आयोजित एचटी भंडारी कप इंटरस्कूल टूर्नामेंट का एक मैच दुनिया में मिसाल बन गया और क्रिकेट इतिहास के पन्नों में अमर हो गया।
प्रणव से पहले मुंबई के ही पृथ्वी शॉ ने 546 रन बनाए थे। पृथ्वी की पारी प्रथम श्रेणी क्रिकेट की भारत में सर्वश्रेष्ठ पारी थी। जबकि 117 साल पहले जून 1899 में इंग्लैंड के जूनियर हाऊस मैच में ऑर्थर कॉलिंस ने 628 नाबाद रन के साथ दुनिया में नंबर वन थे। (फोटो: साभार इंडियन एक्सप्रेस
प्रणव ने पहले दिन ही बना दिया रिकॉर्ड
स्कूली क्रिकेट में एक रिकॉर्ड बनता है, तो एक टूट जाता है। सचिन तेंदुलकर-विनोद कांबली के रिकॉर्ड को अरमान जाफर-सरफराज खान ने तोड़ा, तो उनके स्कूल के पृथ्वी शॉ उनसे आगे निकल गए।
अब इस कड़ी में मुंबई के क्रिकेटर प्रणव धनावडे ने क्रिकेट मैदान पर रनों का अंबार लगाते हुए नया कीर्तिमान रच दिया। केसी गांधी स्कूल के प्रणव ने नाबाद एक हजार रनों की रिकॉर्ड पारी खेली। अभी भी जारी है।
पहले दिन का खेल खत्म होने तक तब प्रणव 652 और साथी क्रिकेटर सिद्धेश पाटिल 100 रन बनाकर खेल रहे थे। दूसरे दिन उन्होंने एक हजार रन पूरे कर लिए। केसी गांधी स्कूल के आउट होने वाले एक मात्र बल्लेबाज आकाश सिंग ने 173 रनों की पारी खेली।
मैच के बाद प्रणव धनावडे ने कहा, "मुझे पृथ्वी के रिकॉर्ड के बारे में पता था, इसलिए उस स्कोर के करीब पहुंचकर मैं थोड़ा ध्यान से खेला। मेरी कामयाबी में मेरे कोच हरीश शर्मा का बड़ा योगदान है।" (फोटो एनडीटीवी से, तस्वीर में प्रणव और उनके कोच)
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाने से पहले टीम इंडिया के कप्तान एमएस धोनी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा "इतने रन बनाना कोई मजाक नहीं है. उम्र को ध्यान में रखते हुए यह पारी बहुत अहम है. यह बहुत बड़ी बात है. किसी भी कंडीशन में इतने रन बनाना बहुत मुश्किल है. मेरे हिसाब से ये एक बहुत खास होगा.'' ...., ''मैं शायद ऊब जाता. उसने सिंगल से रन नहीं बनाए बहुत सारे चौके-छक्के जड़े, यह भी बहुत खास है."
धोनी के साथ ही टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज़ अजिंक्ये रहाणे ने कहा, ''उसमें नए फासले हासिल करने का माद्दा है. अजिंक्ये ने कहा " ये एक बड़ी उपलब्धि है. 1009 रन बनाना कोई आसान काम नहीं. मैं आशा करता हूं कि किसी दिन वे हमारे साथ खेलें. उसे सिर्फ अच्छा खेलने पर, कड़ी मेहनत पर ध्यान देना चाहिए. मुझे खुशी होगी अगर वो कभी भारत के लिए खेले तो."
अब इस कड़ी में मुंबई के क्रिकेटर प्रणव धनावडे ने क्रिकेट मैदान पर रनों का अंबार लगाते हुए नया कीर्तिमान रच दिया। केसी गांधी स्कूल के प्रणव ने नाबाद एक हजार रनों की रिकॉर्ड पारी खेली। अभी भी जारी है।
पहले दिन का खेल खत्म होने तक तब प्रणव 652 और साथी क्रिकेटर सिद्धेश पाटिल 100 रन बनाकर खेल रहे थे। दूसरे दिन उन्होंने एक हजार रन पूरे कर लिए। केसी गांधी स्कूल के आउट होने वाले एक मात्र बल्लेबाज आकाश सिंग ने 173 रनों की पारी खेली।
मैच के बाद प्रणव धनावडे ने कहा, "मुझे पृथ्वी के रिकॉर्ड के बारे में पता था, इसलिए उस स्कोर के करीब पहुंचकर मैं थोड़ा ध्यान से खेला। मेरी कामयाबी में मेरे कोच हरीश शर्मा का बड़ा योगदान है।" (फोटो एनडीटीवी से, तस्वीर में प्रणव और उनके कोच)
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाने से पहले टीम इंडिया के कप्तान एमएस धोनी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा "इतने रन बनाना कोई मजाक नहीं है. उम्र को ध्यान में रखते हुए यह पारी बहुत अहम है. यह बहुत बड़ी बात है. किसी भी कंडीशन में इतने रन बनाना बहुत मुश्किल है. मेरे हिसाब से ये एक बहुत खास होगा.'' ...., ''मैं शायद ऊब जाता. उसने सिंगल से रन नहीं बनाए बहुत सारे चौके-छक्के जड़े, यह भी बहुत खास है."
धोनी के साथ ही टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज़ अजिंक्ये रहाणे ने कहा, ''उसमें नए फासले हासिल करने का माद्दा है. अजिंक्ये ने कहा " ये एक बड़ी उपलब्धि है. 1009 रन बनाना कोई आसान काम नहीं. मैं आशा करता हूं कि किसी दिन वे हमारे साथ खेलें. उसे सिर्फ अच्छा खेलने पर, कड़ी मेहनत पर ध्यान देना चाहिए. मुझे खुशी होगी अगर वो कभी भारत के लिए खेले तो."
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