Friday, 15 September 2017

केरल में लाल और हरे आंतक पर चर्चा
हिन्दू स्ट्रगल समिति द्वारा आयोजित इस गोष्टी 
भगवान परशुराम और आद्य शंकराचार्य की भूमि पर लाल और हरे आंतकवाद से थर्रा रही है । bjp के प्रवक्ता संवत पात्रा ने केरल में मार्क्सवादी हिंसा के किनूर ,जिले में कुछ गांव ऐसे भी है जहां आप अपनी इच्छा से अपना मनपसंद समाचार पत्र तक नही पढ़ सकते , बिना मार्क्सवादियों की सहमति से यहां की गई गतिविधि पर हिंसा होना एक साध घटना माना जाता है । इसके बीच संघ के स्वयंसेवक यहां संघ कार्य करते हैं ।
वर्ष 1960 से हिंसा का प्रभाव इसलिए बढ़ा है कि संघ ने यहां अपनी उपस्थिति दी है । इस्लामी कट्टरपंथी के गठजोड़ से स्थिति अत्यधिक गंभीर बनी है ।
हिन्दू स्ट्रगल समिति के सयोंजक श्री अरुण उपध्याय जी को यह श्रेय जाता है कि हर सामयिक विषय पर वह गोष्टी आयोजित करते है और देश हित मे राष्ट्रीय समर्थन को
राजधानी दिल्ली में प्रखर रूप से मुखरित करते है।
सभा मे अन्य वक्ता भी बोले और एक पुस्तक का विमोचन भी किया गया , "" किस्से कम्युनिस्टों के ""'
~प्रस्तुति ओम प्रकाश त्रेहन

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