Saturday 16 September 2017


असली गुजराती वो होता है .. जो काम के साथ साथ बिजनस भी प्रमोट कर दे ...
मित्रो .. नरेंद्र मोदी रिवरफ्रंट पर शिंजो आबे के साथ जिस कलात्मक सोफे पर बैठे थे .. उसे शंखेडा फर्नीचर बोलते है ...
शंखेडा गुजरात के आदिवासी बहुल जिले छोटा उदयपुर का एक कस्बा है .. जहाँ कई आदिवासी परिवार खराद पर लकड़ी को तराशकर फिर उसपर हाथो से रंगो की खुबसूरत डिजाइन बनाकर सोफे कुर्सी झूले डांडिया आदि बनाने का कार्य करते है ...
एक जमाने में शंखेडा के ये लकड़ी के खराद और खूबसूरत चित्रों से बने फर्निचर काफी बिकते थे .. लेकिन आधुनिकता की दौड़ में ये कला बेहद संकट में आ गयी थी .. अत्याधुनिक इम्पोर्टेड फर्नीचर के आने के बाद शंखेडा का ये कला विलुत्प्त के कगार पर था ..
मोदी ने इसे प्रमोट करने के लिए ये एक अच्छा अवसर चुना और आज शिंजो आबे और मोदी के इस शंखेडा सोफे पर बैठने से देश विदेश में इस कला में लोगो की काफी दिलचस्पी हुई और आज एक लोकल टीवी चैनेल पर देखा की शंखेडा फर्नीचर का काम करने वाले आदिवासी परिवार बेहद खुश है क्योकि उन्हें अब खूब आर्डर मिल रहे है .. जापान की एक कम्पनी ने सैकड़ो सोफे का आर्डर दिया है
सच है .. गुजराती लोग हर मौके को एक बिजनस ओपोर्चुयुनिटी के तौर पर लेते है
Jitendra Pratap Singh 

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