Monday 25 September 2017


मुसलमान मोहम्मद के चरित्र चित्रण से क्यों डरते हैं ?

मोहम्मद का कार्टून बना तो पूरी दुनिया के मुसलमानों ने अपनी-२ जगहों पर बलवा किया । कोई कुछ जानता ही नहीं उसके बारे में । प्रश्न तो ये उठता हैं के इसाई ईशा मसीह के नाटक मंच पर दोहराते हैं ताकि उनके अच्छे गुण अन्य लोंग जान सके और ले सके । हिंदू राम लीला रचाते हैं ताकि राम के अच्छे कृत्यों को दिमाग में रख सके । अच्छाई की बुराई पर जीत । पर मोहम्मद के नाम पर ऐसा क्या की उनका कोई चित्र नहीं हो सकता ।
 मुस्लिम कहते हैं इस्लाम में बुत परस्ती मना हैं इसलिए । बुत परस्ती मना होने से चित्रण का क्या लेना देना ? क्या काबा मंदिर (उनके लिये मस्जिद) की तस्वीर रखना नहीं गलत हैं पर रखते हैं । तस्वीर रखने से उसकी बुत परस्ती थोड़े हो जाती हैं बल्कि अपने आदर्श के कृत्यों की याद बनी रहती हैं । जैसे आर्य समाजी ऋषि दयानंद की तस्वीर रखते हैं । दूसरा तर्क ये दे सकते के इस से उनका अपमान होगा । मान-अपमान तो जीवित लोगो का होता हैं अगर ये भेद नहीं पता उन्हें तो बुत परस्ती भी नहीं पता । इसी लिए वे हजरे अस्वाद को सरक्षित करे हुए हैं और बुत परस्ती के विरोध में होने का ढोंग करते हैं । वास्तविक बात तो ये हैं के मोहम्मद का कोई चरित्र ही नहीं था जिसका चित्रण किया जाए । क्या दिखाएंगे मुसलमान की कैसे मोहम्मद के दादा अबू मत्लिब काबा मंदिर का सरक्षण करते थे तीर्थ यात्रियों का प्रबंध करते थे । किस प्रकार मोहम्मद को बचपन में मिर्गी के दौरे पड़ते थे । कैसे उसने अपने से १५ वर्ष आयु में बड़ी और अरब की अमीर बुडिया से शादी की । उस अमीर बुडिया के मरते ही किस प्रकार ५२ वर्षीया मोहम्मद ने ६ वर्ष की बच्ची से शादी(इस गंदे कृत्य को मुस्लिम शादी कहते हैं) की । किस प्रकार ९ वर्ष की होने पर उस बच्ची से सम्भोग किया । अपनी मू बोले बेटे की बीवी से शादी की और कैसे भिन्न भिन्न ३१ से ऊपर औरते रखी । कैसे मोहम्मद ने उम् किर्फा की वृद्ध नेत्रानी बनू फस्रह के हाथ पावो को २ उटो से बंधवा के फड़वा दिया । ऊट की चोरी करने वाले ८ लोगो के हाथ पाँव कटवा दीये । वो ऊट जो खुद मोहम्मद ने चुराए थे । बनू कुइनैका, बनू नादिर, बनू कुरैज़ा के लोगो पर कितने अमानुषी अत्याचार किये ।
 दुनिया का सबसे पहला इस्लामी आतंकवादी मोहम्मद ही तो था जो ये सब देखने पर सब समझ जाएगा । जो मोहम्मद को बचपन से जानता था उसका चाचा जिसने ना जाने कितनी बार उसकी जान बचाई पर मरते दम तक कभी कुरैशो का मजहब नहीं छोड़ा और इस्लाम नहीं स्वीकार क्यों की उसे पता था के उसका भतीजा पागल हैं । खुद आयशा ने हफ्सा के साथ मिल कर मोहम्मद को जहर दे दिया, कहते हैं मोहम्मद फिर एक बच्ची से शादी की योजना बना रहा था । फिर लाभ तो आयेशा के बाप अबू बक्र को मिला पहला खलीफा वही हुआ । पर बचा कोई नहीं खानदान में दिया जलने वाला कोई नहीं रहा । आयेशा की बुरी तरह क़त्ल कर दी गई । जिसने कुरान लिखी उसे खुद मोहम्मद ने मरवा दिया ।
खैर इतना शैतानियत जो भी लिखेगा मरेगा तो हैं ही । पूरी दुनिया आज इस्लामीकरण के खतरे के तले डगमगा रही हैं, बेकसूर मारे जा रहे हैं । इन सब का कारण मोहम्मद था जो कोई भी ये सब देख लेगा उसे समझने में एक पल नहीं लगेगा । पर मोहम्मद को तो ऐसा हौवा बना रखा हैं के उसके बारे में तो बात करनी ही नहीं । वो इसलिए क्यों की खुद मोहम्मद ने उन सबको बुरी तरह क़त्ल करवा दिया जिसने भी उसके पैगम्बर होने का प्रमाण माँगा । खुद मोहम्मद ने ना जाने कितनी बार अपनी बात से पलटा हैं इसका प्रमाण कुरान की विपरीत बाते हैं । इसी लिए मुसलमान मोहम्मद को छुपा के रखते हैं । मोहम्मद ने ज़न्नत में खुद की सिफारिश का पेच भी फसा रखा हैं ताकि कोई उसके गलत कामो पर ऊँगली ना उठाए । पर खुद जिनको भी ये बाते पता चलती हैं उनका मानवीय पक्ष इस्लाम छुडवा देता हैं । पर जो वाकई शैतान हैं वो सही जगह हैं क्यों के दुनिया के सारे गलत काम इस्लाम में जायज हैं अगर वो गैर मुसलमान के साथ किये जाए । तो कोई क्यों लूटने, बलात्कार, हत्या, झूठ बोलने की इजाजत छोड़ेगा अगर वह अपराधी परवर्ती का हैं । एक बात और के मोहम्मद देखने में बदसूरत था हदीसो की माने तो । जिस व्यक्ति ने उसकी तस्वीर बनया उसे देश से निकाल दिया, औरते उस से नफरत करती थी । शायद इसी लिए वो औरतो का बलात्कार करता था । बात दिखने की नहीं हैं बात तो कर्मो की हैं जो इतने गलत थे की उनको छुपा के रखने में ही इस्लाम की भलाई हैं ।
अब आइए देखते हैं मौहम्मद पैगम्बर ने अपने जीवन में क्या क्या किया ।
1. मक्का पर विजय करते ही मौहम्मद पैगम्बर ने सबसे पहले काबे में घुसकर वहां पर मूर्तियों को तोड़ा ।
2.जो व्यक्ति अपनी पकड़ में आया उसे इस्लाम ग्रहण करने के लिए धमकाया ।
3. उसके बाद अपने आस पास के राज्यों के इस्लाम ग्रहण करने युद्ध करने अथवा जजिया देने तीनों में से एक को ग्रहण करने को कहा ।यही सारा कार्य तो मुसलमान भारत में आज तक करते आए हैं ।
4.मुसलमानों ने हिन्दुओं के हजारों मंदिर इसी कारण तोड़े हैं ।
5. इसीलिए मुसलमान गैर मुसलमान को मुसलमान बनने के लिए विवश करते हैं ।एक गैर मुसलमान को जो प्रश्न मुसलमानों से पूछने चाहिए सारे गैर मुसलानों को इस प्रयास में युद्ध स्तर पर लग जाना चाहिए । एक गैर मुसलमान को जो प्रश्न मुसलमानों से पूछने चाहिए
1. सउदी अरब में मंदिर या चर्च बनाने की इजाजत क्यों नहीं है।
2. मौहम्मद ने मक्का विजय के बाद काबा में मूर्तियों का क्यों तोड़ा था ।
3. मौहम्मद साहब व उनके बाद के इस्लामी शासकों ने अन्य देशों पर इस्लाम स्वीकार करने जजिया देने या युद्ध का विकल्प रखने के लिए क्यों संदेश भेजा था ।
4.कश्मीर से सारे कश्मीरी पंडितों किसने निकाला है।
5.गर्भ निरोधक क्यों हराम है ।
6.इन दोनों फतवों का क्या अर्थ है ।
Vithal Vyas

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